भोपाल। मध्य प्रदेश का सियासी ड्रामा अभी थमा नहीं है. कांग्रेस के तीन विधायक और एक निर्दलीय विधायक अभी भी गायब बताए जा रहे हैं. कांग्रेस सरकार पर मंडरा रहे संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कमलनाथ सरकार बचाने में संकटमोचक बनकर उभरे हैं. उन्होंने ही सबसे पहले बीजेपी पर कमलनाथ सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया. जब रात में विधायकों के गायब होने की खबरें आईं, तो दिग्विजय सिंह ने एक-एक कर बागी विधायकों की वापसी में बड़ा रोल निभाया.
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प्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रम में दिग्विजय सिंह पूरी तरह से एक्टिव हैं. कल दिनभर चली राजनीतिक उथल-पुथल के बाद आज उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा. दिग्विजय सिंह ने बीजेपी के पांच नेताओं शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, संजय पाठक, विश्वास सांरग और भूपेंद्र सिंह पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया.
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दिग्विजय सिंह शुरुआत से ही शिवराज सिंह और नरोत्तम मिश्रा पर निशाना साध रहे हैं. प्रदेश में जैसे ही सियासी ड्रामा शुरू हुआ, तो शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा, दिल्ली रवाना हो गए. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह बसपा विधायक रामबाई सिंह को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली ले गए. जिन्हें बाद में मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह वापस लेकर आए थे.
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दिग्विजय सिंह का दावा है कि संजय पाठक के चार्टर प्लेन से विधायकों को दिल्ली भेजा. इस पूरे खेल में विश्वास सारंग भी शुरू से एक्टिव थे. दिग्विजय सिंह ने एक ओर ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि प्रदेश में बीजेपी की हॉर्स ट्रेडिंग खुलकर सामने आ गई, लेकिन बीजेपी के मंसूबे पर पानी फिर गया. हालांकि प्रदेश का यह सियासी ड्रामा अभी खत्म नहीं हुआ है. जो विधायक गायब हैं, जब तक वे सामने नहीं आते, तब तक मामला पूरी तरह से साफ नहीं है. लेकिन इस सियासी ड्रामे में दिग्विजय सिंह बड़ा किरदार हैं और जब तक सब कुछ क्लीयर नहीं हो जाता, तब तक सबकी नजरें दिग्विजय सिंह पर भी टिकी रहेंगी.