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Hijab Controversy: भोपाल में जुमे की नमाज से पहले शहर काजी जारी करेंगे हिजाब पर गाइडलाइन - भोपाल लेटेस्ट न्यूज

भोपाल में आज शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले शहर काजी हिजाब को लेकर गाइडलाइन जारी करेंगे. शहर काज़ी का कहना है कि ये गाइडलाइन इसलिए जारी की जा रही है ताकि मध्य प्रदेश में कर्नाटक जैसी स्थिति पैदा न हो. (Hijab Controversy in Bhopal)

Hijab Controversy in Bhopal
भोपाल में हिजाब विवाद
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Published : Feb 11, 2022, 10:54 AM IST

Updated : Feb 11, 2022, 3:22 PM IST

भोपाल। कर्नाटक में हिजाब पर शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है. कहीं ये भगवा बनाम हिजाब बन गया है, तो कहीं हिजाब को लेकर अनूठे तरह के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके साथ ही एमपी में भी इस पर अब सियासत गर्माती जा रही है और भोपाल शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी के बयान ने तो नये बवाल की आशंका को जन्म दे दिया है. उनके हिजाब पर गाइडलाइन को लेकर दिए गये बयान ने इस मुद्दे को और हवा दे दी है. शहर काजी ने शुक्रवार यानी आज जुमे की नमाज से पहले हिजाब पर गाइडलाइन की बात कही है.

मस्जिदों में हिजाब को लेकर बयान
शहर काजी सैयद मुश्ताक ने बताया कि हिजाब को लेकर जिस तरह की बहस और बवाल मचा है, वैसे हालात की जरूरत नहीं है. हर मजहब के मानने वाले को धर्म की मान्यता के मुताबिक कपड़े पहनने की आजादी है. ऐसे में हिजाब या बुर्के को लेकर अलग से बहस करने या नियम कानून लागू करने की क्या जरूरत है. शहर काजी ने भोपाल के लोगों से मामले में धैर्य और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है, ताकि कर्नाटक जैसी स्थिति मध्य प्रदेश में पैदा ना हो जाए. उनका यह भी कहना है कि सरकार भी अल्पसंख्यकों की भावनाओं के अनुरूप फैसले ले रही है. शहर काजी ने बताया कि मुस्लिम समाज को हिजाब को लेकर अपनाए जाने वाले तरीकों को समझाने के लिए खास बात करनी होगी.

हिजाब को लेकर फैले भ्रम के बारे में जानें
शहर काजी ने कहा है कि हिजाब पर बयान शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले शहर की सभी मस्जिदों में जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अपने धर्म, उसकी व्यवस्थाओं और मान्यताओं को लेकर सभी को बेहतर जानकारी है, लेकिन समय-समय पर इसको दोहराया जाना और याद दिलाया जाना भी जरूरी है. इसी मकसद को लेकर इस सप्ताह जुमे की नमाज से पहले मस्जिदों में हिजाब को लेकर बयान करवाया जा रहा है, ताकि लोग इसको लेकर फैले भ्रम से भी बाहर आ सकें. इसके पहनने के सही तरीके को भी समझ सकें.

कहां से शुरू हुआ विवाद
हिजाब विवाद की नींव नए साल की शुरुआत में ही रख गई थी. कर्नाटक के उडूपी जिले में 1 जनवरी 2022 को कुछ मुस्लिम छात्राओं ने सरकारी स्कूल में हिजाब पहनकर आने पर रोकने का आरोप लगाया था. हालांकि, बाद में छात्राओं को कॉलेज में एंट्री मिल गई. फिर क्या था विवाद ने यहीं से जन्म ले लिया. कुछ हिंदू छात्रों ने इसका विरोध किया और भगवा शॉल ओढ़कर स्कूल पहुंच गए. ऐसे में मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंच गया है. लगातार इस मामले पर कर्नाटक हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है. इसको लेकर आर्टिकल 21 का भी हवाला दिया जा रहा है. (karnataka hijab dispute) (Hijab Controversy in Bhopal) (Bhopal Qazi Statement on hijab) हिजाब जानकारी के लिए पढ़े यहां.

भोपाल। कर्नाटक में हिजाब पर शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है. कहीं ये भगवा बनाम हिजाब बन गया है, तो कहीं हिजाब को लेकर अनूठे तरह के विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके साथ ही एमपी में भी इस पर अब सियासत गर्माती जा रही है और भोपाल शहर काजी सैय्यद मुश्ताक अली नदवी के बयान ने तो नये बवाल की आशंका को जन्म दे दिया है. उनके हिजाब पर गाइडलाइन को लेकर दिए गये बयान ने इस मुद्दे को और हवा दे दी है. शहर काजी ने शुक्रवार यानी आज जुमे की नमाज से पहले हिजाब पर गाइडलाइन की बात कही है.

मस्जिदों में हिजाब को लेकर बयान
शहर काजी सैयद मुश्ताक ने बताया कि हिजाब को लेकर जिस तरह की बहस और बवाल मचा है, वैसे हालात की जरूरत नहीं है. हर मजहब के मानने वाले को धर्म की मान्यता के मुताबिक कपड़े पहनने की आजादी है. ऐसे में हिजाब या बुर्के को लेकर अलग से बहस करने या नियम कानून लागू करने की क्या जरूरत है. शहर काजी ने भोपाल के लोगों से मामले में धैर्य और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है, ताकि कर्नाटक जैसी स्थिति मध्य प्रदेश में पैदा ना हो जाए. उनका यह भी कहना है कि सरकार भी अल्पसंख्यकों की भावनाओं के अनुरूप फैसले ले रही है. शहर काजी ने बताया कि मुस्लिम समाज को हिजाब को लेकर अपनाए जाने वाले तरीकों को समझाने के लिए खास बात करनी होगी.

हिजाब को लेकर फैले भ्रम के बारे में जानें
शहर काजी ने कहा है कि हिजाब पर बयान शुक्रवार को जुमे की नमाज से पहले शहर की सभी मस्जिदों में जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अपने धर्म, उसकी व्यवस्थाओं और मान्यताओं को लेकर सभी को बेहतर जानकारी है, लेकिन समय-समय पर इसको दोहराया जाना और याद दिलाया जाना भी जरूरी है. इसी मकसद को लेकर इस सप्ताह जुमे की नमाज से पहले मस्जिदों में हिजाब को लेकर बयान करवाया जा रहा है, ताकि लोग इसको लेकर फैले भ्रम से भी बाहर आ सकें. इसके पहनने के सही तरीके को भी समझ सकें.

कहां से शुरू हुआ विवाद
हिजाब विवाद की नींव नए साल की शुरुआत में ही रख गई थी. कर्नाटक के उडूपी जिले में 1 जनवरी 2022 को कुछ मुस्लिम छात्राओं ने सरकारी स्कूल में हिजाब पहनकर आने पर रोकने का आरोप लगाया था. हालांकि, बाद में छात्राओं को कॉलेज में एंट्री मिल गई. फिर क्या था विवाद ने यहीं से जन्म ले लिया. कुछ हिंदू छात्रों ने इसका विरोध किया और भगवा शॉल ओढ़कर स्कूल पहुंच गए. ऐसे में मामला अब हाईकोर्ट तक पहुंच गया है. लगातार इस मामले पर कर्नाटक हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है. इसको लेकर आर्टिकल 21 का भी हवाला दिया जा रहा है. (karnataka hijab dispute) (Hijab Controversy in Bhopal) (Bhopal Qazi Statement on hijab) हिजाब जानकारी के लिए पढ़े यहां.

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Last Updated : Feb 11, 2022, 3:22 PM IST
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