भोपाल। कांग्रेस सेवादल के कार्यक्रम में पहुंचे कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर अलग अंदाज में नजर आए. सिंधिया ने सेवादल के कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होकर खाना भी खाया और टेंट में रात बिताई. इस दौरान उन्होंने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि वह राजनीति में किसी पद की लालसा से नहीं आए हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यकर्ताओं के साथ काफी देर तक समय बिताया. इस दौरान जब खाना खाने के दौरान सिंधिया से मीठा खाने के लिए कहा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें मीठे की जरूरत नहीं है, क्योंकि वे खुद मीठे हैं. काफी रात तक वे टेंट में रहे और इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से संवाद भी किया.
राजनीति में पद की लालसा के लिए नहीं आया
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वह राजनीति में किसी पद के लिए नहीं आए हैं. जब 18 सालों तक कोई पद नहीं मांगा, तो अब क्यों मागूंगा. उन्होंने कहा कि राजनीति में दो तरह के लोग काम करते हैं, इनमें किसी को कुर्सी की लालसा होती है और पद चाहिए होता है, लेकिन मैं दूसरी तरह की राजनीति करता हूं, जिसमें लोगों के लिए सेवा भाव होता है. पहला रास्ता आपको राजनीति में प्रगति की ओर ले जाता है, लेकिन दूसरे रास्ते की डगर थोड़ी कठिन होती है, लेकिन यह आपको सर्वश्रेष्ठ बनाता है.
आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण है सेवादल का योगदान
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस सेवादल का योगदान देश की आजादी में महत्वपूर्ण है. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस और हमारे क्रांतिकारी भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी सहित कई महान विभूतियां सेवादल की ही उपज हैं. सेवादल का सैनिक जब झंडा लेकर निकल पड़ता है, तो वह गांधी के सत्य और अहिंसा मे विश्वास रखता है. सेवादल की सफेद टोपी शुद्धता का प्रतीक है. अगर सेवादल नहीं होता तो अंग्रेजी हुकूमत से आजादी भी नहीं मिलती.
सिंधिया ने कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई से अपील करते हुए कहा कि वे सेवादल का शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगाना शुरू करें, ताकि वे भी इस आयोजन में भाग ले सकें. सिंधिया के साथ मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, तुलसी सिलावट और प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद थे.