भोपाल। हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) के अधीक्षक दीपक मरावी पर लगे आरोपों को लेकर परिवाद समिति की रिपोर्ट जारी हो गई है. जिसमे लैंगिक उत्पीड़न के आरोप पर मरावी को क्लीन चिट मिल गई है. लेकिन, समिति ने माना है कि कार्यस्थल पर माहौल महिलाओं के अनुकूल नहीं है. मरावी ने प्रशासनिक दृष्टि से कसावट के लिए ऐसा किया है. परिवार समिति लगातार तीन दिनों से नर्सों के बयान दर्ज कर रही थी. जिसके बाद इस रिपोर्ट में समिति ने कई बिंदुओं पर अपनी बात रखी है.
कार्यस्थल का माहौल महिलाओं के अनुकूल नहीं: रिपोर्ट में कहा गया है कि मरावी के खिलाफ लैंगिक उत्पीड़न को लेकर कोई सही तथ्य सामने नहीं आए हैं, लेकिन कार्यस्थल महिलाओं के लिए अनुकूल नहीं है. उन्हें ऐसा माहौल दिया जा रहा है जहां महिलाएं काम नहीं कर सकती. वहीं, मरावी ने जो कुछ किया है वह प्रशासनिक दृष्टि से सुधार के लिए किया गया है. फिलहाल यह रिपोर्ट संभागायुक्त के सामने रखी जाएगी, जिसके बाद वह भी अपना फैसला सुनाएंगे.
यह था मामला: कुछ दिन पूर्व हमीदिया अस्पताल की 50 से अधिक नर्सों ने एक लिखित शिकायत की थी कि डॉ. मरावी कार्यस्थल पर उन्हें प्रताड़ित करते हैं. यहां तक की उनके साथ अश्लील हरकत भी करते हैं. नशे की हालत में चेंजिंग रूम में घुस जाते हैं. कोई कुछ बोलता है तो उसे कार्रवाई की धमकी दी जाती है. मरावी कहते हैं कि मुख्यमंत्री भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते. इस पूरे मामले की खबर और नर्सों के आवेदन जैसे ही सामने आए तो बवाल हो गया. आनन-फानन में चिकित्सा शिक्षा मंत्री (Medical Education Minister Vishwas Sarang) ने इस पूरे मामले की जांच के लिए भोपाल कमिश्नर गुलशन बामरा से 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी थी. संभागायुक्त ने इसके लिए 5 सदस्यीय परिवाद समिति बनाई, जिसने 3 दिन तक नर्सों और अन्य लोगों से बात कर अपनी इस रिपोर्ट को प्रस्तुत किया है. लेकिन इस समिति पर भी कई सवालिया निशान उठ खड़े हुए. सबसे बड़ा सवाल यह था कि समिति का जांच स्थल हमीदिया की जगह कहीं और होना चाहिए था. नर्सों ने इसकी मांग भी की, लेकिन उनकी एक न चली और आखिरकार लैंगिक उत्पीड़न के मामले में दीपक मरावी पर लगे आरोप सिद्ध नहीं हो पाए.
पांच साल पहले भी लगे थे आरोप : पहले भी 2016 -17 के बीच में मरावी पर ऐसे आरोप लग चुके हैं. उस दौरान नर्सों ने मरावी पर व्हाट्सएप चैट के माध्यम से अश्लील बातें करने के आरोप लगाए थे. उन पर नर्सों को एकांत में बुलाने का दबाव बनाने की भी बात कही थी. इसके बाद मरावी को हटा दिया गया था.(Hamidia Hospital Superintendent Dr Maravi) (Complaint committee report released in Hamidia case) (Clean chit to DR deepak Maravi) (Nurses serious allegations against superintendent) (Deepak Maravi Maravi dirty activity with nurses)