भोपाल। मध्य प्रदेश में दो चरणों में हुए नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम आज घोषित हो रहे हैं. दूसरे और अंतिम चरण की मतगणना आ हो रही है. पांच नगर निगमों में कटनी, रतलाम, देवास, रीवा और मुरैना में कौन महापौर की कुर्सी पर काबिज होगा इसका फैसला अब कुछ घंटों में आ जायेगा.
5 नगर निगमों के समिकरण: आइये एक नज़र डालते हैं नगर निगम कटनी, रतलाम, देवास, रीवा और मुरैना में कौन-कौन प्रत्याशी मैदान में हैं और किसके बीच मुकाबला है.
मुरैना: ग्वालियर के बाद मुरैना सीट पर भी कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही है. इस निकाय चुनाव में बीजेपी ने महापौर उम्मीदवार के रूप में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीना मुकेश जाटव पर दांव खेला गया, तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व सांसद बाबूलाल सोलंकी के भाई की बहू शारदा राजेंद्र सोलंकी को मैदान में उतारा है. इसके अलावा बसपा से एडवोकेट ममता मौर्य और आम आदमी पार्टी से ललिता पवन जाटव के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी अनीता चौधरी चुनाव मैदान में हैं.
कटनी: पांचों नगर निगम में सबसे ज्यादा दिलचस्प महापौर सीट कटनी है, क्योंकि यहां से भाजपा से पार्षद रहीं प्रीति संजीव ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय ही चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं भाजपा की ओर से ज्योति दीक्षित ने ताल ठोंकी है. इसके अलावा कांग्रेस ने श्रेया रौनक खंडेलवाल पर भरोसा जताया है. यूं तो महापौर पद के लिए भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, लेकिन असली मुकाबला भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय पार्टी के बीच है.
देवास: यहां भाजपा की ओर से महापौर पद की प्रत्याशी गीता दुर्गेश के खिलाफ कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशी के रूप में ब्राह्मण समाज की महिला विनोदिनी व्यास को टिकट देकर सबको चौंका दिया था. अब आज ये स्पष्ट होगा कि किस पार्टी ने सही दांव चला था.
रतलाम: मेयर सीट पर लंबे विचार मंथन के बाद कांग्रेस ने मयंक जाट को उतारा है, तो वहीं भाजपा ने प्रह्लाद पटेल पर भरोसा जताया था, अब आज पता चलेगा कि दोनों प्रत्याशियों में से जनता ने किसका साथ दिया है.
रीवा: यहां नगरीय निकाय चुनाव में महापौर पद के लिए कांग्रेस के अजय मिश्रा बाबा और भाजपा से प्रबोध व्यास के बीच ही कांटे की टक्कर है. इसी के साथ चुनाव में नामांकन दाखिल करने के चंद दिनों पहले ही कांग्रेस का दामन छोड़ कर आम आदमी पार्टी में शामिल होकर पैराशूट लैंडिग से चुनावी मैदान पर उतरे युवा नेता दीपक सिंह, जिन्होंने पूरा का पूरा चुनावी दांव पेज ही पलट कर रख दिया. अब ये चुनावी मुकाबला पूरी तरह त्रिकोणी हो गया.
पहले चरण में 11 निगमें में भाजपा ने 7, कांग्रेस को 3 और आप को एक पर जीत मिली: नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण में हुए 11 नगर निगमों के महापौर का फैसला हुआ. 7 सीटों पर BJP ने कब्जा कर लिया है. वहीं 1 सीट पर AAP की जीत हुई है, कांग्रेस के खाते में 3 सीटें आई हैं. मगर सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नतीजा ग्वालियर और जबलपुर से रहा जहां पूरा दम लगाकर भी बीजेपी, कांग्रेस से हार गई.
पहले चरण में जीतने वाले महापौरों की खासियत: पहले चरण के चुनाव में महापौर पद के 170 करोड़ के आसामी कांग्रेस उम्मीदवार संजय शुक्ला इंदौर से चुनाव हार गए, जबकि आर्थिक रूप से सबसे कमजोर छिंदवाड़ा से कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रम अहाके चुनाव जीत गए. वे जीतकर आने वाले महापौर में सबसे कम उम्र के भी हैं. विक्रम आहाके की कुल संपत्ति सिर्फ 3 लाख है. वे ग्रेजुएट हैं और उनका व्यवसाय खेती है. चुनाव जीतकर आए महापौरों में सबसे ज्यादा संपत्ति के मालिक सतना के योगेश ताम्रकार हैं, उनकी कुल संपत्ति 22 करोड़ की है.