भोपाल। राजधानी भोपाल में पकड़े गए जेएमबी (जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश) के चारों आतंकी रिमांड हैं, इसी बीच, सोमवार को भोपाल कोर्ट में आतंकियों की पेशी हुई थी. पेशी में गिरफ्तार आतंकियों में से एक आतंकी ने चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं.
मात्र इतने रुपये में पहुंचे भोपाल आतंकी
आतंकी ने बताया कि, जमात उल मुजाहिदीन के आतंकियों ने पैसे देकर भारत की सीमा में प्रवेश किया था, इसके साथ ही भोपाल तक पहुंचने के लिए इन आतंकियों को मात्र चार हजार रुपये खर्च करने (jmb terrorists entered in India by paying four thousand) पड़े. आतंकियों ने बताया कि, वह त्रिपुरा के रास्ते भारत में दाखिल हुए हैं. फिलहाल ATS की स्पेशल टीम मामले में जांच कर रही है.
14 दिन एटीएस रिमांड पर आतंकवादी
आतंकवादी गतिविधियों में पकड़े गए संदिग्ध चारों आरोपियों को जिला न्यायालय भोपाल में विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन एटीएस रिमांड पर दिया गया. एटीएस की तरफ से वकील नीरेंद्र शर्मा ने बताया कि, मुख्य रूप से दो आधार पर एटीएस ने न्यायालय से रिमांड की मांग की थी. पहला आधार यह था कि, सारंगपुर से उन्होंने आपने फर्जी दस्तावेज तैयार करवाएं, जितेन का आधार कार्ड वोटर आईडी कार्ड इत्यादि बनाया गया, अब एटीएस लोगों की भी तलाश करेगी जिन्होंने इन लोगों को नकली दस्तावेज बनाने में जिन लोगों ने भी इनकी मदद की थी. इसके अलावा और कौन-कौन लोग उनके संगठन में जुड़े हुए हैं इसकी भी जांच अभी एटीएस द्वारा की जानी है.
पकड़े गए संदिग्ध आतंकी बांग्लादेशी निकले
एटीएस द्वारा पकड़े गए संदिग्ध आतंकी से शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि, पकड़े गए सभी संदिग्ध आतंकी बांग्लादेश के रहने वाले हैं. इनकी पहचान फजहर अली उर्फ मेहमूद पिता अशरफ इस्लाम (32), मोहम्मद अकील उर्फ अहमद पिता नूर अहमद शेख (24), जहूरउद्दीन उर्फ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली पिता शाहिद पठान (28) और फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन उर्फ हुसैन पिता अब्दुल रहमान के रूप में हुई है.
बेहद खतरनाक है जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि, जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश यानी जेएमबी एक खतरनाक आतंकी संगठन है. यह संगठन बांग्लादेश में कई सीरियल ब्लास्ट का जिम्मेदार रहा है. साल 2005 में इस संगठन ने बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर करीब 500 छोटे बम विस्फोट किए थे. संगठन द्वारा बांग्लादेश में बड़े स्तर पर नरसंहार किया गया.
मप्र के अलावा यहां से भी हुईं गिरफ्तारी
प्रदेश के भोपाल और ग्वालियर के अलावा छत्तीसगढ़ के रायपुर और उत्तर प्रदेश के देवबंद से भी आतेकियों की गिरफ्तारियों के बाद अब बंगाल में बांग्लादेश की सीमा पर चल रही भी देशविरोधी गतिविधियां उजागर होने की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल, भोपाल में चल रही गतिविधियों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय भी पैनी नजर बनाए हुए है.
भोपाल में स्लिपर सेल तैयार कर रहे थे आतंकी
साल 2014 में भारत के पश्चिम बंगाल के वर्धमान में बम ब्लास्ट किया था, जिसमें 2 लोग मारे गए थे. साल 2018 में बोधगया में भी बम ब्लास्ट किया गया था. ऐसे घटनाओं में संगठन का नाम आने के बाद भार सरकार द्वारा साल 2019 में इसे 5 साल के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया गया था. एटीएस के मुताबिक प्रतिबंध के बाद आतंकी संगठन द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे भविष्य में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके. इसी तरह अब ये आतंकी भोपाल में रहकर स्लिपर सेल तैयार कर रहे थे.
दो और संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
भोपाल में आतंकवादी संगठन जमात ए मुजाहिदीन के आतंकवादी पकड़े जाने के बाद इस मामले में एक संदिग्ध को एटीएस द्वारा ग्वालियर से भी गिरफ्तार किया गया है. एटीएस ग्वालियर ने कंपू थाना इलाके के खजानची बाबा की दरगाह इलाके से एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है, हालांकि पुलिस ने अभी संदिग्ध के कलेक्शन को उजागर नहीं किया है.पुलिस की खुफिया विंग पकड़े गये संदिग्ध से पूछताछ कर रही है. इसके अलावा एक और संदिग्ध की भी गिरफ्तारी की गई है.
ये भी पढ़ेः-