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Face To Face: एमपी की बदलेगी फिजा! मप्र सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से जानिए 2023 का रोडमैप

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Published : Apr 9, 2022, 9:15 AM IST

Updated : Apr 9, 2022, 10:09 AM IST

ईटीवी भारत से मप्र के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने बातचीत की. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस ने हमला करते हुए कहा कि उन्होंने जनता को भूखे भेड़ियों की तरह लूटा, लेकिन हमारी सरकार ने सभी को आत्मनिर्भर बनाया. (MP Minister of Cooperation Arvind Bhadauria exclusive interview)

MP Minister of Cooperation Arvind Bhadauria exclusive interview
मप्र सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से जानिए 2023 का रोडमैप

भोपाल। मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि हम अन्नदाता के साथ-साथ लोगों को खुशहाल देखना चाहते हैं. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए 2023 के रोडमैप पर भी बात की है. (MP Minister of Cooperation Arvind Bhadauria exclusive interview)

मप्र सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से जानिए 2023 का रोडमैप

सवाल: 2023 के चुनावी मोड में बीजेपी आ गई है, सीएम शिवराज सिंह ने मंत्रिमंडल में चिंतन मंथन किया, मंथन में कितना अमृत निकला?
जवाब: मप्र सरकार विकास के नाम पर जनता के बीच जाती है, विकास के दम पर ही जनता हमको चुनती है. प्रदेश में हर महीने की 7 तारीख को अन्न उत्सव मनाया जाता है, पीएम नरेंद्र मोदी ने फिर गरीबों को मिलने वाले अनाज को अगले 6 महीने मुफ्त देने का एलान किया है. एमपी में पांच करोड़ लोगों को पारदर्शी पद्दति से अनाज बांटा जाता है, शिवराज सरकार ने ट्राइबल तक उनके घर मुफ्त राशन पहुंचाने की व्यवस्था की है. वहीं हमने फसल बीमा की राशि जो अभी तक किसानों को इतनी नहीं मिली है, साढे सात हजार करोड़ की फसल बीमा की राशि किसानों के खाते में डाली है. जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी वर्चुअली शामिल हुए, मेरे जिले भिंड में 500-600 करोड बांटे गए हैं.

सवाल: किसान कर्जदार हो गया, आपने फसल बीमा तो दिया लेकिन वो अब राशि निकाल नहीं पा रहा है?
जवाब: सहकारिता में पैक्ट सोसाइटियां बनती हैं, किसान अंशपूजी जमा करते हैं लेकिन कमलनाथ ने सभी सोसाइटियों को भंग कर दिया और वहां पर प्रशासक बैठा दिए. किसानों का पैसा किसानों की ही कर्जा माफी में लगा दिया, किसान डिफाल्टर हो गए हैं. अब सीएम शिवराज सिंह ने 1 हजार करोड़ दिए, ये राशि हम पैक्ट सोसाइटियों को देंगे.

सवाल: पूर्व मुख्य़मंत्री कमलनाथ कह रहे हैं कि उनकी सरकार को धोखे से गिराया गया, आप क्या कहेंगे?
जवाब: कमलनाथ सरकार में लूटपाट मची हुई थी, आप सरकार को बचा नहीं पाए. लोग त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगे थे, आप को जनता से हरा दिया. यदि ऐसा होता तो उपचुनाव में जो मंत्री 2018 के चुनाव में कांग्रेस में कम अंतर से जीते थे, लेकिन बीजेपी में आए तो जीत का अंतर बढ गया. ये भूखे भेडिए की तरह जनता की कमाई पर टूट पड़े थे, जनता ने सब देखा और परिणाम सामने है.

सवाल: अब जनता के सामने फिर आपको जाना, आप अपने विभाग की क्या प्लानिंग लेकर जा रहे हैं?
जवाब: सहकारिता के माध्यम से रोजगार देने का फैसला लिया गया है, गांव-गांव तक बस सुविधा शुरु करने जा रहे हैं. दूरस्थ इलाकों में भी बसें दौडेंगी, खदानों को लीज पर देने के लिए नियमों में बदलाव किया है. युवा बेरोजगार समूह बनाकर खदाने लीज पर ले सकेंगे.

सवाल: मिडिल क्लास सबसे ज्यादा परेशान है, उनके लिए कुछ नहीं कर रहे हैं?
जवाब: सबका साथ सबके विकास की बात करते हैं, पुरानी सरकारों में देखा है सबसे ज्यादा टैक्स मिडिल क्लास पर लगाया जाता है लेकिन इस बार हमने एक भी रुपए का टैक्स नहीं लगाया, ये मिडिल क्लास को राहत ही है.

सवाल: सब्सिडी सबसे ज्यादा दे रहे हैं, जनता की गाढ़ी कमाई से लुटाया जा रहा है, कैसे आत्मनिर्भर बनेंगे?
जवाब: हमारे मुख्यमंत्री कहते हैं गरीब जनता के कल्याण के लिए जितनी भी सब्सिडी देना पड़े देगें और हम उनके टैक्स ले रहे हैं जिनके पास देने को है, तो इसमें बुराई क्या है. हम मप्र को आगे तो बढ़ा रहे हैं.

सवाल: सहकारिता से आम आदमी को फायदा होगा?
जवाब: सहकारिता से माध्यम से आम आदमी की आय को बढाने के कदम उठाए जा रहे हैं, हमारी सरकार ने समर्थन मूल्य बढाया और गेहूं जिसके एक्सपोर्ट के लिए सीएम शिवराज ने एक्सपोर्टर्स की मींटिग ली. हम अन्नदाता के साथ-साथ लोगों को खुशहाल देखना चाहते हैं.

भोपाल। मध्यप्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि हम अन्नदाता के साथ-साथ लोगों को खुशहाल देखना चाहते हैं. इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए 2023 के रोडमैप पर भी बात की है. (MP Minister of Cooperation Arvind Bhadauria exclusive interview)

मप्र सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया से जानिए 2023 का रोडमैप

सवाल: 2023 के चुनावी मोड में बीजेपी आ गई है, सीएम शिवराज सिंह ने मंत्रिमंडल में चिंतन मंथन किया, मंथन में कितना अमृत निकला?
जवाब: मप्र सरकार विकास के नाम पर जनता के बीच जाती है, विकास के दम पर ही जनता हमको चुनती है. प्रदेश में हर महीने की 7 तारीख को अन्न उत्सव मनाया जाता है, पीएम नरेंद्र मोदी ने फिर गरीबों को मिलने वाले अनाज को अगले 6 महीने मुफ्त देने का एलान किया है. एमपी में पांच करोड़ लोगों को पारदर्शी पद्दति से अनाज बांटा जाता है, शिवराज सरकार ने ट्राइबल तक उनके घर मुफ्त राशन पहुंचाने की व्यवस्था की है. वहीं हमने फसल बीमा की राशि जो अभी तक किसानों को इतनी नहीं मिली है, साढे सात हजार करोड़ की फसल बीमा की राशि किसानों के खाते में डाली है. जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी वर्चुअली शामिल हुए, मेरे जिले भिंड में 500-600 करोड बांटे गए हैं.

सवाल: किसान कर्जदार हो गया, आपने फसल बीमा तो दिया लेकिन वो अब राशि निकाल नहीं पा रहा है?
जवाब: सहकारिता में पैक्ट सोसाइटियां बनती हैं, किसान अंशपूजी जमा करते हैं लेकिन कमलनाथ ने सभी सोसाइटियों को भंग कर दिया और वहां पर प्रशासक बैठा दिए. किसानों का पैसा किसानों की ही कर्जा माफी में लगा दिया, किसान डिफाल्टर हो गए हैं. अब सीएम शिवराज सिंह ने 1 हजार करोड़ दिए, ये राशि हम पैक्ट सोसाइटियों को देंगे.

सवाल: पूर्व मुख्य़मंत्री कमलनाथ कह रहे हैं कि उनकी सरकार को धोखे से गिराया गया, आप क्या कहेंगे?
जवाब: कमलनाथ सरकार में लूटपाट मची हुई थी, आप सरकार को बचा नहीं पाए. लोग त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगे थे, आप को जनता से हरा दिया. यदि ऐसा होता तो उपचुनाव में जो मंत्री 2018 के चुनाव में कांग्रेस में कम अंतर से जीते थे, लेकिन बीजेपी में आए तो जीत का अंतर बढ गया. ये भूखे भेडिए की तरह जनता की कमाई पर टूट पड़े थे, जनता ने सब देखा और परिणाम सामने है.

सवाल: अब जनता के सामने फिर आपको जाना, आप अपने विभाग की क्या प्लानिंग लेकर जा रहे हैं?
जवाब: सहकारिता के माध्यम से रोजगार देने का फैसला लिया गया है, गांव-गांव तक बस सुविधा शुरु करने जा रहे हैं. दूरस्थ इलाकों में भी बसें दौडेंगी, खदानों को लीज पर देने के लिए नियमों में बदलाव किया है. युवा बेरोजगार समूह बनाकर खदाने लीज पर ले सकेंगे.

सवाल: मिडिल क्लास सबसे ज्यादा परेशान है, उनके लिए कुछ नहीं कर रहे हैं?
जवाब: सबका साथ सबके विकास की बात करते हैं, पुरानी सरकारों में देखा है सबसे ज्यादा टैक्स मिडिल क्लास पर लगाया जाता है लेकिन इस बार हमने एक भी रुपए का टैक्स नहीं लगाया, ये मिडिल क्लास को राहत ही है.

सवाल: सब्सिडी सबसे ज्यादा दे रहे हैं, जनता की गाढ़ी कमाई से लुटाया जा रहा है, कैसे आत्मनिर्भर बनेंगे?
जवाब: हमारे मुख्यमंत्री कहते हैं गरीब जनता के कल्याण के लिए जितनी भी सब्सिडी देना पड़े देगें और हम उनके टैक्स ले रहे हैं जिनके पास देने को है, तो इसमें बुराई क्या है. हम मप्र को आगे तो बढ़ा रहे हैं.

सवाल: सहकारिता से आम आदमी को फायदा होगा?
जवाब: सहकारिता से माध्यम से आम आदमी की आय को बढाने के कदम उठाए जा रहे हैं, हमारी सरकार ने समर्थन मूल्य बढाया और गेहूं जिसके एक्सपोर्ट के लिए सीएम शिवराज ने एक्सपोर्टर्स की मींटिग ली. हम अन्नदाता के साथ-साथ लोगों को खुशहाल देखना चाहते हैं.

Last Updated : Apr 9, 2022, 10:09 AM IST
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