भोपाल। मध्यप्रदेश में राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में भारी बारिश हुई है. बारिश से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. लगातार हो रही इस बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं, जिसके चलते बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं. राजधानी भोपाल में दस वर्ष बाद ऐसी बारिश हुयी है. भोपाल सहित प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में मूसलाधार बारिश से निचली बस्तियां जलमग्न हो गयी और कुछ जगहों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. भोपाल के कोलार बांध के दो गेट खोल दिए गए, जिनसे 100 क्यूसेक पानी कोलार नदी में छोडा गया है.
इंदौर की कई बस्तियों में भरा पानी
मध्य प्रदेश की व्यापारिक और औद्योगिक नगरी इंदौर में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे दर्जनों परिवार अपने घरों में फंस गए. इन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए राहत और बचावदल को नाव और ट्यूब का सहारा लेना पड़ा. राज्य के अन्य हिस्सों की तरह इंदौर में बीते 24 घंटों के दौरान भारी बारिश हुई, इससे यहां केकिला मैदान रोड, सिकंदराबाद कॉलोनी, गरीब नवाज बस्ती और भिस्ती मोहल्ले के अलावा एयरपोर्ट क्षेत्र की कई बस्तियों में जलभराव हो गया.
सूचना मिलने के बाद इंदौर से बीजेपी सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसी सिलावट, पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायणचारी मिश्रा राहत और बचाव दल के साथ पहुंचे. इसके बाद राहत और बचाव दल नाव और ट्यूब के सहारे बस्तियों में पहुंचे और लोगों को सुरक्षित निकाला गया. मंत्री तुलसीराम सिलावट बाढ़ राहत कार्य के लिए खुद सक्रिय हुए और इलाकों का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिए.
उज्जैन में बारिश से जनजीवन प्रभावित
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल का उज्जैन जिला भी बारिश से तरबतर हो गया. इस बारिश के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ है. उज्जैन के साथ उसके आसपास के क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार वर्षा के कारण शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ गया, तो वहीं, जिलें में स्थित तालाब भी लबालब भर गए हैं.लगातार हो रही बारिश से निचली बस्तियों में पानी भर गया. हालांकि इसमें अभी तक कोई जनहानि की सूचना नहीं है.
राजगढ़ में भी भारी बारिश
राजगढ़ जिले में जारी मूसलाधार बारिश की वजह से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है. जिले में कई इलाकों में पानी घुस गया है. प्रशासन की ओर से निचली बस्तियों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. राजगढ़ जिले मोहनपुरा डैम के 12 गेट तो कुंडालिया डैम के 9 गेट खोल कर हजारों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जिल के सारंगपुर क्षेत्र हालात खराब बने हुए जिससे यहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.शाजापुर और आसपास के जिलों में हो रही बारिश का असर सारंगपुर में देखने को मिल रहा है. कालीसिंध नदी उफान पर होने से सारंगपुर की निचली बस्तियों में पानी घुस गया है. ऐसे में रेस्क्यू टीम लगातार लोगों को अलर्ट कर रही है कि पानी भरने पर आप अपने घरों से जरूरत का सामान लेकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे. हालांकि बचाव दल राहतकार्य में जुटा है.
लगातार हो रही बारिश की वजह से मोहनपुरा डैम के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. दूधी का पुल को डूबने से बचाने के लिए मोहनपुरा डैम के आज 12 गेट खोल दिए गए हैं. लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए और भी गेट खोले जा सकते हैं. मोहनपुरा डैम का जलस्तर 394.2 मीटर पर पहुंचने पर दूधी पर बने रेलवे का पुल डूबने की संभावना रहती है.
नाले में बही कार
रतलाम जिले में मूसलाधार बारिश से आम जनजीवन प्रभावित है. भारी बारिश का दौर जारी है. नदी नाले उफान पर हैं, इसके बावजूद कुछ लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर नदी नाला पार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. रतलाम के लालगुवाड़ी गांव में एक वैन ड्राइवर की लापरवाही से तीन लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई, हालांकि वक्त रहते लोगों ने उन्हें बचा लिया. रतलाम के लालगुवाड़ी गांव में देर रात से जारी बारिश की वजह से बरसाती नाल भी उफान पर था. इसी दौरान रानीसिंह की तरफ से रतलाम आ रही एक वैन ड्राइवर ने उफनते बरसाती नाले को पार करने की कोशिश की, लेकिन वैन पानी के तेज बहाव में बीच में ही फंस गई. ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए वैन में सवार सभी लोगों को बाहर निकाला. वैन को भी रस्सी बांधकर पानी से बाहर निकालने की नाकाम कोशिश की गई.
झाबुआ में मूसलाधार बारिश
आदिवासी क्षेत्र झाबुआ जिले में लगातार दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है. झाबुआ जिले के थांदला में फकरी कॉलोनी में भारी बारिश के चलते पूरी कालोनी में पानी भर गया है तो पेटलावद तहसील के बाछीखेडा में भारी बारिश के चलते एक तालाब फूट गया है. इंदौर से अहमदाबाद का रास्ता माछलिया घाट के उपर धूलेट में पुलिया पर पानी आ जाने से सुबह से ही बंद है जिसके चलते इंदौर अहमदाबाद राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 49 पर आवागमन बंद है और इस पुलिया के दोनों और गाडियों की लंबी लंबी कतारे लगी हुई है जिससे लोग परेशान हो रहे है.
रायसेन जिला भी पानी-पानी
रायसेन जिले में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन पर काफी असर पड़ा है. रायसेन जिले में कल रात से हो रही तेज बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए है. नर्मदा सहित अन्य नदियां उफान पर है। शहर के निचले इलाके में स्थित कई मकानों में पानी भर गया. मकान में भरे पानी से घर के अंदर रखे गृहस्थी के सामान पानी में तैरने लगे.
बैतूल जिले में भारी बारिश
बैतूल जिले में लगातार बारिश के कारण कल शाम करीब पांच बजे भौंरा-इटारसी मार्ग के मध्य जिले की सीमा पर स्थित धार नदी तथा भौंरा-शाहपुर के बीच में पड़ने वाली सूखी नदी रात करीब 8.30 बजे से उफान पर होने पर नागपुर-भोपाल हाईवे पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया था. इसके चलते पुल को दोनों तरफ कई किमी तक वाहनों की लंबी लाइन लग गई थी. बारिश थमने पर सूखी नदी रात करीब 3.30 बजे तथा धार नदी के पुल पर से आज सुबह करीब 7.30 बजे पानी कम होने पर आवागमन बहाल हो सका. जबकि बुंदेलखंड अंचल के पन्ना जिले में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते नदी व नाले उफान पर हैं. पन्ना जिले का बरबीरा बांध लबालब भर गया है.