इंदौर। भारतीय स्टेट बैंक की खजराना ब्रांच के अलावा 4 जगहों पर 11.84 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में गुरूवार को सीबीआई ने छापेमारी की थी. सीबीआई को शिकायत मिली थी कि 18 बैंक खातों से ओडी (ओवरड्राफ्ट) सुविधा के जरिए बैंक के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई है. इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रही थी SBI की खजराना ब्रांच की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया. जो अपने ही बैंक के ग्राहकों के FD (फिक्स्ड डिपोजिट) पर लोन लेकर रुपए लूटती रही. इस धोखाधड़ी को स्वीटी ने बीते तीन साल में 18 ओवर ड्राफ्ट खातों के जरिए अंजाम दिया है. बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी को अंजाम देने वाली मास्टर माइंड बैंक मैनेजर स्वीटी सुनेरिया अपने पति के साथ नेपाल भाग चुकी है.
नेपाल भागी ठगी की मास्टर माइंड स्वीटी
इस मामले में पुलिस और सीबीआई की प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आ रही है कि शातिर बैंक मैनेजर स्वीटी सुनेरिया अपने पति आशीष सलूजा के साथ नेपाल भाग चुकी है. वहीं सीबीआई अब इस पूरे मामले में उनके परिजनों , घर और संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है. दौरान कई दस्तावेज भी सीबीआई ने हाथ लगे हैं जिन्हें जब्त कर इन दस्तावेजों की जांच की जा रही है.
15 साल की बेटी और बूढ़ी मां को छोड़कर भागी
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स्वीटी की धोखाधड़ी की साजिश का खुलासा तब हुआ जब 27 मई को एसबीआई की खजराना ब्रांच में आए एक ट्रेनी मैनेजर अंकुर शर्मा की नजर एक एफडी पर पड़ी. इस FD पर ओवरड्राफ्ट के जरिए लोन लिया गया था. इस पर ट्रेनी मैनेजर ने स्वीटी से पूछा कि कस्टमर तो कोई भी लोन लेने से मना कर रहा है. इस पर स्वीटी ने कहा कि इस बारे में कल बात करेंगे और बात को टाल दिया. ऐसा कह कर वह बैंक से काम खत्म कर गोयल एनक्लेव स्थित अपने घर गई और अपने पति के साथ इंदौर छोड़ दिया. इस दौरान वे अपनी मां और बेटी को भी साथ नहीं लिया. इस दौरान इंदौर छोड़ने के कुछ दिन बाद तक स्वीटी का फोन चालू था. वह बैंक कर्मियों को अपने मामा की मौत होने पर उनके घर जाने की झूठी कहानी बताती रही. कुछ दिन पहले उसकी आखिरी लोकेशन नैनीताल की मिली थी. जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि वह अपने पति के साथ नेपाल भाग चुकी है.
ऐसे खुली स्वीटी की साजिश
बैंक मैनेजर स्वीटी सुनेरिया वर्ष 2018 से 2021 के बीच इंदौर के खजराना क्षेत्र की सीबीआई ब्रांच की मैनेजर थी. उसका फर्जीवाड़ा तब पकड़ में आया जब एक ग्राहक बैंक में अपनी एफडी रिन्यूअल कराने आया. यहां उसे मौजूदा बैंक कर्मचारी अंकुर शर्मा ने बताया कि आपकी एफडी पर तो लोन है. लेकिन एफडी रिन्यूअल कराने आए ग्राहक ने लोन लेने से इंकार किया. उसने मामले की शिकायत भारतीय स्टेट बैंक के मुख्यालय में कर दी. इसके बाद इंदौर SBI एजीएम मनोज चौधरी की शिकायत पर खजराना ब्रांच मैनेजर स्वीटी सुनेरिया के खिलाफ जांच शुरू की गई जिसमें शमी बानो (ग्राहक) का अकाउंट नंबर मिला और उसके बाद इस पूरे मामले का खुलासा हो गया. इसके बाद एसबीआई ने पूरे मामले में 1 महीने पहले सीबीआई ने घोटाले की शिकायत दर्ज की. जांच के बाद सीबीआई ने बैंक मैनेजर स्वीटी सुनेरिया के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर इंदौर में एक साथ 4 जगह छापेमारी की.
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ऐसे अंजाम दी गई ठगी
इस पूरे मामले में सीबीआई की पड़ताल में यह सामने आया कि
- 18 बैंक खातों में ओवरड्राफ्ट सुविधा के माध्यम से करोड़ों रुपए की अवैध रूप से स्वीकृत देकर बैंक के साथ धोखाधड़ी की गई है.
- 2018 से 2021 के दौरान इन ओडी बैंक खातों के माध्यम से गलत तरीके से बैंक के पैसे को शेयर बाजार और दूसरी जगह पर निवेश किया गया है.
- इस धन को पहले स्वीटी के पति उनके परिवार के सदस्यों के खातों में ट्रांसफर किया गया और उसके बाद अलग अलग जगहों पर निवेश किया गया.
- इस तरह से तकरीबन 11. 84 करोड़ रुपए का बैंक को नुकसान पहुंचाया गया.
- एफडी नवीनीकरण के लिए पहुंचे ग्राहक से उसके खाते में मौजूद ओडी सुविधा से लोन लेने और दूसरे सुरक्षा मानकों को पूरा करने की सूचना दिए जाने के बारे में पूछा तो ग्राहक ने किसी भी तरह की सूचना और सहमति देने से इनकार किया.
- बैंक मैनेजर रही स्वीटी सुनेरिया ने इस धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए सबसे पहले 27 हजार रुपए बैलेंस के साथ शमी बानो के नाम से फर्जी खाता खोला.
- इसके बाद 18 FD पर OD (ओवर डॉफ्ट) अकाउंट खोला. जिसके जरिए इन एफडी पर 11 करोड़ 84 लाख का लोन लिया.
- इसके बाद लोन की ये राशि शमी बानो के अकाउंट में डाली गई.
- शमी बानो के अकाउंट से यह रुपए स्वीटी के पति आशीष सलूजा, मां मंजूषा के खाते में ट्रांसफर किए गए.
- पहले से ही ठगी का मास्टर प्लान तैयार कर चुकी स्वीटी ने OD लोन अकाउंट में दो मोबाइल नंबर भी दिए जो 11 डिजिट थे.
- मोबाइल नंबर उसके परिवार के लोगों के ही थे लेकिन इनमें 1 डिजिट ज्यादा इसलिए जोड़ा गया ताकि FD करने वाले कस्टमर के पास बैंक का कोई मैसेज न पहुंच सके.