भोपाल। मध्य प्रदेश के पांच बड़े नगरों में यातायात का दवाब कम करने के लिए बाइपास या रिंगरोड बनाए जाएंगे. इस मसले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बीच चर्चा हुई. आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि मुख्यमंत्री चौहान ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री गडकरी से मुलाकात की. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद थे. सीएम चौहान ने गडकरी से भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और सागर में भारतमाला परियोजना में बाइपास, रिंग रोड निर्माण सहित विभिन्न कार्यों के संबंध में विस्तार से चर्चा की.
करोड़ों के खर्च से कम होगा यातायात का दबाव
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री गडकरी से प्रदेश के 56 शहरों में 750 करोड़ रुपये की लागत से आंतरिक सड़कों को सुदृढ़ बनाने और निर्माण भारत माला परियोजना के प्रथम चरण में पांच बड़े शहरों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और सागर के छूटे हुए हिस्से में बाइपास रिंगरोड के निर्माण पर सहमति दी है. इससे शहरों में यातायात का दबाव कम होगा. सीएम ने केंद्रीय मंत्री गडकरी से मुलाकात के बाद कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र से गुजरने वाला 404 किलोमीटर लंबा अटल प्रगति पथ (एक्सप्रेस-वे) मध्यप्रदेश के विकास को गति देगा. यह पथ चंबल और ग्वालियर क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा. क्षेत्र के नगरों, कस्बों और छोटे-बड़े सभी ग्रामों की अर्थ-व्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आएगा.
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सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कई शहरों में नेशनल हाई-वे हैं, अब बाइपास भी बन रहे हैं. नवीन कार्यों के फलस्वरूप कुछ कस्बों और नगरों की परस्पर दूरी भी कम होगी और असुविधाजनक मोड़ भी खत्म किए जाएंगे. निश्चित ही इन सबका प्रत्यक्ष लाभ नागरिकों को प्राप्त होगा.
इनपुट - आईएएनएस