भोपाल। भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने के फैसले पर नगर निगम परिषद् द्वारा बुलाई गई बैठक में जमकर हंगामा हुआ. बैठक शुरू होते ही कांग्रेस पार्षदों ने महापौर आलोक शर्मा के भाषण का विरोध करना शुरू कर दिया. हालांकि बैठक में बीजेपी का बहुमत होने के चलते भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटे जाने का फैसला गिर गया.
कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा करते हुए कहा कि पहले पार्षदों की बातें सुनी जाएं, उसके बाद ही किसी मसले पर चर्चा की जाए, लेकिन महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि इसी बात पर पिछले एक घंटे से लगातार परिषद में हंगामा हो रहा है. मामला इतना बढ़ा कि करीब चार बार कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों ने आसंदी का घेराव कर दिया.
दोनों पार्टियों के पार्षद एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे. बीजेपी के पार्षदों कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार धर्म के आधार पर शहर का बंटवारा कर रही है. बीजेपी के पार्षदों ने सदन में ही कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जबकि कांग्रेस पार्षद भी लगातार बीजेपी और महापौर के अलोक शर्मा का विरोध करती रही.