भोपाल। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बीजेपी के निलंबित विधायक प्रहलाद लोधी के मामले में मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि लोधी की सजा पर हाईकोर्ट से रोक लगाए जाने के बावजूद सदस्यता बहाल नहीं की गई है. यह सरकार केवल अपनी चला रही है, जो भारत के संविधान की बात तक नहीं मान रही है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अल्पमत की सरकार को बहुमत की सरकार बनाने की कोशिश की जा रही है. मध्य प्रदेश में अलग ही संविधान और अलग ही विधान चलाया जा रहा है. मुझे लगता है कि यह सरकार विधानसभा में अपनी किरकिरी कराने के लिए एक प्रकार का मंच तैयार कर रही है. जिस तरह का काम मध्य प्रदेश की सरकार कर रही है उससे पूरा लोकतंत्र लज्जित है.
नेता प्रतिपक्ष से गोपाल भार्गव का कहना है कि 'मैं फिर अपेक्षा करुंगा कि हाईकोर्ट के आदेश के परिपेक्ष में तत्काल प्रहलाद लोधी की सदस्यता बहाल कर दी जाए. जिससे वे आगामी विधानसभा सत्र में भाग ले सके और उन्हें क्षेत्र और प्रदेश की जन समस्याएं उठाने का अवसर मिले'. उन्होंने कहा कि किसी को इस तरह से संवैधानिक अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है, लेकिन जो प्रयास हो रहा हैं, यह प्रयास सत्र के मध्य नजर रखते हुए बीजेपी के एक सदस्य को कम करने का प्रयास है.