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प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का 22 अक्टूबर को हल्ला बोल, प्रदेशभर में करेंगे आंदोलन

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मध्य प्रदेश 22 अक्टूबर को प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने आ जा रहा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का आरोप है कि, सरकार उनकी पांच सूत्रीय मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है, जिससे उन्हें ये कदम उठाना पड़ रहा है.

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भोपाल न्यूज
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Published : Oct 16, 2020, 7:26 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर 22 अक्टूबर को प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने जा रहा है. प्रदेश के जिला, ब्लॉक और तहसील स्तर पर प्राइवेट स्कूल के संचालक भूख हड़ताल कर धरना देंगे. मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत सिंह का कहना है कि, कई बार सरकार का ध्यान आकर्षित करने के बाद भी उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का 22 अक्टूबर को आंदोलन

अजीत सिंह ने बताया कि, प्राइवेट स्कूल संचालकों की पांच सूत्रीय मांगे हैं, जिससे प्रदेश के 45 हजार प्राइवेट स्कूल संचालक परेशान हैं, कोरोना संक्रमण के बीच सात माह से बंद स्कूलों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की कोई आर्थिक मदद नहीं की. लगातार स्कूल बंद रहने से स्कूल संचालकों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई और कोरोना के चलते अभिभावक फीस भी नहीं दे रहे हैं. शासन ने केवल ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए हैं, लेकिन अभिभावकों द्वारा ट्यूशन फीस भी स्कूलों को नहीं मिल रही. ऐसे में स्कूलों को अपने स्टाफ की पेमेंट करना भी मुश्किल हो गया है.

अजीत सिंह ने कहा कि इन समस्याओं को लेकर वो स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को ज्ञापन भी दे चुके है. जबकि स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से भी मुलाकात कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्याओं का निराकरण अब तक नहीं हो सका. ऐसे में स्कूल संचालक अब अपनी समस्याओं को लेकर हड़ताल करने पर मजबूर हैं.

भोपाल। मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर 22 अक्टूबर को प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने जा रहा है. प्रदेश के जिला, ब्लॉक और तहसील स्तर पर प्राइवेट स्कूल के संचालक भूख हड़ताल कर धरना देंगे. मध्य प्रदेश प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत सिंह का कहना है कि, कई बार सरकार का ध्यान आकर्षित करने के बाद भी उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का 22 अक्टूबर को आंदोलन

अजीत सिंह ने बताया कि, प्राइवेट स्कूल संचालकों की पांच सूत्रीय मांगे हैं, जिससे प्रदेश के 45 हजार प्राइवेट स्कूल संचालक परेशान हैं, कोरोना संक्रमण के बीच सात माह से बंद स्कूलों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में सरकार ने प्राइवेट स्कूलों की कोई आर्थिक मदद नहीं की. लगातार स्कूल बंद रहने से स्कूल संचालकों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई और कोरोना के चलते अभिभावक फीस भी नहीं दे रहे हैं. शासन ने केवल ट्यूशन फीस लेने के आदेश दिए हैं, लेकिन अभिभावकों द्वारा ट्यूशन फीस भी स्कूलों को नहीं मिल रही. ऐसे में स्कूलों को अपने स्टाफ की पेमेंट करना भी मुश्किल हो गया है.

अजीत सिंह ने कहा कि इन समस्याओं को लेकर वो स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को ज्ञापन भी दे चुके है. जबकि स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार से भी मुलाकात कर उन्हें समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्याओं का निराकरण अब तक नहीं हो सका. ऐसे में स्कूल संचालक अब अपनी समस्याओं को लेकर हड़ताल करने पर मजबूर हैं.

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