कोटा/भोपाल शहर के रामपुरा थाना इलाके में 15 वर्षीय नाबालिग बालिका की हत्या के मामले (Minor Girl Murder in Kota) में फरार चल रहा ट्यूशन टीचर गौरव जैन आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. आरोपी शिक्षक बेहद शातिराना तरीके से अपनी स्कूटी को केशोरायपाटन इलाके में फेंक कर हरियाणा से गुरुग्राम की तरफ फरार हो गया था. जहां से ही पुलिस ने देर रात उसे गिरफ्तार कर लिया है.
एक दिन पहले ही कर ली थी हत्या की प्लानिंग : शहर एसपी केसर सिंह शेखावत ने हत्या के आरोपी गौरव जैन को गिरफ्तार करने के बाद पूरी घटना का खुलासा मंगलवार को कर दिया है. एसपी ने कहा कि आरोपी क्रिमिनल माइंड से था, और उसने हत्या की प्लानिंग एक दिन पहले ही कर ली थी. आरोपी ने इसके लिए एक दिन पहले ही लड़की के नाम से एक टिकट कोटा से हरिद्वार का बुक किया था. साथ ही उसकी पूरी योजना रविवार को सेक्सुअल एसॉल्ट करने की थी.
आरोपी ट्यूशन टीचर गौरव जैन ने दुष्कर्म का प्रयास किया और इसी का विरोध बालिका ने किया. इसमें नाकामयाब होने के बाद ही उसने नाबालिग बालिका की हत्या कर दी. उसके बाद में स्कूटी लेकर केशोरायपाटन इलाके में फरार हो गया. वह अपने साथ में लड़की का वेश धारण करने के लिए कपड़े भी लेकर गया था.
बता दें, ट्यूशन टीचर गौरव जैन की गिरफ्तारी के लिए कोटा शहर में धरना प्रदर्शन जारी था. 13 फरवरी को 15 वर्षीय नाबालिग को अपने घर ट्यूशन पर बुलाकर उसकी हत्या कर दी थी. साथ ही उसके शव को रस्सियों से बांधकर खिड़की से लटका दिया था. उसके बाद वह अपनी स्कूटी को लेकर नयापुरा, रंगपुर, भदाना होते हुए केशोरायपाटन इलाके में गया था. कोटा शहर के 3 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 6 पुलिस उपाधीक्षक और 10 सीआई के अलावा 500 पुलिसकर्मी शिक्षक की तलाश में लगे हुए थे. साथ ही पुलिस की करीब 30 टीमें आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जुटी हुई थी.
लड़की के वेश में हुआ फरारः केशोरायपाटन इलाके में स्कूटी को छिपाया और उसके बाद लड़की का वेश उसने धारण किया. इसके बाद में वह नयापुरा बस स्टैंड पर आया यहां पर पहले से बुक किए हुए टिकट के जरिए ही वह लड़की वेश में हरिद्वार के लिए निकल गया. यहां के बाद में वह यूपी, उत्तराखंड, बिहार और हरियाणा के कई शहरों में गया. जिसके बाद में सोमवार को वह गुरुग्राम में अपनी बहन के पास में पैसा खत्म हो जाने के बाद मदद मांगने पहुंचा, लेकिन पहले से मौजूद पुलिस टीम ने उसको गिरफ्तार कर लिया.
पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी जुड़ेंगीः पुलिस का कहना है कि पहले इस मामले में केवल हत्या का प्रकरण दर्ज था, लेकिन अब जब आरोपी ने दुष्कर्म का प्रयास करना स्वीकार किया है। जिसके बाद पूरे प्रकरण में पोक्सो एक्ट की धाराएं भी जोड़ी जाएगी। एसपी केसर सिंह शेखावत का कहना है कि इस पूरे मामले की जल्द सुनवाई लेंगे। उसे केस ऑफिसर स्कीम के तहत की जांच पड़ताल की जाएगी. हत्यारे को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का प्रयास पुलिस करेगी.
चंबल नदी में भी करवाई थी तलाश: कोटा शहर पुलिस ने सोमवार को नगर निगम के गोताखोरों के जरिए चंबल नदी में कई जगह पर सर्च अभियान चलाया था, जिसमें बड़ी संख्या में नगर निगम के गोताखोरों से अलग-अलग जगह पर तलाशी की जा रही थी. उसकी आत्महत्या करने की आशंका के चलते चंबल नदी की दाईं और बाईं मुख्य नहर को भी पूरी तरह से सर्च किया गया था. इसके साथ ही रेलवे ट्रैक को भी जांचा गया था.
बहन के घर जाकर छुप गया था गौरव जैन : गौरव जैन कोटा से भागकर दिल्ली होकर उत्तर प्रदेश के नोएडा या हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचने की बात सामने आ रही है. हालांकि पुलिस को इस पर शक था, लेकिन गौरव अपनी बहन के पास छुपा हुआ था. गौरव के बहन की शादी 2 महीने पहले ही टोंक निवासी युवक के साथ हुई थी. गौरव के जीजा गुरुग्राम में नौकरी करते थे, लेकिन वर्तमान में टोंक में ही मौजूद थे. ऐसे में गौरव इसका फायदा उठाकर गुरुग्राम में उनके घर जाकर छुप गया. जबकि घटना वाले दिन भी गौरव की बहन और उसके जीजा टोंक ही मौजूद थे. पुलिस उन पर कड़ी नजर रखे हुए थे. हालांकि. पुलिस को उसके दिल्ली की तरफ से भागने का शक था.
पहचान छुपाने के लिए बदल दिया हुलिया: गौरव कोटा से फरार होने के बाद अपनी पहचान छुपाने के लिए अपनी कटिंग करा ली और हेयर स्टाइल भी पूरी तरह से बदल ली थी. यहां तक कि रहन-सहन भी उसका बदला हुआ नजर आ रहा था ताकि उसे कोई पहचान नहीं सके. लेकिन पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. इसकी जानकारी सरकार को भी दे दी गई है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने मृतक नाबालिग बालिका के घर पर भी सूचना देनी चाही. उन्होंने परिजनों को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया है. ऐसे में बाल कल्याण समिति के सदस्य अरुण भार्गव को घर पर भेजा और उसके बाद में उनके परिजनों से बात की गई.
5 लाख का इनामी आरोपी है हत्यारा गौरव जैन: आरोपी गौरव जैन की गिरफ्तारी का दबाव पुलिस पर था. कोटा शहर एसपी केसर सिंह शेखावत ने गौरव जैन पर पांच हजार रुपए का इनाम रखा था. इसके बाद कोटा रेंज आईजी रविदत्त गौड़ ने इस इनाम को बढ़ाकर 10 हजार कर दिया, लेकिन बाद में आरोपी गौरव जैन को पकड़ने के लिए कोटा के कोचिंग संस्थानों के साथ-साथ हॉस्टल एसोसिएशन ने भी इनाम रखा था. इसके अलावा स्थानीय नागरिकों ने भी अपनी तरफ से इनाम की घोषणा की हुई थी. यह राशि करीब 5 लाख रुपए है. पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले में साइबर टीम का सहयोग रहा है. साथ ही आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस उपाधीक्षक अमर सिंह राठौड़ भी गुडगांव गए थे.