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आपके खाने की थाली पर महंगाई का वार, प्याज के दाम फिर निकालेंगे आंसू! टमाटर और हरी सब्जियां भी बजट से बाहर

प्याज और टमाटर ही नहीं बल्कि दूसरी सब्जियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं. खुले मार्केट में प्याज के दाम के 45 से 50 रुपए तक पहुंच चुके हैं वहीं बीते चार पांच दिनों में टमाटर के दाम भी 50 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच चुके हैं.

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प्याज के दाम फिर निकालेंगे आंसू!
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Published : Oct 12, 2021, 10:29 PM IST

Updated : Oct 12, 2021, 10:39 PM IST

भोपाल/ इंदौर/ ग्वालियर. एक तरफ जनता पेट्रोल-डीजल की महंगाई से परेशान है तो दूसरी तरफ त्योहारों के सीजन में उसकी खाने का थाली का जायका भी उसके आंसू निकालने के लिए तैयार है. जी हां हम बात कर रहे हैं सब्जियों खासकर प्याज और टमाटर के बढ़ते हुए दाम की. सिर्फ प्याज और टमाटर ही नहीं बल्कि दूसरी सब्जियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं. खुले मार्केट में प्याज के दाम के 45 से 50 रुपए तक पहुंच चुके हैं वहीं बीते चार पांच दिनों में टमाटर के दाम भी 50 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच चुके हैं.

पेट्रोल-डीजल के बाद अब सब्जियों के दामों में लगी आग
प्रदेश के कई शहरों में पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दाम में भी आग लगी हुई है. प्याज और टमाटर के भाव अब पहुंच से बाहर जाने को तैयार हैं. यूं तो सब्जी को ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें प्याज का तड़का लगाना जरूरी होता है, लेकिन प्याज की बढ़ती कीमतें आपके जायके को खराब कर सकती हैं. प्याज के साथ टमाटर के रेट भी दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं. इतना ही नहीं हरी सब्जियों के दाम में भी काफी इजाफा देखने को मिल रहा है जिसने आम लोगों का बजट ही नहीं उनकी थाली का जायका भी बिगाड़ दिया है.

ये हैं खुले बाजार में सब्जियों के दाम
प्रदेश की खेरीज मार्केट में सब्जियों के दाम के बात करें तो जल्द ही कई सब्जियां आपकी पहुंच से बाहर हो सकती है. व्यापारियों की मानें तो चार-पांच दिन पहले टमाटर का रेट जहां ₹25 प्रति किलो था लेकिन अचानक से ही अब यह ₹50 प्रति किलो हो गया है. इसी तरह भोपाल में प्याज के रेट -थोक में प्याज 25 से ₹30 किलो -फुटकर में ₹40 किलो हो चुके हैं. इसके अलावा

कद्दू - ₹25 प्रति किलो

भिंडी - ₹40 प्रति किलो

गोभी - 60 से ₹70 प्रति किलो

बंध गोभी ₹30 प्रति किलो

बैगन - 60 से ₹50 प्रति किलो

लौकी - 25 से ₹30 प्रति किलो

शिमला मिर्च - ₹80 प्रति किलो

अदरक - ₹60 प्रति किलो

करेला - ₹50 प्रति किलो

बरबटी - ₹40 प्रति किलो (शहडोल सब्जी मंडी में आज का भाव)

इसलिए बढ़ रहे दाम
सवाल यह है कि त्योहारों के सीजन में सब्जियों के दाम अचानक इतनी तेजी में बढ़ रहे हैं. यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने कुछ बड़े सब्जी व्यापारियों से बात की. सब्जी कारोबारी अमित गुप्ता ने बताया कि टमाटर के दाम इसलिए बढ़ गए हैं क्योंकि बाहर से नए माल की आवक नहीं हो रही है. लोकल माल से फिलहाल काम चलाया जा रहा है. अमित बताते हैं कि इसे इस तरह समझिए डिमांड 500 क्रेट की है और लोकल माल 200 क्रेट ही मिल पा रहा है. ऐसे में रेट बढ़ना तय है.

प्याज के रेट में भी इसी वजह से आग लगी हुई है. अमित बताते हैं कि नए प्याज की आवक कम है, और पुराने प्याज का स्टॉक भी धीरे धीरे कम हो रहा है इसलिए प्याज के दाम कुछ ज्यादा बढ़ गए हैं. प्याज के दाम नए प्याज का स्टॉक आने के बाद ही कम हो सकेंगे. दूसरी हरी सब्जियों के दाम बढ़ने की बात करें तो लोकल से जो सब्जियां मिल रही हैं. उसी पर पूरा बाजार डिपेंडेंट है. अमित बताते हैं कि दाम बढ़ने का सीधा फंडा यह है कि डिमांड के बराबर सप्लाई नहीं होती तो दाम बढ़ेंगे ही.

महंगा भाड़ा और ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ा

सब्जी व्यापारियों के मुताबिक ट्रांसपोर्टेशन भी एक बड़ा फैक्टर है. क्योंकि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हुए हैं तो माल ढुलाई का भाड़ा भी ज्यादा लग रहा है. ट्रांसपोर्टेशन महंगा होने की वजह से छोटे व्यापारी अपना माल लेकर मंडियों में नहीं आ पा रहे. बाहर से गाड़ियां भी कम आ रही हैंं. सीजन खत्म होने पर बाहर से माल आना भी धीरे-धीरे कम हो जाता है. यही सब वजह है जिनसे नई आवक तक प्याज, टमाटर सहित दूसरी हरी सब्जियों के दाम बढ़े रहेंगे.


लोगों ने कहा सब्जियों के दाम कर रहे जेब ढीली
प्याज टमाटर और दूसरी अन्य सब्जियों के बढ़े हुए दामों को लेकर लोग भी काफी परेशान दिखाई दिए. जब हमने आम लोगों से बात की तो उनका कहना था कि इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दाम उनकी जेब ढ़ीली कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो प्याज खरीदना बंद कर दिया है. जिस तरह टमाटर के दाम बढ़े हैं उसकी खपत भी घरों में कम कर दी है. हरी सब्जियों की खपत भी कम कर दी है. लोगों का कहना है कि कोरोना काल ने पहले ही उन्हें तोड़ कर रख दिया है ऊपर से पेट्रोल, डीजल, खाने के तेल के दाम भी उनका तेल निकाले दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि महंगाई चरम है. घर चलाना मुश्किल हो रहा है इसलिए उन्हें अपने घरेलू बजट में कुछ तो कटौती करनी ही होगी।

फलों के दाम में विशेष फर्क नहीं
फलों के दाम को लेकर जब हमने फल व्यापारी अशोक कुमार गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि इस बार फलों के दाम में कोई ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है जिस रेट से वो पहले फल बेच रहे थे वही दाम पर नवरात्र में भी बेच रहे हैं।

सेव-80 से ₹100 प्रति किलो

अनार- 100 से ₹120 प्रति किलो

संतरा - 50 से ₹60 प्रति किलो

केला - 40 से ₹50 प्रति किलो दर्जन बिक रहा है.

दिल्ली की मंडियों में भी बढ़े प्याज, टमाटर के दाम
दिल्ली की मंडियों में टमाटर और प्याज के भाव में बड़ी तेजी देखी जा रही है. महंगाई दर भले घटी है, लेकिन सब्जियों की खुदरा रेट तेजी से बढ़ी है. दिल्ली में कर्नाटक और महाराष्ट्र से दिल्ली में टमाटर और प्याज की सप्लाई होती है, लेकिन दूसरे राज्यों में हुई भारी बारिश के चलते सब्जियों की सप्लाई प्रभावित हुई है. इसके अलावा डीजल की बढ़ती महंगाई ने भी सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं.

भोपाल/ इंदौर/ ग्वालियर. एक तरफ जनता पेट्रोल-डीजल की महंगाई से परेशान है तो दूसरी तरफ त्योहारों के सीजन में उसकी खाने का थाली का जायका भी उसके आंसू निकालने के लिए तैयार है. जी हां हम बात कर रहे हैं सब्जियों खासकर प्याज और टमाटर के बढ़ते हुए दाम की. सिर्फ प्याज और टमाटर ही नहीं बल्कि दूसरी सब्जियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं. खुले मार्केट में प्याज के दाम के 45 से 50 रुपए तक पहुंच चुके हैं वहीं बीते चार पांच दिनों में टमाटर के दाम भी 50 रुपए प्रतिकिलो तक पहुंच चुके हैं.

पेट्रोल-डीजल के बाद अब सब्जियों के दामों में लगी आग
प्रदेश के कई शहरों में पिछले कुछ दिनों से सब्जियों के दाम में भी आग लगी हुई है. प्याज और टमाटर के भाव अब पहुंच से बाहर जाने को तैयार हैं. यूं तो सब्जी को ज्यादा स्वादिष्ट बनाने के लिए उसमें प्याज का तड़का लगाना जरूरी होता है, लेकिन प्याज की बढ़ती कीमतें आपके जायके को खराब कर सकती हैं. प्याज के साथ टमाटर के रेट भी दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं. इतना ही नहीं हरी सब्जियों के दाम में भी काफी इजाफा देखने को मिल रहा है जिसने आम लोगों का बजट ही नहीं उनकी थाली का जायका भी बिगाड़ दिया है.

ये हैं खुले बाजार में सब्जियों के दाम
प्रदेश की खेरीज मार्केट में सब्जियों के दाम के बात करें तो जल्द ही कई सब्जियां आपकी पहुंच से बाहर हो सकती है. व्यापारियों की मानें तो चार-पांच दिन पहले टमाटर का रेट जहां ₹25 प्रति किलो था लेकिन अचानक से ही अब यह ₹50 प्रति किलो हो गया है. इसी तरह भोपाल में प्याज के रेट -थोक में प्याज 25 से ₹30 किलो -फुटकर में ₹40 किलो हो चुके हैं. इसके अलावा

कद्दू - ₹25 प्रति किलो

भिंडी - ₹40 प्रति किलो

गोभी - 60 से ₹70 प्रति किलो

बंध गोभी ₹30 प्रति किलो

बैगन - 60 से ₹50 प्रति किलो

लौकी - 25 से ₹30 प्रति किलो

शिमला मिर्च - ₹80 प्रति किलो

अदरक - ₹60 प्रति किलो

करेला - ₹50 प्रति किलो

बरबटी - ₹40 प्रति किलो (शहडोल सब्जी मंडी में आज का भाव)

इसलिए बढ़ रहे दाम
सवाल यह है कि त्योहारों के सीजन में सब्जियों के दाम अचानक इतनी तेजी में बढ़ रहे हैं. यह जानने के लिए ईटीवी भारत ने कुछ बड़े सब्जी व्यापारियों से बात की. सब्जी कारोबारी अमित गुप्ता ने बताया कि टमाटर के दाम इसलिए बढ़ गए हैं क्योंकि बाहर से नए माल की आवक नहीं हो रही है. लोकल माल से फिलहाल काम चलाया जा रहा है. अमित बताते हैं कि इसे इस तरह समझिए डिमांड 500 क्रेट की है और लोकल माल 200 क्रेट ही मिल पा रहा है. ऐसे में रेट बढ़ना तय है.

प्याज के रेट में भी इसी वजह से आग लगी हुई है. अमित बताते हैं कि नए प्याज की आवक कम है, और पुराने प्याज का स्टॉक भी धीरे धीरे कम हो रहा है इसलिए प्याज के दाम कुछ ज्यादा बढ़ गए हैं. प्याज के दाम नए प्याज का स्टॉक आने के बाद ही कम हो सकेंगे. दूसरी हरी सब्जियों के दाम बढ़ने की बात करें तो लोकल से जो सब्जियां मिल रही हैं. उसी पर पूरा बाजार डिपेंडेंट है. अमित बताते हैं कि दाम बढ़ने का सीधा फंडा यह है कि डिमांड के बराबर सप्लाई नहीं होती तो दाम बढ़ेंगे ही.

महंगा भाड़ा और ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बढ़ा

सब्जी व्यापारियों के मुताबिक ट्रांसपोर्टेशन भी एक बड़ा फैक्टर है. क्योंकि पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हुए हैं तो माल ढुलाई का भाड़ा भी ज्यादा लग रहा है. ट्रांसपोर्टेशन महंगा होने की वजह से छोटे व्यापारी अपना माल लेकर मंडियों में नहीं आ पा रहे. बाहर से गाड़ियां भी कम आ रही हैंं. सीजन खत्म होने पर बाहर से माल आना भी धीरे-धीरे कम हो जाता है. यही सब वजह है जिनसे नई आवक तक प्याज, टमाटर सहित दूसरी हरी सब्जियों के दाम बढ़े रहेंगे.


लोगों ने कहा सब्जियों के दाम कर रहे जेब ढीली
प्याज टमाटर और दूसरी अन्य सब्जियों के बढ़े हुए दामों को लेकर लोग भी काफी परेशान दिखाई दिए. जब हमने आम लोगों से बात की तो उनका कहना था कि इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दाम उनकी जेब ढ़ीली कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो प्याज खरीदना बंद कर दिया है. जिस तरह टमाटर के दाम बढ़े हैं उसकी खपत भी घरों में कम कर दी है. हरी सब्जियों की खपत भी कम कर दी है. लोगों का कहना है कि कोरोना काल ने पहले ही उन्हें तोड़ कर रख दिया है ऊपर से पेट्रोल, डीजल, खाने के तेल के दाम भी उनका तेल निकाले दे रहे हैं. लोगों का कहना है कि महंगाई चरम है. घर चलाना मुश्किल हो रहा है इसलिए उन्हें अपने घरेलू बजट में कुछ तो कटौती करनी ही होगी।

फलों के दाम में विशेष फर्क नहीं
फलों के दाम को लेकर जब हमने फल व्यापारी अशोक कुमार गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि इस बार फलों के दाम में कोई ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है जिस रेट से वो पहले फल बेच रहे थे वही दाम पर नवरात्र में भी बेच रहे हैं।

सेव-80 से ₹100 प्रति किलो

अनार- 100 से ₹120 प्रति किलो

संतरा - 50 से ₹60 प्रति किलो

केला - 40 से ₹50 प्रति किलो दर्जन बिक रहा है.

दिल्ली की मंडियों में भी बढ़े प्याज, टमाटर के दाम
दिल्ली की मंडियों में टमाटर और प्याज के भाव में बड़ी तेजी देखी जा रही है. महंगाई दर भले घटी है, लेकिन सब्जियों की खुदरा रेट तेजी से बढ़ी है. दिल्ली में कर्नाटक और महाराष्ट्र से दिल्ली में टमाटर और प्याज की सप्लाई होती है, लेकिन दूसरे राज्यों में हुई भारी बारिश के चलते सब्जियों की सप्लाई प्रभावित हुई है. इसके अलावा डीजल की बढ़ती महंगाई ने भी सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं.

Last Updated : Oct 12, 2021, 10:39 PM IST
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