भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही का मामला सामने आया है. जिसमें गर्भस्थ शिशु की मौत के बाद मां का ऑपरेशन नहीं करने से उसकी भी मौत हो गई. खजूरीकलां की रहने वाली चंचल तिवारी को उनके पति अनिल तिवारी ने जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती कराया था. गर्भावस्था के दौरान दर्द के चलते वह काफी परेशान हो रही थी. लेकिन डॉक्टरों ने इसपर ध्यान नहीं दिया. रविवार का दिन होने के चलते डॉक्टर ड्यूटी पर नजर नहीं आए. इस दौरान बच्चे की पेट में ही मौत हो गई और उसके 4 घंटे बाद मां ने भी दम तोड़ दिया.
चार घंटे तक नहीं किया ऑपरेशन: मृतका के देवर राहुल ने बताया कि 'डिलीवरी के पहले उनकी भाभी को बहुत तेज पेट दर्द हो रहा था, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. तब डॉक्टरों ने कहा कि यह सामान्य है लेकिन रविवार को जब दर्द तेज हुआ तो राहुल और उनके अन्य परिजनों ने स्टाफ नर्स को सूचना दी. जिसके बाद नर्स वहां पहुंची और बताया कि महिला के पेट में शिशु की मौत हो गई है. ऐसे में ऑपरेशन कर कर मृत बच्चे को बाहर निकाला जाएगा. परिजनों ने भी इसकी सहमति दे दी. लेकिन बावजूद उसके 4 घंटे तक कोई भी डॉक्टर देखने नहीं आया और ना ही ऑपरेशन किया. ऐसे में महिला की भी मौत हो गई'.
गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में किया: डॉक्टरों की घोर लापरवाही से नाराज परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. परिजनों का आरोप है कि 'डॉक्टरों की लापरवाही के चलते यह सब हुआ है. अगर वक्त पर महिला को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी'. इस मामले में अस्पताल प्रबंधन ने 4 डॉक्टरों की कमेटी बनाकर जांच की बात कही है.
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