नई दिल्ली/भोपाल। कमलनाथ ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. कमलनाथ फिलहाल मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी ने तय किया था, कि एक व्यक्ति और एक पद पर रहेगा.
सोनिया गांधी के एजेंडे पर अमल करते हुए अब पार्टी के कद्दावर नेता जो एक से ज्यादा पदों बैंठे थे. वे बारी-बारी से अपना एक पद छोड़ने को तैयार हो गए हैं. राहुल गांधी जब पार्टी अध्यक्ष थे तो चुनाव की हार के बाद पार्टी के कद्दावर नेताओं को अपनी जिम्मेदारी लेकर जनता में यह संदेश देने का संकेत दिया था. राहुल गांधी की बात पर जब किसी ने अमल नहीं किया तो राहुल ने खुद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली स्थित कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद साफ किया कि वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार हैं. कमलनाथ के बाद आप पार्टी के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद खुद को लेकर क्या फैसला लेते हैं इसका इंतजार है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. वे भी दो पद संभाल रहे थे.
अब सोनिया गांधी ने एक व्यक्ति एक पद नियम पर सख्ती से अमल करने का निर्देश दिया है. लेकिन अभी भी पार्टी में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ कई नेता ऐसे हैं जो एक से ज्यादा पद पर काबिज हैं.