नईदिल्ली/भोपाल। राज्यसभा की कार्रवाई के दौरान राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने केंद्र सरकार की शुरु की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और किसान ऋण माफी की सरकार से जवाब मांगा. जिस पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जवाब देते हुए कहा कि ये योजना देशभर के लगभग हर राज्य में लागू हो चुकी है. जबकि किसान ऋण माफी पर उन्होंने कहा कि इस तरह की ऋण माफी से फायदे से ज्यादा नुकसान होता है.
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पीएम सम्मान निधि का क्रियान्वयन पश्चिम बंगाल को छोड़कर देश के सभी राज्यों में हो रहा है. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी इस योजना से जुड़ चुके हैं. इन राज्यों से भी किसानों का आंकड़ा आना शुरु हो गया है. अभी साढ़े सात करोड़ किसानों को पीएम सम्मान निधि की राशि भुगतान कर दी गई है. जबकि साढ़े पांच करोड़ किसान आधार से लिंक हो चुके हैं. जिनका भुगतान हम इस महीने में शुरु कर देंगे.
ऋण माफी से किसान खुशहाल नहीं हुआ है
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि ऋण माफी करने से सभी को लगता है कि किसान खुश हो जाएगा. लेकिन इतिहास उठा कर देख लीजिए किसान, ऋण माफी से खुश नहीं होता है. उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय में भी किसानों के ऋण माफ किए गए थे. जबकि एक बार फिर ऋण माफी की मांग उठ रही है.
नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रभात झा के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि ये किसी एक दल की समस्या नहीं है. अगर किसी राज्य में किसी दल की सरकार ने ऋण माफी की घोषणा की है. तो उसको पूरा करने की जिम्मेदारी भी उसी सरकार की होती है. इस तरह की घोषणाओं में केंद्र कुछ करने की स्थिति में नहीं होता.
किसान को सशक्त करने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं जरुरी
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अगर किसानों को सशक्त करना है तो पीएम किसान निधि जैसी योजनाएं चलाना बहुत जरुरी है. इससे किसानों का उत्पादन बढ़ता है. इसलिए सभी राज्यों की सरकारों को किसान को सशक्त करने की तरफ कदम बढ़ाना चाहिए.