भोपाल। कोरोना महामारी से बचाव के लिए देशभर में वैक्सीन लगाने का काम जोरों पर चल रहा है. 1 मई से 18 साल से अधिक और 45 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके लिए अभी सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ही हो रहा है. कोविन, आरोग्य सेतु, उमंग एप और वेब पोर्टल पर शुरुआती महज तीन घंटे में 80 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया.
केन्द्र की गाइडलाइन
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि इस संदेश का अधिक से अधिक प्रचार करें कि 18 से 45 आयु वर्ग के पात्र लोगों के लिए 'केवल ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन' की सुविधा उपलब्ध है. इसके अलावा भी केंद्र सरकार ने कई अहम निर्देश जारी किए हैं.
केंद्र के निर्देश-
1.निजी अस्पतालों, औद्योगिक इकाइयों के अस्पतालों, औद्योगिक संघों आदि के साथ संपर्क स्थापित कर मिशन मोड में अतिरिक्त निजी कोविड टीकाकरण केन्द्रों (सीवीसी) का रजिस्ट्रेशन हो.
2.संबंधित प्राधिकरणों के साथ कॉर्डिनेशन, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के दौरान देरी से बचने के लिए आवेदन/निवेदन, प्रोसेसिंग और निगरानी के लिए प्रभावी तंत्र विकसित किया जाए.
3.जिन अस्पतालों ने वैक्सीन की खरीद कर ली है और कोविन प्लेटफॉर्म पर स्टॉक और कीमत की घोषणा कर दी है, ऐसे अस्पतालों की संख्या की निगरानी करें.
4.कोविन प्लेटफॉर्म पर टीकाकरण स्लॉट की पर्याप्त दृश्यता प्रदान करने के लिए पात्र आबादी का निर्धारित समयानुसार टीकाकरण हो.
5.राज्य/ केन्द्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा वैक्सीन को सीधे कंपनियों से खरीदने के बारे में प्राथमिकता के आधार पर निर्णय लिया जाए.
6.टीकाकरण, AEFI रिपोर्टिंग और प्रबन्धन, कोविन के उपयोग के बारे में कोरोना टीका केंद्र (CVC) स्टाफ को प्रशिक्षित करें – प्रशिक्षण कार्यक्रम और वैक्सीन स्टॉक्स संबंधी समाधान निजी सीवीसी को पहले ही प्रदान किया जा चुका है.
7. CVC पर आने वाली भीड़ के प्रभावी प्रबन्धन के लिए कानून और व्यवस्था संबंधी प्राधिकरणों के साथ समन्वय स्थापित करें.
देश को कुल कितनी डोज चाहिए ?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में भारत की जितनी आबादी अनुमानित है, उसके आधार पर 93.9 करोड़ डोज की जरूरत होगी. जितने भी टीके उपलब्ध हैं, उनकी दो डोज अनिवार्य है. इसका मतलब है कि 187.8 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी.भारत में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की आबादी 13.7 करोड़ है. इनके लिए 27.4 करोड़ डोज की जरूरत होगी.45-60 साल की श्रेणी में आने वाले लोगों की आबादी 20.7 करोड़ है. इनके लिए 40.14 करोड़ डोज की जरूरत होगी.18-45 साल की आयु वालों की आबादी 59.5 करोड़ है. इनके लिए 119.9 करोड़ डोज की जरूरत होगी.अभी औसतन एक दिन में 26.5 लाख लोगों को वैक्सीन लग पाती है.
राज्य कितने तैयार?
केन्द्र ने 1 मई से कोरोना टीकाकरण की घोषणा जरूर कर दी है, लेकिन इसमें कई अड़चन हैं. कुछ राज्य 1 मई से टीकाकरण के लिए तैयार हैं, तो कुछ राज्यों का कहना है कि उनके पास वैक्सीन की डोज ही नहीं हैं.अब सवाल ये है कि क्या केंद्र सरकार राज्यों को इतनी बड़ी संख्या में टीके उपलब्ध करवा पाएगी.
कौन-कौन से राज्य वैक्सीनेशन के लिए तैयार हैं :
गुजरात में 1 मई से होगा टीकाकरण
राज्य सरकार ने 18 साल से अधिक के लोगों के टीकाकरण के लिए 1.50 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है. इसके लिए फार्मा कंपनियों से बातचीत चल रही है.
मध्यप्रदेश भी है तैयार
मध्यप्रदेश में 1 मई से 18+ उम्र वालों का वैक्सीनेशन किया जाना है. इसके लिए सरकार की तरफ से 45 लाख डोज का आर्डर दे दिया है. सरकार का दावा है कि ये वैक्सीन 1 मई से पहले प्रदेश को मिल जाएगी
UP ने भी दिया ऑर्डर
उत्तर प्रदेश में भी एक मई से 18 साल की उम्र के ऊपर के लोगों पर वैक्सीन अभियान शुरू हो रहा है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके कहा कि आगामी 1 मई से होने वाले टीकाकरण के लिए 1 करोड़ वैक्सीन के ऑर्डर भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को दे दिए गए हैं.
हरियाणा
एक मई से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन के लिए हरियाणा सरकार ने कुल 66 लाख वैक्सीन डोज का ऑर्डर दिया है. हरियाणा सरकार की तरफ से कोविशील्ड की 40 लाख वैक्सीन डोज जबकि 26 लाख कोवैक्सीन की डोज का ऑर्डर दिया गया है.
कौन-कौन से राज्य अभी तैयार नहीं :
राजस्थान में 15 मई से ही शुरु हो पाएगा टीकाकरण
राजस्थान सरकार का कहना है कि उनके यहां 15 मई से ही 18 से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी.राजस्थान को ये फैसला वैक्सीन की सप्लाई में हो रही देरी के कारण करना पड़ रहा है. राजस्थान सरकार का कहना है कि उन्होंने सीरम इंस्टीट्यूट को साढ़े तीन करोड़ वैक्सीन की डोज़ का ऑर्डर दिया है, लेकिन ये कब मिलेंगी अभी साफ नहीं हो पाया है.
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा के मुताबिक, उनके राज्य को कुल सात करोड़ वैक्सीन की डोज की जरूरत है. सीरम इंस्टीट्यूट को उन्होंने 3.75 करोड़ डोज का ऑर्डर दे दिया है. ऐसे में ये सप्लाई 15 मई के आसपास ही आ सकती है.
महाराष्ट्र में है वैक्सीन की कमी
महाराष्ट्र ने भी साफ कर दिया है कि एक मई से वैक्सीनेशन का नया चरण शुरू नहीं होगा. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि युवाओं से विनती है कि वो थोड़ा सब्र रखें. उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक ने हर महीने 10 लाख वैक्सीन देने की बात कही है, बाद में इसे बीस लाख तक किया जाएगा. जबकि सीरम ने हर महीने एक करोड़ डोज देने की बात कही है.
छत्तीसगढ़ में COVID टीकाकरण महाअभियान को झटका
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर राज्यों की जनसंख्या, पॉजिटिविटी रेट, एक्टिव पेशेंट रेट को ध्यान में रखकर वैक्सीन आवंटन करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा, कि भारत बायोटेक ने सिर्फ 25 लाख डोज उपलब्ध कराने के लिए 3 महीने का समय मांगा है. ऐसे जरूरी वैक्सीन डोज मिलने में पूरा साल निकल जाएगा.
पंजाब में वैक्सीन का संकट
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमारे पास 4 लाख वैक्सीन ही बची हैं. अब जब तक केंद्र की तरफ से हमें और वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई जाती, तब तक 1 मई से सबको टीका कैसे लगा सकते हैं? पंजाब सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि अगर वैक्सीन उपलब्ध नहीं है तो उसे देने का हमारे पास कोई तरीका नहीं है.
रजिस्ट्रेशन हो रहा है, slot नहीं मिल रहा
1 मई से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन (Covid-19 Vaccination) के लिए रेजिस्ट्रेशन प्रकिया शुरू हो गई है, लेकिन वैक्सीनेशन के लिए टाइम स्लॉट नहीं मिल रहा है.
जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन हो भी रहा है, उन्हें वैक्सीनेशन का टाइम स्लॉट अलॉट नहीं हो रहा. अपॉइंटमेंट के लिए उन्हें कुछ देर बार फिर से चेक करने का मेसेज आ रहा है. अब आरोग्य सेतु ऐप के ऑफिशल ट्विटर हैंडल से इसे लेकर तस्वीर साफ की गई है. ट्वीट में बताया गया है कि 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन का अपॉइंटमेंट तभी संभव होगा जब राज्य सरकारें और प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर वैक्सीनेशन सेशंस शुरू करेंगी.