भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में होने हैं. इसमें अभी साल भर से अधिक का समय है. ऐसे में प्रदेश की बीजेपी सरकार को एक बार फिर भगवान राम की याद आ गई है. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की आधारशिला के बाद एक बार फिर योगी की सरकार बनी, तो मध्य प्रदेश में भी इसी फार्मूले पर अब काम करने की तैयारी है.
राम वन गमन पथ का न्यास जल्द बनेगा : प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने एक बार फिर राम वन गमन पथ का न्यास जल्द बनाने की बात कहते हुए कहा है कि जल्द ही राम वन गमन पथ का काम भी शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा पहले यह काम धर्मस्व विभाग के पास था, लेकिन अब संस्कृति विभाग के पास आ गया है. उषा ठाकुर से जब पूछा गया कि 2019 में कमलनाथ सरकार ने ही राम वन गमन पथ के निर्माण की बात कही थी, तो उषा ठाकुर ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि - "कांग्रेस की मंशा ही नहीं थी कि ऐसा कुछ किया जाए, कांग्रेस के समय यह सिर्फ फाइलों तक ही सीमित था ".
बीजेपी की आर्थिक समृद्धि और सरकार बनाने का माध्यम : इधर, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने उषा ठाकुर के बयान पर निशाना साधा है. मिश्रा ने साफ तौर पर कहा है कि- "2019 में कमलनाथ सरकार राम वन गमन पथ को बनाने की तैयारी कर रही थी और बिना राजनीतिक लाभ की परिकल्पना के इसे शुरू भी किया जा रहा था, लेकिन कुछ समय बाद सरकार नहीं रही ". कांग्रेस ने इसे बीजेपी की आर्थिक समृद्धि और सरकार बनाने का माध्यम करार दिया है.
राम के पथ पर ही 2023 का पथ: फिलहाल तो राम पथगमन का मुद्दा ऐसा है जिससे हर किसी की आस्था जुड़ी हुई है और देश में भगवान राम, भगवा और सनातन के प्रति सभी जुड़ रहे हैं. ऐसे में बीजेपी हो या कांग्रेस दोनों ही दल राम वन गमन पथ का श्रेय लेना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि राम के पथ पर ही 2023 का उनका पथ निर्धारित होगा.
राम वन गमन पथ चित्रकूट से अमरकंटक तक: राम वन गमन पथ में चित्रकूट, पन्ना, बधवारा (कटनी), रामघाट (जबलपुर), राम मंदिर तालाब, रामनगर मंडला, शहडोल, डिंडौरी और अमरकंटक शामिल रहेंगे. पहले चरण में इस पर मूलभूत सुविधाएं विकसित की जाएंगी. इसके लिए 300 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को अनुमति मिली है, जिसमें 60 प्रतिशत राशि केंद्र और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार देगी.(Ram Van Gaman Path) (Madhya Pradesh Assembly Election 2023) (Politics on Ram Van Gaman Path)