भोपाल। राजधानी भोपाल सहित मध्य प्रदेश में बिजली सप्लाई को लेकर आज से दिक्कत आ सकती है. दरअसल, बिजली कंपनी के असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर काम नहीं करेंगे क्योंकि एमपी मध्य क्षेत्र वितरण कंपनी (MKVVC) ने इनके वेतन रोक दिए हैं और साथ ही कंपनी प्रबंधन ने भविष्य में होने वाली गलती के लिए सभी अधिकारियों से घोषणा पत्र भरवाने का फैसला किया है. अब इसका विरोध कर्मचारी कर रहे हैं. उधर, मध्य क्षेत्र वितरण कंपनी ने कहा कि घोषणा पत्र देने के बाद ही वेतन दिया जाएगा. ऐसे में अधिकारियों ने इसका विरोध करते हुए काम नहीं करने का फैसला किया है.
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हलफनामा बिजली विभाग की तानाशाही: एमपी यूनाइटेड फोरम के संयोजक वी के एस परिहार ने अधिकारियों के साथ मुख्यालय पहुंचकर एमडी सहित अन्य अधिकारियों से अपनी बात रखी है. संयोजक का कहना है कि- " सीमित संसाधन और सीमित कर्मचारी होने के बावजूद इंजीनियर बिजली सप्लाई व्यवस्था को अच्छे तरीके से चला रहे हैं और ऐसे में हलफनामा उनके काम में बाधा डालेगा और यह हलफनामा एक तरह से बिजली विभाग की तानाशाही है". कर्मचारियों का कहना है इस हलफनामा के विरोध में आज काम नहीं करेंगे और यदि कोई बड़ा फॉल्ट आ गया तो वे उसे नहीं सुधारेंगे. (MP Madhya Kshetra Vidyut Vitran Company) (MP Electricity supply may disrupt)