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एमपी में उद्यानिकी फसलों के लिये ग्रामीण बेरोजगार कर सकेंगे सरकारी जमीन का उपयोग - एमपी न्यूज

मंत्रालय में हुई पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक में ग्रामीण क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिये सीएम कमलनाथ ने विभाग को ग्रामीण क्षेत्रों में खाली पड़ी सरकारी जमीन पर उद्यानिकी फसलों के लिए ग्रामीण बेरोजगारों को भूमि उपयोग का अधिकार देने का प्रारूप तैयार करने के आदेश दिया है.

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक
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Published : Jun 9, 2019, 3:45 AM IST

Updated : Jun 9, 2019, 8:13 AM IST

भोपाल। प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने मंत्रालय में ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की समीक्षा बैठक ली, इस दौरान उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवकों को रोजगार देने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में खाली पड़ी सरकारी जमीन पर उद्यानिकी फसलें उगाने और उपयोग का अधिकार देने के लिये प्रारूप बनाने का निर्देश दिया है. बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित रहे.

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक

बेरोजगार युवकों को भूमि उपयोग का अधिकार
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को शासकीय भूमि उपयोग का अधिकार देकर उन्हें बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस भूमि पर मालिकाना हक सरकार का होगा, कुछ समय के लिए इस भूमि के उपयोग का अधिकार देकर युवाओं को ऐसी फसलों के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं,जो नगदीं हैं और युवाओं को कम समय में लाभ दे सकती हैं.

बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अहम फैसले -

  • मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ग्रामीण आजीविका मिशन में गठित स्व-सहायता समूहों को दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज दर को 24 प्रतिशत के स्थान पर घटाकर 12 प्रतिशत करने को कहा.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों और आवासहीनों को आवासीय पट्टा देकर अपना घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता देने की बात भी कमलनाथ ने कही है, इसके लिये योजना बनाने के आदेश दिये हैं.
  • मुख्यमंत्री ने मध्यान्ह भोजन योजना में बच्चों की पसंद का भोजन देने को कहा, उन्होंने कहा कि पौष्टिकता के साथ बच्चों की खाने की रूचि का भी ध्यान रखा जाना चाहिए, जिससे उन्हें पौष्टिक तत्व मिल सकें.
  • मजरे-टोलों को राजस्व ग्राम घोषित करने पर विचार किया जाये ताकि राज्य और केन्द्र की योजनाओं का लाभ वहां के रहवासियों को मिल सके.
  • ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के रख-रखाव के लिए स्थायी नीति बनाने बनाये जायें, उन्होंने टेक होम राशन के मामले में व्यवहारिक नीति बनाने की बात भी कही ताकि इसे सफल बनाया जा सके.
  • कौशल विकास में दिये जाने वाले प्रशिक्षण संख्या आधारित होने के बजाए रोजगार आधारित होना चाहिए. लक्ष्य पूरा करने पर नहीं बल्कि रोजगार सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाए. योजना में कितने प्रशिक्षित लोगों को रोजगार मिला, इसका भी आकलन करवाया जाए.
  • सीएम कमलनाथ ने ओडीएफ घोषित गांव की वास्तविकता का पता लगाने के निर्देश दिये हैं साथ ही जल-संरक्षण के काम पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि पानी बचाने और पानी को संरक्षित करने की योजनाएं सफल हों और जन-प्रतिनिधियों और लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान किया जाए.

भोपाल। प्रदेश के मुखिया कमलनाथ ने मंत्रालय में ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की समीक्षा बैठक ली, इस दौरान उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवकों को रोजगार देने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में खाली पड़ी सरकारी जमीन पर उद्यानिकी फसलें उगाने और उपयोग का अधिकार देने के लिये प्रारूप बनाने का निर्देश दिया है. बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित रहे.

पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक

बेरोजगार युवकों को भूमि उपयोग का अधिकार
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को शासकीय भूमि उपयोग का अधिकार देकर उन्हें बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस भूमि पर मालिकाना हक सरकार का होगा, कुछ समय के लिए इस भूमि के उपयोग का अधिकार देकर युवाओं को ऐसी फसलों के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं,जो नगदीं हैं और युवाओं को कम समय में लाभ दे सकती हैं.

बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ के अहम फैसले -

  • मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ग्रामीण आजीविका मिशन में गठित स्व-सहायता समूहों को दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज दर को 24 प्रतिशत के स्थान पर घटाकर 12 प्रतिशत करने को कहा.
  • ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों और आवासहीनों को आवासीय पट्टा देकर अपना घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता देने की बात भी कमलनाथ ने कही है, इसके लिये योजना बनाने के आदेश दिये हैं.
  • मुख्यमंत्री ने मध्यान्ह भोजन योजना में बच्चों की पसंद का भोजन देने को कहा, उन्होंने कहा कि पौष्टिकता के साथ बच्चों की खाने की रूचि का भी ध्यान रखा जाना चाहिए, जिससे उन्हें पौष्टिक तत्व मिल सकें.
  • मजरे-टोलों को राजस्व ग्राम घोषित करने पर विचार किया जाये ताकि राज्य और केन्द्र की योजनाओं का लाभ वहां के रहवासियों को मिल सके.
  • ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के रख-रखाव के लिए स्थायी नीति बनाने बनाये जायें, उन्होंने टेक होम राशन के मामले में व्यवहारिक नीति बनाने की बात भी कही ताकि इसे सफल बनाया जा सके.
  • कौशल विकास में दिये जाने वाले प्रशिक्षण संख्या आधारित होने के बजाए रोजगार आधारित होना चाहिए. लक्ष्य पूरा करने पर नहीं बल्कि रोजगार सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाए. योजना में कितने प्रशिक्षित लोगों को रोजगार मिला, इसका भी आकलन करवाया जाए.
  • सीएम कमलनाथ ने ओडीएफ घोषित गांव की वास्तविकता का पता लगाने के निर्देश दिये हैं साथ ही जल-संरक्षण के काम पर विशेष ध्यान दिया जाए. उन्होंने कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि पानी बचाने और पानी को संरक्षित करने की योजनाएं सफल हों और जन-प्रतिनिधियों और लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान किया जाए.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा - उद्यानिकी फसलों के लिए ग्रामीण बेरोजगारों को भूमि उपयोग का मिलेगा अधिकार, स्व-सहायता समूहों को 24 की जगह 12 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज।


भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगार युवकों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में रिक्त शासकीय भूमि पर उद्यानिकी फसलों के लिए उपयोग का अधिकार देने का प्रारूप बनाने के निर्देश दिए हैं। कमलनाथ आज मंत्रालय में ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की समीक्षा कर रहे थे। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे।

बेरोजगार युवकों को भूमि उपयोग का अधिकार

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को शासकीय भूमि उपयोग का अधिकार देकर उन्हें बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध करवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस भूमि पर मालिकाना हक सरकार का होगा। समय विशेष के लिए इस भूमि के उपयोग का अधिकार देकर युवाओं को ऐसी फसलों के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं,जो नगदीं हैं और युवाओं को कम समय में लाभ दे सकती हैं।

स्व-सहायता समूहों को 24 की जगह 12 प्रतिशत ब्याज पर ऋण

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ग्रामीण आजीविका मिशन में गठित स्व-सहायता समूहों को दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज दर को 24 प्रतिशत के स्थान पर घटाकर 12 प्रतिशत करने को कहा। उन्होंने कहा कि ज्यादा ब्याज दर के कारण कई स्व-सहायता समूह लाभ के बजाए कर्जदार हो जाते हैं। उन्होंने वर्तमान में स्व-सहायता समूहों पर कर्ज भार का आकलन कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।

आवासहीनों को पट्टा वितरण शुरू

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों और आवासहीनों को आवासीय पट्टा देकर अपना घर बनाने के लिए आर्थिक सहायता देने को कहा। कमलनाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में आवासहीनों को पट्टा वितरण का अभियान चलाया जाए। उन्होंने समय-सीमा में इसकी योजना तैयार करने को कहा।

रूचि के हिसाब से मध्यान्ह भोजन

मुख्यमंत्री ने मध्यान्ह भोजन योजना में बच्चों को रूचिकर भोजन देने को कहा। उन्होंने कहा कि पौष्टिकता के साथ बच्चों की खाने की रूचि का भी ध्यान रखा जाना चाहिए, जिससे उन्हें पौष्टिक तत्व मिल सकें!

मजरे-टोले बनेंगे राजस्व ग्राम

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मजरे-टोलों को राजस्व ग्राम घोषित करने पर विचार करने को कहा। उन्होंने कहा कि इससे हम राज्य और केन्द्र की योजनाओं का लाभ वहाँ के रहवासियों को दे सकेंगे। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के रख-रखाव के लिए स्थायी नीति बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने टेक होम राशन के मामले में व्यवहारिक नीति बनाने को कहा ताकि इसे सफल बनाया जा सके।

रोजगार देना सुनिश्चित करें

कमलनाथ ने कहा कि कौशल विकास में दिये जाने वाले प्रशिक्षण संख्या आधारित होने के बजाए रोजगार आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ लक्ष्य पूरा करने पर नहीं बल्कि रोजगार सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में कितने प्रशिक्षित लोगों को रोजगार मिला, इसका भी आकलन करवाया जाए।

जल-संरक्षण पर विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वच्छता मिशन में ओडीएफ. घोषित गाँव की वास्तविकता का पता लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जल-संरक्षण के काम पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि पानी बचाने और पानी को संरक्षित करने की योजनाएँ सफल हों और जन-प्रतिनिधियों और लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान किया जाए।

Last Updated : Jun 9, 2019, 8:13 AM IST

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