भोपाल। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार विमान ईंधन के दाम के मामले में स्थिति बेहतर होने पर निश्चित रूप से घरेलू एयरलाइन के लिए किराए की सीमा का फिर से आकलन करेगी. जेट ईंधन की उच्च कीमतों की वजह से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा काफी महंगी है. सिंधिया ने शनिवार को कहा कि एयर टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमत में गिरावट और इस प्रवृत्ति को जारी रखने से विमानन क्षेत्र को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि एटीएफ दरों में गिरावट का दबाव में चल रही एयरलाइनों पर अच्छा असर पड़ेगा.
एटीएफ की कीमतों में गिरावट: मध्यप्रदेश के पत्रकारों से सिंधिया ने कहा कि, "एटीएफ की कीमतों में कमी आई है. मुझे लगता है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी और विमानन क्षेत्र को लाभ होगा. इसका उन एयरलाइनों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा जो दबाव में है. उनकी लागत संरचना का 50 प्रतिशत (आधारित) एटीएफ है. विशेष रूप से 24 फरवरी को शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण, रिकॉर्ड स्तर पर कूदने के बाद पिछले कुछ हफ्तों के दौरान एटीएफ की कीमतों में गिरावट आई है."
31 अगस्त से हटा दी जाएंगी सीमाएं: 1 अगस्त को दिल्ली में एटीएफ की कीमत 1.21 लाख रुपये प्रति किलो लीटर थी, जो पिछले महीने की तुलना में करीब 14 फीसदी कम है. सिंधिया ने यह भी कहा कि जब एटीएफ की कीमत तीन गुना बढ़ी तो विमान किराया सिर्फ 20 से 25 फीसदी बढ़ा दिया गया. मैंने 30 अगस्त से किराया बैंड हटा दिया है. केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि घरेलू हवाई किराए पर लगाई गई सीमाएं लगभग 27 महीने बाद 31 अगस्त से हटा दी जाएंगी. (Jyotiraditya Scindia ATF) (Aviation Minister Jyotiraditya Scindia)