भोपाल। ई- टेंडर घोटाले पर बीजेपी- कांग्रेस के बीच सियासी रस्साकशी अब तेज होती जा रही है. कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया है. मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा आखिर इतने परेशान क्यों हैं, अभी तो उनके दो सहायकों की संपत्ति ही जब्त हुई है. जब बड़े मिया का मामला सामने आएगा तब सबकुछ साफ हो जाएंगा.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि ई टेंडर घोटाले की जांच पर सवाल उठाने वाले नरोत्तम मिश्रा कोई जांच एजेंसी नहीं है. अगर ई- टेंडर में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, तो फिर बीजेपी ने टेंडर निरस्त क्यों करवाएं. जबकि टेंडर उनकी ही सरकार में दिए गए थे. कमलेश्वर पटेल ने कहा कि तत्कालीन बीजेपी सरकार ने भले ही ई- टेंडर का मामला दर्ज करवाया हो, लेकिन उसकी जांच नहीं होने दी. क्योंकि कार्रवाई होने पर तत्कालीन शिवराज सरकार के कई मंत्री इस घोटाले में फंस जाते.
जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी ई- टेंडर घोटाला मामले में बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अभी 700 में से सिर्फ 42 मामलों की जांच शुरु हुई है. जिसमें बीजेपी नेताओं के खिलाफ कई सबूत मिले हैं. पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दो सहायकों के पास से 20- 20 बैंक खातों से बेनामी संपत्ति जब्त हुई है. पीसी शर्मा ने कहा कि जब बड़े मिया के छोटे भाइयों का ये हाल है, तो बड़े मिया का क्या हाल होगा.
EOW ने ई- टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दो निजी सचिव निर्मल अवस्थी और वीरेंद्र पांडे को पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया है. जांच में दोनों के खिलाफ निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने से जुड़े दस्तावेज हाथ लगे हैं. बताया जा रहा है कि जांच में अभी और कई खुलासे हो सकते हैं. जहां जांच की आंच पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा तक भी पहुंचने की बात कही जा रही है.