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कांग्रेस में मचे घमासान के बाद कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपा इस्तीफा

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Published : Sep 7, 2019, 8:01 PM IST

Updated : Sep 7, 2019, 8:17 PM IST

सीएम कमलनाथ ने मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद पद उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा.

सीएम कमलनाथ

नई दिल्ली/भोपाल। कमलनाथ ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. कमलनाथ फिलहाल मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी ने तय किया था, कि एक व्यक्ति और एक पद पर रहेगा.

सोनिया गांधी के एजेंडे पर अमल करते हुए अब पार्टी के कद्दावर नेता जो एक से ज्यादा पदों बैंठे थे. वे बारी-बारी से अपना एक पद छोड़ने को तैयार हो गए हैं. राहुल गांधी जब पार्टी अध्यक्ष थे तो चुनाव की हार के बाद पार्टी के कद्दावर नेताओं को अपनी जिम्मेदारी लेकर जनता में यह संदेश देने का संकेत दिया था. राहुल गांधी की बात पर जब किसी ने अमल नहीं किया तो राहुल ने खुद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली स्थित कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद साफ किया कि वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार हैं. कमलनाथ के बाद आप पार्टी के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद खुद को लेकर क्या फैसला लेते हैं इसका इंतजार है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. वे भी दो पद संभाल रहे थे.

अब सोनिया गांधी ने एक व्यक्ति एक पद नियम पर सख्ती से अमल करने का निर्देश दिया है. लेकिन अभी भी पार्टी में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ कई नेता ऐसे हैं जो एक से ज्यादा पद पर काबिज हैं.

नई दिल्ली/भोपाल। कमलनाथ ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. कमलनाथ फिलहाल मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी ने तय किया था, कि एक व्यक्ति और एक पद पर रहेगा.

सोनिया गांधी के एजेंडे पर अमल करते हुए अब पार्टी के कद्दावर नेता जो एक से ज्यादा पदों बैंठे थे. वे बारी-बारी से अपना एक पद छोड़ने को तैयार हो गए हैं. राहुल गांधी जब पार्टी अध्यक्ष थे तो चुनाव की हार के बाद पार्टी के कद्दावर नेताओं को अपनी जिम्मेदारी लेकर जनता में यह संदेश देने का संकेत दिया था. राहुल गांधी की बात पर जब किसी ने अमल नहीं किया तो राहुल ने खुद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली स्थित कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद साफ किया कि वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार हैं. कमलनाथ के बाद आप पार्टी के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद खुद को लेकर क्या फैसला लेते हैं इसका इंतजार है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. वे भी दो पद संभाल रहे थे.

अब सोनिया गांधी ने एक व्यक्ति एक पद नियम पर सख्ती से अमल करने का निर्देश दिया है. लेकिन अभी भी पार्टी में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ कई नेता ऐसे हैं जो एक से ज्यादा पद पर काबिज हैं.

Intro:छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. बघेल की तरह कमलनाथ भी राज्य के मुख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष पद पर विराजमान थे .सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी ने तय किया था कि एक व्यक्ति और एक पद पर रहेगा
सोनिया गांधी के एजेंडे पर अमल करते हुए अब पार्टी के कद्दावर नेता जो 1 से ज्यादा पद पर कुंडली मारे बैठे थे उन्होंने बारी-बारी से अपना एक पद छोड़ने को तैयार हो गए हैं .राहुल गांधी जब पार्टी अध्यक्ष थे तो चुनाव की हार के बाद पार्टी के कद्दावर नेताओं को अपनी जिम्मेदारी लेकर जनता में यह संदेश देने का संकेत दिया था . राहुल गांधी की बात पर जब किसी ने अमल भी किया तो खुद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया .अब सोनिया गांधी ने एक व्यक्ति एक पद नियम पर सख्ती से अमल करने का निर्देश दिया है. लेकिन अभी भी पार्टी में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ कई नेताओं से हैं जो एक से ज्यादा पद पर काबिज हैं.


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शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिल्ली स्थित कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद साफ किया कि वे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार हैं .कमलनाथ के बाद आप पार्टी के कद्दावर नेता गुलाम नबी आजाद खुद को लेकर क्या फैसला लेते हैं इसका इंतजार है.
आजाद हरियाणा के प्रभारी के साथ साथ राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर भी काबिज हैं .राजस्थान के मुख्यमंत्री सचिन पायलट प्रदेश के अध्यक्ष पद पर भी काबिज हैं .पार्टी में किसान मजदूर कांग्रेस की चेयरमैन नाना पटोले हैं. महाराष्ट्र में
कैंपेन कमिटी के भी अध्यक्ष हैं. चौथे नंबर पर नितिन राऊत आते हैं. जो कांग्रेस पार्टी में अनुसूचित जाति सेल के साथ कांग्रेस के महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. इसके अलावा उमंग सिंगार कैबिनेट मंत्री है मध्य प्रदेश सरकार में और पार्टी के प्रभारी सचिव भी हैं. अब बघेल और कमलनाथ के बाद गुलाम नबी और सचिन पायलट भी खुद के बारे में फैसला लेकर एक व्यक्ति एक पद की सोनिया फार्मूले पर जल्द अमल करेंगे.


Conclusion:
Last Updated : Sep 7, 2019, 8:17 PM IST
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