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JUDA की हड़ताल खत्म: 17% स्टाइपेंड बढ़ाने पर सहमति, बाकी मांगों पर विचार के लिए बनेगी Committee

जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म हो गई है. मंत्री विश्वास सारंग से चर्चा के बाद JUDA ने हड़ताल वापस ले ली है. सरकार जूनियर डॉक्टर्स का स्टाइपंड (Stipend) 17 फीसदी बढ़ाने को राजी हो गई है.

JUDA strike called off
JUDA की हड़ताल खत्म
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Published : Jun 7, 2021, 12:16 PM IST

Updated : Jun 7, 2021, 1:19 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 8 दिनो से चल रही Junior Doctors की हड़ताल खत्म हो गई है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से बातचीत के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म की.

बात से बनी बात, JUDA की हड़ताल खत्म

Junior doctors की हड़ताल खत्म

मध्यप्रदेश के मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है. जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म कर दी है. मंत्री विश्वास सारंग से चर्चा के बाद सरकार और जूनियर डॉक्टर्स में बात बन गई है. जूनियर डॉक्टर्स तुरंत काम पर लौट रहे हैं. मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि जूनियर डॉक्टर्स के(Stipend) स्टाइपंड में 17 फीसदी की बढ़ोतरी पर सरकार सहमत हो गई है.

Junior doctors का (stipend) स्टाइपंड 17% बढ़ेगा

इधर, JUDA के पदाधिकारियों ने भी कहा कि सरकार से बातचीत के बाद हड़ताल खत्म हो गई है. सरकार 17 प्रतिशथ स्टाइपंड (Stipend) बढ़ाने पर राजी हो गई है. इसके लिखित आदेश शाम तक आने की उम्मीद है.

बाकी मांगों पर चर्चा के लिए बनेगी समन्वय समिति(co-ordination committee)

JUDA पदाधिकारियों ने बताया कि बाकी मांगों पर विचार करने के सरकार और जूनियर डॉक्टर्स के बीच एक committee बनाई जाएगी. जो दोनों के बीच समन्वय करेगी.

ऐसे बनी बात

सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच का विवाद थम गया है..जूनियर डॉक्टरों की सरकार ने मांगें मानी और वह हड़ताल पर से वापस काम पर लौट गए. सरकार ने एस्मा लगाने के साथ ही जूनियर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली थी, तो हाईकोर्ट जबलपुर ने भी डॉक्टरों को वापस काम पर आने के लिए 24 घंटे का समय दिया था. हाई कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि जिस तरह से डॉक्टर सिर्फ मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर स्ट्राइक पर हैं यह निंदनीय है. ऐसे में इनको वापस काम पर आना चाहिए

सरकार भी सख्त, अदालत भी सख्त

हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जूनियर डॉक्टर अपनी हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं हुए तो सरकार ने हॉस्टल खाली कराने के साथ ही जूनियर डॉक्टरों को आदेश ना मानते हुए कार्रवाई करने के आदेश भी दे दिए. कुछ डॉक्टरों को नोटिस भी जारी किए गए . सरकार अपनी ओर से झुकने को तैयार नहीं थी और ना ही जूनियर डॉक्टर.ऐसे में रविवार को इस विवाद में ठहराव नजर आने लगा. जूनियर डॉक्टर्स ने एक वीडियो जारी कर सरकार से मिलने का समय मांगा, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी तो रविवार देर रात चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जूनियर डॉक्टरों से चर्चा की. करीब 2 घंटे चली चर्चा के बाद सहमति बनी कि सुबह इस पूरे मामले का पटाक्षेप सभी के सामने किया जाएगा.सुबह 11:00 बजे विश्वास सारंग के निवास पर जूनियर डॉक्टर पहुंचे और बातचीत हुई. विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि हड़ताल खत्म हो गई है. डॉक्टर का स्टाइपेंड सरकार ने 17% बढ़ाने की बात मान ली है. अन्य मांगों के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है . जूनियर डॉक्टरों ने भी सरकार की बात पर मोहर लगाते हुए हड़ताल वापस लेते हुए काम पर लौटने की बात कही.

लिखित आदेश का इंतजार

जूनियर डॉक्टरों के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद मीना और भोपाल मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष हरीश पाठक ने बताया कि सरकार से बातचीत हो गई है. डॉक्टर अपने काम पर वापस जाने को तैयार हैं .जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की सेक्रेटरी मोना ने बताया कि सरकार से अन्य मांगों को लेकर एक कमेटी का गठन करने की बात हुई है . ये कमेटी अन्य मांगों को लेकर जल्द ही निर्णय लेगी. ।ऐसे में इन को आश्वासन लिखित रूप से मिलता है तो बेहतर होगा.

भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 8 दिनो से चल रही Junior Doctors की हड़ताल खत्म हो गई है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से बातचीत के बाद जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म की.

बात से बनी बात, JUDA की हड़ताल खत्म

Junior doctors की हड़ताल खत्म

मध्यप्रदेश के मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है. जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल खत्म कर दी है. मंत्री विश्वास सारंग से चर्चा के बाद सरकार और जूनियर डॉक्टर्स में बात बन गई है. जूनियर डॉक्टर्स तुरंत काम पर लौट रहे हैं. मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि जूनियर डॉक्टर्स के(Stipend) स्टाइपंड में 17 फीसदी की बढ़ोतरी पर सरकार सहमत हो गई है.

Junior doctors का (stipend) स्टाइपंड 17% बढ़ेगा

इधर, JUDA के पदाधिकारियों ने भी कहा कि सरकार से बातचीत के बाद हड़ताल खत्म हो गई है. सरकार 17 प्रतिशथ स्टाइपंड (Stipend) बढ़ाने पर राजी हो गई है. इसके लिखित आदेश शाम तक आने की उम्मीद है.

बाकी मांगों पर चर्चा के लिए बनेगी समन्वय समिति(co-ordination committee)

JUDA पदाधिकारियों ने बताया कि बाकी मांगों पर विचार करने के सरकार और जूनियर डॉक्टर्स के बीच एक committee बनाई जाएगी. जो दोनों के बीच समन्वय करेगी.

ऐसे बनी बात

सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच का विवाद थम गया है..जूनियर डॉक्टरों की सरकार ने मांगें मानी और वह हड़ताल पर से वापस काम पर लौट गए. सरकार ने एस्मा लगाने के साथ ही जूनियर डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली थी, तो हाईकोर्ट जबलपुर ने भी डॉक्टरों को वापस काम पर आने के लिए 24 घंटे का समय दिया था. हाई कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि जिस तरह से डॉक्टर सिर्फ मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर स्ट्राइक पर हैं यह निंदनीय है. ऐसे में इनको वापस काम पर आना चाहिए

सरकार भी सख्त, अदालत भी सख्त

हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी जूनियर डॉक्टर अपनी हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं हुए तो सरकार ने हॉस्टल खाली कराने के साथ ही जूनियर डॉक्टरों को आदेश ना मानते हुए कार्रवाई करने के आदेश भी दे दिए. कुछ डॉक्टरों को नोटिस भी जारी किए गए . सरकार अपनी ओर से झुकने को तैयार नहीं थी और ना ही जूनियर डॉक्टर.ऐसे में रविवार को इस विवाद में ठहराव नजर आने लगा. जूनियर डॉक्टर्स ने एक वीडियो जारी कर सरकार से मिलने का समय मांगा, लेकिन वहां भी बात नहीं बनी तो रविवार देर रात चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जूनियर डॉक्टरों से चर्चा की. करीब 2 घंटे चली चर्चा के बाद सहमति बनी कि सुबह इस पूरे मामले का पटाक्षेप सभी के सामने किया जाएगा.सुबह 11:00 बजे विश्वास सारंग के निवास पर जूनियर डॉक्टर पहुंचे और बातचीत हुई. विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि हड़ताल खत्म हो गई है. डॉक्टर का स्टाइपेंड सरकार ने 17% बढ़ाने की बात मान ली है. अन्य मांगों के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है . जूनियर डॉक्टरों ने भी सरकार की बात पर मोहर लगाते हुए हड़ताल वापस लेते हुए काम पर लौटने की बात कही.

लिखित आदेश का इंतजार

जूनियर डॉक्टरों के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद मीना और भोपाल मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष हरीश पाठक ने बताया कि सरकार से बातचीत हो गई है. डॉक्टर अपने काम पर वापस जाने को तैयार हैं .जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन की सेक्रेटरी मोना ने बताया कि सरकार से अन्य मांगों को लेकर एक कमेटी का गठन करने की बात हुई है . ये कमेटी अन्य मांगों को लेकर जल्द ही निर्णय लेगी. ।ऐसे में इन को आश्वासन लिखित रूप से मिलता है तो बेहतर होगा.

Last Updated : Jun 7, 2021, 1:19 PM IST
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