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No एक्शन, Only हंगामा! फिल्म शूटिंग पर कहां है Guideline, सिर्फ बवाल हुआ

फिल्मों की शूटिंग और एमपी में हंगामा अब नई बात नहीं रही. ताजा विवाद वेब सीरीज आश्रम-3 को लेकर हुआ. फिर गाइडलाइन की बात हुई. जो पहले भी हो चुकी है. लेकिन सख्त एक्शन कुछ नहीं हुआ. ऐसे में कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी सिर्फ हंगामा करना चाहती है, असल में कोई कार्रवाई नहीं करती.

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No एक्शन, Only हंगामा!
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Published : Oct 25, 2021, 10:27 PM IST

भोपाल। फिल्मों के लिए मध्यप्रदेश निर्माताओं के लिए पसंदीदा जगहों में से एक रही है. पिछले कुछ सालों में यहां फिल्मों की शूटिंग भी ज्यादा होने लगी है. लेकिन इसके साथ ही इन पर विवाद भी बढ़ने लगा है. ताजा विवाद प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम को लेकर है. हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि फिल्म में हिंदू धर्म की नकारात्मक छवि दिखाई जा रही है. विवाद बढ़ा तो सियासी बयानबाजी भी होने लगी. ऐसे में एक बार फिर यहां फिल्मों की शूटिंग को लेकर गाइडलाइन बनाने की बात शुरु हो गई.

आश्रम 3 विवाद और फिर से गाइडलाइन की चर्चा

वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान तोड़फोड़ का है. इसके पहले भी कई विवाद हो चुके हैं. ऐसे में सरकार का फिल्म सिटी बनाने का सपना अधर में लटकता नजर आ रहा है. वहीं थिएटर और फिल्मी दुनिया से जुड़े कई कलाकार मानते हैं कि प्रकाश झा को हिंदू भावनाओं का ध्यान रखते हुए फिल्म का नाम परिवर्तित करना चाहिए. भूतनाथ फिल्म के डायरेक्टर विवेक शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म का मजाक न बनाएं फिल्म डायरेक्टर.

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आश्रम 3 विवाद और फिर से गाइडलाइन की चर्चा

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का पुराना राग, नई गाइडलाइन बनेगी

वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान भोपाल में हुए बवाल पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नाराजगी जताई है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारी भावनाओं को आहत करने वाले ही दृश्य क्यों फिल्माए जाते हैं, यदि हिम्मत है तो दूसरे धर्मों की भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य फिल्माएं. इस पर सरकार जल्द ही स्थाई गाइडलाइन जारी करेगी. यदि कोई आपत्तिजनक सीन या किसी दूसरे धर्म को आहत करने वाले सीन स्टोरी में हैं तो प्रशासन को उसकी स्टोरी बताएं और अनुमति लें. मध्यप्रदेश में फिल्म की शूटिंग करने का स्वागत है, लेकिन यदि कोई आपत्तिजनक स्टोरी है तो पहले प्रशासन को बताएं. गृह मंत्री ने सवाल उठाया है कि आखिर आश्रम नाम ही क्यों रखा गया.

  • #WebSeries #Aashram-3 के विवाद के बाद प्रदेश सरकार फिल्मांकन को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी करने जा रही है।

    अब शूटिंग से पहले जिला प्रशासन को स्क्रिप्ट दिखानी होगी और उस पर अनुमति मिलने के बाद ही शूटिंग की जा सकेगी। pic.twitter.com/n0idTGCQGA

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) October 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

साधू संतों की कमेटी देखेगी स्क्रिप्ट- प्रज्ञा ठाकुर

सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि सनातन धर्म का जो अपमान करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. इसके साथ ही साध्वी प्रज्ञा ने साधु संतों के साथ मिलकर यह फैसला लिया है कि जो भी इस तरह की वेब सीरीज या फिल्म बनेगी, उसकी स्क्रिप्ट या फिल्म पहले साधु-संतों की कमेटी देखेगी उसके बाद ही उसे शूटिंग की इजाजत दी जाएगी.

A Suitable Boy पर भी हुआ था हंगामा, फिर अटक गई गाइडलाइन

ऐसा ही जमकर बवाल पिछले साल महेश्वर में फिल्माई गई A Suitable Boy को लेकर भी हुआ था. मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गृह विभाग और विधि विभाग के अधिकारियों को बैठक कर मामले का परीक्षण करने के निर्देश दिए थे. हालांकि इस पर बाद में कोई नीतिगत फैसला नहीं हुआ. फिल्मों को पिछले एक साल में प्रदेश में आधा दर्जन विवाद सामने आ चुके हैं. कांग्रेस आरोप लगा रही है कि बीजेपी सिर्फ हिंदू के मुद्दे को लेकर हंगामा ही करती है, धरातल पर वो कोई नियम या गाइडलाइन नहीं बनाती. उसे सिर्फ अपने वोट बैंक को साधना है.

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A Suitable Boy पर भी हुआ था हंगामा, फिर अटक गई गाइडलाइन

सदन में पारित हुआ था प्रस्ताव

बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने सदन में प्लेट फॉर्म प्लेटफार्म पर प्रसारित वेब सीरीज को बिना सेंसर बोर्ड, या अन्य बोर्ड से पास के बिना प्रसारण पर रोक लगाने और निर्माता निर्देशक के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने का अधिकार प्रदेश सरकार को दिया जाने को लेकर प्रस्ताव रखा. यशपाल सिसोदिया के प्रस्ताव पर गृह एवं संसदीय कार्यमंत्री ने आपत्ति उठाई. वेब सीरीज पर खासतौर से हिंदू धर्म के खिलाफ प्रचार और बदनाम करने को उनकी भावनाओं को आहत करने की कोशिश की जा रही है. जिसका उदाहरण है प्रदेश में सूट हुई A Suitable Boy सीरीज में मंदिर क्षेत्र में फिल्माया वीडियो, जबकि अन्य किसी धर्म को लेकर ऐसा नहीं किया जाता है. इसलिए इस पर सख्ती होना चाहिए. जिसके बाद सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया.

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सदन में पारित हुआ था प्रस्ताव

थाने में केस भी हुआ, लेकिन गाइडलाइन नहीं बनी

2019 में महेश्वर में नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ए सूटेबल बाॅय की शूटिंग हुई थी. इस वेब सीरीज के कुछ दृश्यों को लेकर बाद में खूब विवाद हुआ. महेश्वर में किसिंग सीन को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता गौरव तिवारी ने रीवा में एफआईआर भी दर्ज कराई. विवाद गहराया तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के बाद कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि गृह और विधि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बात का परीक्षण किया जाए कि इन दृश्यों के आधार पर निर्माता निर्देशक पर क्या कार्रवाई हो सकती है. हालांकि जब इसे लेकर गृहमंत्री के ओएसडी अशोक अवस्थी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर बाद में कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया गया है.


इन मामलों को लेकर हो चुका विवाद

  • 1 सितंबर को खरगौन की पवित्र नगरी महेश्वर के अहिल्या घाट पर चल रही तमिल फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री तृष्णा कृष्णन वायरल वीडियो में शिवलिंग के पास चप्पल पहने दिखाई दी, इसके बाद हिंदू संगठनों ने विरोध किया. बाद में फिल्म निर्माताओं ने मांफी मांगी.
  • नवंबर 2020 में मीरा नायर की वेब सीरीज ए सूटेबल बाॅय में मंदिर में किसिंग सीन को लेकर विवाद हुआ. एफआईआर दज हुई.
  • जुलाई 2021 में कार्तिक आर्यन अभिनीत फिल्म सत्यनारायण की कथा के नाम पर विवाद हुआ, तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच करने और कार्रवाई करने तक के निर्देश दिए थे.
  • सितंबर 2021 को मध्यप्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने फिल्म रावण लीला के टाइटल को लेकर विरोध जताया. नाम को लेकर हुए विवाद के बाद इसका नाम बदल दिया गया.
  • बाॅलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन को लेकर किए गए विवादित ट्वीट के बाद बैतूल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध में रैली निकाली. पुलिस से झड़प भी हुई।
  • पद्मावत फिल्म को लेकर भी जमकर विवाद हुआ. इंदौर, भोपाल में करणी सेना ने आगजनी की. कई टाॅकीज में तोड़फोड़ की

संतों से ली जानी चाहिए अनुमति

अखाडा परिषद् के पूर्व महामंत्री और महंत अवधेश पूरी जी ने आरोप लगाया, कि उज्जैन में जब भी किसी व्यक्ति विशेष पर कोई फिल्म बनाई जाती है , तो उस व्यक्ति से उसकी अनुमति प्राप्त की जाती है . यदि फिल्म की शूटिंग किसी धर्म अथवा धार्मिक स्थल पर की जा रही हो तो उसकी अनुमति निश्चित रूप से धर्म गुरुओं से लेनी चाहिए. इसकी अनुमति देने का अधिकार कलेक्टर को अथवा महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को नहीं हो सकता. ओ माय गॉड 2 की शूटिंग की जा रही है और उसकी अनुमति महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रदान की गई है तो इसको उचित नहीं ठहराया जा सकता. क्योंकि इसमें धर्म जगत के लोगों की यानी धर्म गुरुओं की अनुमति अथवा स्वीकृति प्राप्त नहीं की गई है.

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OMG-2 पर भी विवाद

OMG-2 पर भी विवाद

आरोप लगाया जा रहा है कि ओ माय गॉड फिल्म में धर्म का मजाक उड़ाया गया था. फिल्म में धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ किया. इसीलिए इस बार भी ऐसी कोई गलती होने की पूरी आशंका जताई जा रही है. ओह माय गॉड फिल्म 2 में हमारी धार्मिक परंपराओं के साथ या मर्यादाओं के साथ कोई खिलवाड़ हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेवारी महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की होगी

लालफीताशाही में अटके विवादित फिल्मों पर फैसले

जब जब एमपी में फिल्म की शूटिंग पर विवाद होता है तो नई गाइडलाइन बनाने की चर्चा जोर पकड़ने लगती है. सरकार भी कहती है कि हिंदू धर्म का अपमान नहीं होने देंगे. कड़ा कानून बनाएंगे. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा तक कह चुके हैं कि हिंदू धर्म से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकेगा. इसके बावजूद फिल्मों की शूटिंग पर हंगामा होता रहता है. लालफीताशाही के चक्कर में विवादित फिल्मों पर फैसले अटके हुए हैं. गृहमंत्री के वादे भी नहीं न जाने क्यों काम नहीं कर रहे हैं.

भोपाल। फिल्मों के लिए मध्यप्रदेश निर्माताओं के लिए पसंदीदा जगहों में से एक रही है. पिछले कुछ सालों में यहां फिल्मों की शूटिंग भी ज्यादा होने लगी है. लेकिन इसके साथ ही इन पर विवाद भी बढ़ने लगा है. ताजा विवाद प्रकाश झा की वेब सीरीज आश्रम को लेकर है. हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि फिल्म में हिंदू धर्म की नकारात्मक छवि दिखाई जा रही है. विवाद बढ़ा तो सियासी बयानबाजी भी होने लगी. ऐसे में एक बार फिर यहां फिल्मों की शूटिंग को लेकर गाइडलाइन बनाने की बात शुरु हो गई.

आश्रम 3 विवाद और फिर से गाइडलाइन की चर्चा

वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान तोड़फोड़ का है. इसके पहले भी कई विवाद हो चुके हैं. ऐसे में सरकार का फिल्म सिटी बनाने का सपना अधर में लटकता नजर आ रहा है. वहीं थिएटर और फिल्मी दुनिया से जुड़े कई कलाकार मानते हैं कि प्रकाश झा को हिंदू भावनाओं का ध्यान रखते हुए फिल्म का नाम परिवर्तित करना चाहिए. भूतनाथ फिल्म के डायरेक्टर विवेक शर्मा ने कहा कि हिंदू धर्म का मजाक न बनाएं फिल्म डायरेक्टर.

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आश्रम 3 विवाद और फिर से गाइडलाइन की चर्चा

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का पुराना राग, नई गाइडलाइन बनेगी

वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान भोपाल में हुए बवाल पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नाराजगी जताई है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारी भावनाओं को आहत करने वाले ही दृश्य क्यों फिल्माए जाते हैं, यदि हिम्मत है तो दूसरे धर्मों की भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य फिल्माएं. इस पर सरकार जल्द ही स्थाई गाइडलाइन जारी करेगी. यदि कोई आपत्तिजनक सीन या किसी दूसरे धर्म को आहत करने वाले सीन स्टोरी में हैं तो प्रशासन को उसकी स्टोरी बताएं और अनुमति लें. मध्यप्रदेश में फिल्म की शूटिंग करने का स्वागत है, लेकिन यदि कोई आपत्तिजनक स्टोरी है तो पहले प्रशासन को बताएं. गृह मंत्री ने सवाल उठाया है कि आखिर आश्रम नाम ही क्यों रखा गया.

  • #WebSeries #Aashram-3 के विवाद के बाद प्रदेश सरकार फिल्मांकन को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी करने जा रही है।

    अब शूटिंग से पहले जिला प्रशासन को स्क्रिप्ट दिखानी होगी और उस पर अनुमति मिलने के बाद ही शूटिंग की जा सकेगी। pic.twitter.com/n0idTGCQGA

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) October 25, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

साधू संतों की कमेटी देखेगी स्क्रिप्ट- प्रज्ञा ठाकुर

सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि सनातन धर्म का जो अपमान करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. इसके साथ ही साध्वी प्रज्ञा ने साधु संतों के साथ मिलकर यह फैसला लिया है कि जो भी इस तरह की वेब सीरीज या फिल्म बनेगी, उसकी स्क्रिप्ट या फिल्म पहले साधु-संतों की कमेटी देखेगी उसके बाद ही उसे शूटिंग की इजाजत दी जाएगी.

A Suitable Boy पर भी हुआ था हंगामा, फिर अटक गई गाइडलाइन

ऐसा ही जमकर बवाल पिछले साल महेश्वर में फिल्माई गई A Suitable Boy को लेकर भी हुआ था. मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गृह विभाग और विधि विभाग के अधिकारियों को बैठक कर मामले का परीक्षण करने के निर्देश दिए थे. हालांकि इस पर बाद में कोई नीतिगत फैसला नहीं हुआ. फिल्मों को पिछले एक साल में प्रदेश में आधा दर्जन विवाद सामने आ चुके हैं. कांग्रेस आरोप लगा रही है कि बीजेपी सिर्फ हिंदू के मुद्दे को लेकर हंगामा ही करती है, धरातल पर वो कोई नियम या गाइडलाइन नहीं बनाती. उसे सिर्फ अपने वोट बैंक को साधना है.

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A Suitable Boy पर भी हुआ था हंगामा, फिर अटक गई गाइडलाइन

सदन में पारित हुआ था प्रस्ताव

बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने सदन में प्लेट फॉर्म प्लेटफार्म पर प्रसारित वेब सीरीज को बिना सेंसर बोर्ड, या अन्य बोर्ड से पास के बिना प्रसारण पर रोक लगाने और निर्माता निर्देशक के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने का अधिकार प्रदेश सरकार को दिया जाने को लेकर प्रस्ताव रखा. यशपाल सिसोदिया के प्रस्ताव पर गृह एवं संसदीय कार्यमंत्री ने आपत्ति उठाई. वेब सीरीज पर खासतौर से हिंदू धर्म के खिलाफ प्रचार और बदनाम करने को उनकी भावनाओं को आहत करने की कोशिश की जा रही है. जिसका उदाहरण है प्रदेश में सूट हुई A Suitable Boy सीरीज में मंदिर क्षेत्र में फिल्माया वीडियो, जबकि अन्य किसी धर्म को लेकर ऐसा नहीं किया जाता है. इसलिए इस पर सख्ती होना चाहिए. जिसके बाद सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया.

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सदन में पारित हुआ था प्रस्ताव

थाने में केस भी हुआ, लेकिन गाइडलाइन नहीं बनी

2019 में महेश्वर में नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ए सूटेबल बाॅय की शूटिंग हुई थी. इस वेब सीरीज के कुछ दृश्यों को लेकर बाद में खूब विवाद हुआ. महेश्वर में किसिंग सीन को लेकर बीजेपी कार्यकर्ता गौरव तिवारी ने रीवा में एफआईआर भी दर्ज कराई. विवाद गहराया तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के बाद कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि गृह और विधि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बात का परीक्षण किया जाए कि इन दृश्यों के आधार पर निर्माता निर्देशक पर क्या कार्रवाई हो सकती है. हालांकि जब इसे लेकर गृहमंत्री के ओएसडी अशोक अवस्थी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर बाद में कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया गया है.


इन मामलों को लेकर हो चुका विवाद

  • 1 सितंबर को खरगौन की पवित्र नगरी महेश्वर के अहिल्या घाट पर चल रही तमिल फिल्म की शूटिंग के दौरान अभिनेत्री तृष्णा कृष्णन वायरल वीडियो में शिवलिंग के पास चप्पल पहने दिखाई दी, इसके बाद हिंदू संगठनों ने विरोध किया. बाद में फिल्म निर्माताओं ने मांफी मांगी.
  • नवंबर 2020 में मीरा नायर की वेब सीरीज ए सूटेबल बाॅय में मंदिर में किसिंग सीन को लेकर विवाद हुआ. एफआईआर दज हुई.
  • जुलाई 2021 में कार्तिक आर्यन अभिनीत फिल्म सत्यनारायण की कथा के नाम पर विवाद हुआ, तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच करने और कार्रवाई करने तक के निर्देश दिए थे.
  • सितंबर 2021 को मध्यप्रदेश सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने फिल्म रावण लीला के टाइटल को लेकर विरोध जताया. नाम को लेकर हुए विवाद के बाद इसका नाम बदल दिया गया.
  • बाॅलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन को लेकर किए गए विवादित ट्वीट के बाद बैतूल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध में रैली निकाली. पुलिस से झड़प भी हुई।
  • पद्मावत फिल्म को लेकर भी जमकर विवाद हुआ. इंदौर, भोपाल में करणी सेना ने आगजनी की. कई टाॅकीज में तोड़फोड़ की

संतों से ली जानी चाहिए अनुमति

अखाडा परिषद् के पूर्व महामंत्री और महंत अवधेश पूरी जी ने आरोप लगाया, कि उज्जैन में जब भी किसी व्यक्ति विशेष पर कोई फिल्म बनाई जाती है , तो उस व्यक्ति से उसकी अनुमति प्राप्त की जाती है . यदि फिल्म की शूटिंग किसी धर्म अथवा धार्मिक स्थल पर की जा रही हो तो उसकी अनुमति निश्चित रूप से धर्म गुरुओं से लेनी चाहिए. इसकी अनुमति देने का अधिकार कलेक्टर को अथवा महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को नहीं हो सकता. ओ माय गॉड 2 की शूटिंग की जा रही है और उसकी अनुमति महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रदान की गई है तो इसको उचित नहीं ठहराया जा सकता. क्योंकि इसमें धर्म जगत के लोगों की यानी धर्म गुरुओं की अनुमति अथवा स्वीकृति प्राप्त नहीं की गई है.

shooting vivad
OMG-2 पर भी विवाद

OMG-2 पर भी विवाद

आरोप लगाया जा रहा है कि ओ माय गॉड फिल्म में धर्म का मजाक उड़ाया गया था. फिल्म में धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ किया. इसीलिए इस बार भी ऐसी कोई गलती होने की पूरी आशंका जताई जा रही है. ओह माय गॉड फिल्म 2 में हमारी धार्मिक परंपराओं के साथ या मर्यादाओं के साथ कोई खिलवाड़ हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेवारी महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की होगी

लालफीताशाही में अटके विवादित फिल्मों पर फैसले

जब जब एमपी में फिल्म की शूटिंग पर विवाद होता है तो नई गाइडलाइन बनाने की चर्चा जोर पकड़ने लगती है. सरकार भी कहती है कि हिंदू धर्म का अपमान नहीं होने देंगे. कड़ा कानून बनाएंगे. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा तक कह चुके हैं कि हिंदू धर्म से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकेगा. इसके बावजूद फिल्मों की शूटिंग पर हंगामा होता रहता है. लालफीताशाही के चक्कर में विवादित फिल्मों पर फैसले अटके हुए हैं. गृहमंत्री के वादे भी नहीं न जाने क्यों काम नहीं कर रहे हैं.

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