भोपाल। कांग्रेस संगठन चुनाव को लेकर पीसीसी दफ्तर में गुरुवार को बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में पीसीसी चीफ कमलनाथ, प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक, सहित चुनाव प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में प्रदर्शन के आधार पर जिला अध्यक्षों की रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी. माना जा रहा है कि आने वाले समय में कई जिलाध्यक्षों की छुट्टी भी हो सकती है. वहीं कांग्रेस की इस महत्तवपूर्ण बैठक से कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव और कांतिलाल भूरिया ने दूरी बनाए रखी. यह तीनों ही दिग्गज नेता कांग्रेस की इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हुए (mp congress meeting Digvijay not attend), हालांकि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने इनकी अनुपस्थिति को लेकर साफ किया कि सभी ने अनुपस्थिति की जानकारी पहले से ही दे दी थी.
कमलनाथ का शिवराज सरकार पर वार
बैठक में शामिल होने पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कई मुद्दों पर बात की (Kamalnath in Bhopal mp congress meeting). एमपीपीएससी (Madhya Pradesh Public Service Commission) पर 27 प्रतिशत आरक्षण को लेकर कमलनाथ ने हाईकोर्ट के फैसले पर कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने ओबीसी का केस पेश किया वह गलत था. कमलनाथ ने कहा कि सरकार का तर्क ही गलत था. इसमें हाई कोर्ट कुछ नहीं कर सकती थी.
शिवराज सरकार की शराब नीति गलतः कमलनाथ
कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए शिवराज सरकार की शराब नीति पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार की शराब नीति गलत है. कमलनाथ ने आगे कहा कि सीएम शिवराज ने हर गांव में शराब बंदी का नारा दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने शराब नीति बनाई. कमलनाथ का कहना है कि जो नारा सीएम शिवराज ने गांव-गांव घूमकर दिया, उसके बाद जो शराब नीति लाई गई उससे शराबबंदी नहीं हो सकती है.
व्यस्तता के कारण नहीं आए दिग्विजय सिंह
बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और कांतिलाल भूरिया के शामिल नहीं होने पर सफाई देते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अपनी व्यस्तता के कारण यह दिग्गज नेता बैठक में नहीं आए हैं. उन्होंने अपनी बात हाईकमान को बता दी है. सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि 2023 को लेकर जिला अध्यक्षों के साथ बैठक हो रही है. इस बैठक में सदस्यता अभियान, घर-घर चलो अभियान को लेकर चर्चा होना है. इस दौरान प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा कि हम सदस्यता अभियान की समीक्षा करेंगे, और प्रदर्शन के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी.