भोपाल। राजधानी भोपाल में बाल संरक्षण आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) द्वारा आज से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला (National workshop) का आयोजन किया जा रहा है. इसमें बच्चों से जुड़े अधिकारों के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा. साथ ही कई और मुद्दों पर विशेषज्ञ मंथन होगा. भोपाल पहुंचे बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि कोरोना महामारी ने बड़ी संख्या में बच्चों के सिर से मां या बाप या फिर दोनों का साया छीना है. देश भर में 1 लाख 53 हजार बच्चे अनाथ हुए हैं.
बाल अधिकारों के संरक्षण पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन
प्रियंक कानूनगो (NCPCR chairman Priyank Kanungo) ने कहा कि इस कार्यशाला में 26 राज्यों के बाल आयोग के अध्यक्ष और सदस्य भोपाल में जुटेंगे, जो बाल संरक्षण अधिकारों से जुड़े 17 से 18 मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे. राज्यपाल एवं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री महेंद्र भाई मंजूपारा शामिल होंगे. कार्यशाला के समापन में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी और मंत्रालय के सचिव वर्चुअली जुड़ेंगे.
कार्य योजना की होगी समीक्षा
उन्होंने बताया कि दो दिवसीय इस कार्यशाला में बच्चों में नशे की लत और उसके नुकसान को रोकने के लिये नार्कोटिक कंट्रोल ब्यूरो एवं राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की कार्य-योजना की समीक्षा, राज्य बाल आयोगों के समक्ष की जायेगी. इस दौरान कानूनगो से पूछा गया कि कोविड में अभी तक देश भर में कितने बच्चे अनाथ हुए हैं इसकी जानकारी बाल आयोग के पास है या नहीं, इस सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सहित देश में 1 लाख 53 हजार बच्चे अनाथ हुए हैं.
(National workshop Organized in bhopal) (153000 children orphaned by corona)