ग्वालियर/भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर नगर निगम की साधारण सभा की विशेष बैठक आज जमकर कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों ने हंगामा किया, बैठक 3 साल बाद हो रही थी जिसको लेकर ग्वालियर नगर निगम के कामों को लेकर पार्षद, सभापति ओर मेयर ने सवाल खड़े किए हैं. यह सवाल स्मार्ट सिटी ओर अमृत योजना के कामों के साथ-साथ स्मार्ट सिटी के द्वारा शहर में लगाई गई, 62 हजार एलईडी लाइटों को लेकर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया है. जिसके बाद आनन-फानन में नगर निगम आयुक्त ने ग्वालियर में 12 वार्ड समितियों का गठन कर दिया है, अब ये समितियां वार्डों के विकास कार्यों की मॉनिटरिंग करेंगी. इसी के साथ मंगलवार को भोपाल नगर निगम की कार्यकारी बैठक भी हंगामेदार हो सकती है.Gwalior Municipal Corporation
ग्वालियर नगर निगम बैठक में हंगामा: दरअसल ग्वालियर नगर निगम परिषद बीते 3 साल से भंग थी, जिसके बाद अब नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब पार्षद और मेयर चुनकर नई परिषद में आएं हैं. ऐसे में साधारण सभा की पहली बैठक हंगामेदार थी. कुछ वार्डों में अमृत के तहत बिछाई गईं पानी की लाइनों का मिलान न होने की समस्या है तो कहीं, गलियों में सीमेंट-कांक्रीड रोड के निर्माण की. इसके साथ ही स्ट्रीट लाइट बंद होने की शिकायतों को लेकर काफी हंगामा हुआ है. कुछ पार्षदों का कहना है कि समस्या समाधान के लिए निगम के अधिकारी उनके फोन भी नहीं उठाते, ऐसे में परिषद की बैठक के अलावा वे अपनी शिकायत कहां करें? जिसके बाद लगातार हंगामा को देखते हुए बैठक को स्थागित कर दिया गया. आपको बता दें कि ग्वालियर सीवर और पानी का पाइप लाइनें, अमृत योजना-1 के द्वारा डाली गईं हैं, लेकिन उसको लेकर लगातार भ्रष्ट्राचार के आरोप लग रहे हैं तो वहीं स्मार्ट सिटी की एलईडी वाली लाइटों में घटिया क्वालिटी के भी आरोप हैं.
हंगामेदार हो सकती है भोपाल नगर निगम की कार्यकारी बैठक: वहीं दूसरी भोपाल नगर निगम की कार्यकारी पहली बैठक मंगलवार को होने जा रही है, आईएसबीटी स्थित निगम मुख्यालय के सभाघर में यह बैठक संपन्न होगी. जिसके हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं. एजेंडे के साथ ही कांग्रेस कई मुद्दों पर नगर सरकार को घेरने की तैयारी कर चुकी है. इसके पहले नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी के नेतृत्व में नगर निगम भोपाल की सर्वदलीय बैठक हुई. जिसमें महापौर मालती राय के साथ ही नेता प्रतिपक्ष शाबिस्ता जैकी और अन्य पार्षद भी मौजूद रहे. यह पहला मौका है जब नगर निगम में विधानसभा की तर्ज पर सर्वदलीय बैठक हुई हो, बैठक में एजेंडे से संबंधित चर्चाएं भी की गईं जिसमें इस बार 19 की जगह 20 जोन बनाने का प्रस्ताव है. इस प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस विरोध के मूड में हैं क्योंकि अगर 20 जोन बनते हैं तो कांग्रेस के खाते में सिर्फ एक ही जोन अध्यक्ष आ पाएगा. भले ही कांग्रेस इसको लेकर विरोध कर रही हो, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम मे 19 की जगह 21 जोन बन सकते हैं.