रायपुर : प्रदेश की राजधानी रायपुर समेत दूसरे शहरों में गर्मी की शुरुआत मार्च महीने से हो गई थी. मई के प्रथम सप्ताह में तेज गर्मी पड़ी (forecast of meteorological department in chhattisgarh) थी.कई जगह ग्रीष्म लहर भी चली थी. मई के बाद जून के प्रथम सप्ताह में भी गर्मी की तपिश महसूस की गई और अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री दर्ज किया गया. बात अगर मानसूनी बारिश की करें तो मौसम विभाग का कहना है कि ''छत्तीसगढ़ में मानसून के पहुंचने की संभावित तिथि 10 जून बताई जा रही है और रायपुर में मानसूनी बारिश के दस्तक देने की संभावित तिथि 15 जून है. बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बना हुआ है और उसकी गति पर मानसूनी बारिश निर्भर करता है. वह किस गति से आगे बढ़ रहा है. रायपुर में साल 2018 में मानसून ने 26 जून को दस्तक दी थी.''
कब आएगा छत्तीसगढ़ मॉनसून : मौसम वैज्ञानिक आरके वैश्य ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बना हुआ है. सिस्टम के आगे बढ़ने के साथ ही छत्तीसगढ़ में मानसूनी बारिश के दस्तक देने की संभावना भी बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि ''छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक की संभावित तिथि 10 जून है और मानसून के रायपुर पहुंचने की संभावित तिथि 15 जून (Monsoon condition in Chhattisgarh) है. आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है. शुक्रवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 45 डिग्री के करीब है.''
कब शुरु हुई थी गर्मी : लोगों को अब इंतजार है तो मानसूनी बारिश का क्योंकि मार्च के महीने से राजधानी के साथ ही प्रदेश के लोग गर्मी की तपिश और लू चलने से परेशान है. बीते 1 सप्ताह से राजधानी में गर्मी की तपिश और भी बढ़ गई है. राजधानी के साथ ही प्रदेश के दूसरे शहरों में अधिकतम तापमान 42 से 45 डिग्री तक पहुंच गया है. कई जगहों पर ग्रीष्म लहर चलने और ग्रीष्म लहर जैसी स्थितियां देखने को मिल रही है. सुबह से लेकर शाम तक गर्मी की तपिश के कारण लोग दिन के समय बिना काम के घर से बाहर नहीं निकल रहे (Chattishgarh monsoon News ) हैं.
प्रदेश का मौसम पूर्वानुमान : मौसम विभाग (Meteorological Department Chhattisgarh) के मुताबिक एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से रायलसीमा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. दूसरा द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से उत्तर बांग्लादेश तक बिहार पश्चिम बंगाल के हिमालयन क्षेत्र सिक्किम होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है. जिसके प्रभाव से बुधवार को प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है.एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने और अंधड़ चलने की भी संभावना जताई है.
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पिछले 10 साल में रायपुर में मॉनसून प्रवेश की स्थिति : रायपुर में साल 2012 में 8 जून को मानसून प्रवेश किया था. साल 2013 में रायपुर में 9 जून को मानसून ने दस्तक दी थी. साल 2014 में रायपुर में 19 जून को मानसून पहुंचा था. साल 2015 में रायपुर में 14 जून को मानसून पहुंचा था. साल 2016 में रायपुर में 17 जून को मानसून ने दस्तक दी थी. साल 2017 में 21 जून को मानसून रायपुर पहुंचा था. साल 2018 में रायपुर में मानसून ने 26 जून को दस्तक दी थी. साल 2019 में 22 जून को मानसून रायपुर पहुंचा था. साल 2020 में रायपुर में मानसूनी बारिश में 12 जून को दस्तक देने और साल 2021 में रायपुर में 10 जून को मानसून प्रवेश कर गया था.