भोपाल। 2020 की शुरुआत हो चुकी है. देश का दिल मध्य प्रदेश भी तहेदिल से नए साल का स्वागत कर रहा है. यह साल प्रदेश में कैसा रहेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन कुछ लक्ष्यों पर अभी से प्रदेश की नजरें टिकी हुई हैं. राजधानी भोपाल भी स्वच्छता में नंबर वन आने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है.
हर 3 महीने में आने वाली स्वच्छता रैंकिंग की लिस्ट आ गई है, पहली तिमाही की रैंकिंग में भोपाल दूसरे नंबर रहा, तो वहीं दूसरी तिमाही में पांचवें नंबर पर. प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर दोनों तिमाही की स्वच्छता रैंकिंग में नंबर वन पर बना हुआ है. ओवर ऑल रैंकिंग के बात की जाए तो पहले पर इंदौर, दूसरे पर जूनार, तीसरे पर लोनावाला, चौथे पर भोपाल, पांचवें पर सूरत ने जगह बनाई है
ऐसे सुधरी भोपाल की रैंकिंग
भोपाल नगर निगम के कमिश्नर विजय दत्ता ने बताया कि भोपाल को नंबर वन लाने के लिए सबसे ज्यादा जोर प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने पर दिया गया है. जहां कचरा फेंका जाता है, उनको खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. जबकि स्वच्छता एप्प, भोपाल प्लस एप्प के जरिए जनता भी नगर निगम को सुझाव दे सकती है. इसके जरिए नगर निगम उस प्वाइंट पर काम करती है. गूगल से शहर के सभी शौचालय को जोड़ा गया है, जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति गूगल के जरिए शहर के किसी भी कोने पर मौजूद शौचालय को सर्च कर सकता है.
इंदौर और भोपाल के बीच रहेगा मुकाबला
पहली तिमाही और दूसरी तिमाही में इंदौर पहले स्थान पर बना हुआ है. जबकि भोपाल पहली तिमाही में दूसरे और दूसरी तिमाही में पांचवें नंबर पर आया है. तीसरी तिमाही का रिजल्ट आना अभी बाकी है. उसके बाद फाइनल रिजल्ट आएगा, जो मार्च के आसपास आने की उम्मीद है. अगर भोपाल तीसरी तिमाही की रैंकिंग में पहले या दूसरे नंबर पर आता है, तो फाइनल सर्वेक्षण में टॉप 3 में आ सकता है. 2019 की स्वच्छता रैंकिंग मे भोपाल दूसरे पायदान से 19वें पायदान पर खिसक गया था.