भोपाल। एनसीआरबी के ताजा आंकड़े मध्यप्रदेश के लिए बेहद शर्मनाक हैं. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में प्रदेश भर से 11 हजार 607 बच्चे गायब हुए, इसमें 9 हजार 407 लड़कियां हैं. बच्चियों से दुराचार के प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले आने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि प्रदेश में मासूम बच्चियों से दुराचार में सालों से देश में अव्वल है. उस पर लगा यह दाग अभी भी बरकरार है. शिवराज सरकार के पिछले 16 सालों के विकास सुशासन के दावों की यही हकीकत है. प्रदेश में कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है.
ये है रिपोर्ट :
- मध्यप्रदेश में 11607 बच्चे गायब हुए. इसमें 9407 लड़कियां और 2200 लड़के हैं.
- पश्चिम बंगाल से साल 2021 में 9996 बच्चे गायब हुए. इसमें 8478 बच्चियां और 1518 बच्चे हैं.
- तमिलनाडु से 6399 बच्चे गायब हुए. इसमें 4914 बच्चियां हैं, जबकि गुम होने वाले लड़कों की संख्या 1484 है.
- बिहार से साल 2021 में 4578 बच्चे गायब हुए. इसमें 3870 बच्चियां और 708 लड़के हैं.
- उडीसा से पिछले साल 4133 बच्चे गायब हुए. इसमें 3656 लड़कियां और 477 लड़के हैं.
एक साल में खोजे साढे़ 12 हजार बच्चे : प्रदेश में गुम हुए बच्चों को खोजने के लिए पुलिस द्वारा लगातार ऑपरेशन मुस्कान चलाया जा रहा है. इसके तहत साल 2021 में देश में सबसे ज्यादा 12486 बच्चों को पुलिस ने ढूंढने में सफलता पाई है. इसमें 10204 लड़कियां और 2282 बच्चे हैं. बच्चों को खोजने के मामले में यह आंकड़े देश में सबसे बेहतर हैं, लेकिन जितनी संख्या में पुलिस बच्चों को खोज रही है, लगभग उतने ही बच्चे गुम हो रहे हैं.
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एनसीआरबी की ताज़ा रिपोर्ट ने एक बार फिर शिवराज सरकार के तमाम दावों व सुशासन की पोल खोल कर रख दी है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 30, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मध्य प्रदेश जो मासूम बच्चियों से दुष्कर्म में वर्षों से देश में अव्वल है , उस पर लगा यह दाग अभी भी बरकरार है।
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मध्य प्रदेश जो मासूम बच्चियों से दुष्कर्म में वर्षों से देश में अव्वल है , उस पर लगा यह दाग अभी भी बरकरार है।एनसीआरबी की ताज़ा रिपोर्ट ने एक बार फिर शिवराज सरकार के तमाम दावों व सुशासन की पोल खोल कर रख दी है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 30, 2022
मध्य प्रदेश जो मासूम बच्चियों से दुष्कर्म में वर्षों से देश में अव्वल है , उस पर लगा यह दाग अभी भी बरकरार है।
शर्मनाक: दुष्कर्म के मामलों में नंबर वन मध्यप्रदेश, सरकारी कोशिशों को चिढ़ाते NCRB के आंकड़े
प्रदेश से कुल 97192 लोग मिसिंग : उधर, सभी उम्र वर्ग के लोगों के गुम होने के मामले में भी मध्यप्रदेश दूसरे नंबर पर है. मध्यप्रदेश से साल 2021 में 49 हजार 57 लोग गायब हुए. जबकि 48 हजार 135 लोग पिछले सालों से मिसिंग हैं. इस तरह मध्यप्रदेष के 97 हजार 192 लोगों की तलाश उनके परिजन कर रहे हैं. लोगों के गुम होने के मामले में महाराष्ट्र टॉप पर है. महाराष्ट्र से साल 2021 में 61 हजार 927 लोग गुम हुए। वहीं कुल गुम हुए लोगों की संख्या 1 हलाख 4 हजार 918 हैं.