भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र एमपी नगर से अत्याधुनिक रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक की लोगों की राह इस साल के अंत तक आसान हो जाएगी. एमपी नगर से रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के गणेश मंदिर तक बनाए जा रहे फ्लाईओवर का काम इस साल सितंबर माह तक पूरा कर लिया जाएगा. यह फ्लाईओवर 126 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है. इसी फ्लाईओवर के समानांतर मेट्रो का काम भी चल रहा है. फ्लाईओवर के लिए 40 पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि इसके लिए कुल 91 पिलर बनाए जाने हैं. आइए जानते हैं इस अहम इंफ्रा प्रोजेक्ट की पूरी योजना जो गेम चेंजर साबित हो सकती है.
फ्लाईओवर हाइलाइट्स
- 126 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा ब्रिज
- Y अक्षर के आकार में बनाया जा रहा ब्रिज
- 2734 मीटर होगी ब्रिज की कुल लंबाई
- ब्रिज की चौड़ाई 15 मीटर होगी
- कुल 91 पिलर बनाए जाएंगे, 40 पिलर बनकर तैयार
- इस साल सितंबर माह तक पूरा होगा ब्रिज का काम
राजधानी को जाम से मिलेगी राहत
केंद्रीय सड़क निधि योजना के तहत यह फ्लाईओवर बना जा रहा. यह ब्रिज रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से आगे स्थित गणेश मंदिर से शुरू होकर मानसरोवर कॉम्प्लेक्स, प्रगति पैट्रोल पंप, डीबी मॉल से मैदा मिल रोड, गायत्री मंदिर तक बनाया जाएगा. इस फ्लाईओवर से एक सड़क एमपी नगर थाने के पास उतरेगी. यह फ्लाईओवर अंग्रेजी के Y अक्षर के आकार में बनाया जा रहा है. इसकी एक भुजा गुरुदेव गुप्त चौराहे से बल्लभ भवन रोटरी तक जाएगी और दूसरी भुजा गायत्री मंदिर की तरफ उतरेगी. यहां सड़क की चौड़ाई करीब 140 मीटर होगी. ताकि दोनों भुजाओं के बीच ब्रिज को जोड़ने वाली सड़क पर भविष्य में जाम की स्थिति ना हो.
पुलिस ने दर्ज की थी FIR
एमपी नगर में फ्लाईओवर बनाने वाली सड़क का काम विवाद के चलते करीब एक माह तक रुका रहा. निर्माण एजेंसी मेसर्स बीकेएससी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा बस स्टॉप बिना सूचना तोड़ दिए जाने के चलते पुलिस ने पिछले साल 23 अक्टूबर को एक कॉग्निजेंस रिपोर्ट दर्ज की थी. साथ ही पुलिस ने एमपी नगर थाने की जमीन पर सड़क निकाले जाने को लेकर भी आपत्ति जताई थी. हालांकि पीडब्ल्यूडी में जावेद शकील के मुताबिक पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर इन दोनों ही मुद्दों को सुलझा लिया गया है. सड़क का काम पूरा होने के बाद बस स्टॉप फिर से बना दिया जाएगा. साथ ही एमपी नगर की जमीन को लेकर भी मामला सुलझ चुका है. उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर के लिए इस साल सितंबर माह तक की तारीख निर्धारित की गई है, जिसे समय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा.
कुल 91 में से 40 पिलर बनकर तैयार
करीब 2.7 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर की चौड़ाई 15 मीटर होगी. फ्लाई ओवर में 15, 20, 25, 35, 40 मीटर लंबाई के कुल 90 स्पान बनाए जाएंगे. इसके अलावा 91 पिलर खड़े होंगे, जिस पर यह स्पान रखे जाएंगे. अभी तक 40 पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं, अभी 51 पिलर बनाए जाने हैं जिसका काम चल रहा है.