निवाड़ी। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बुंदेलखंड की दयनीय स्थिति पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि यह बड़े शर्म की बात है कि बुंदेलखंड के लोग मजदूरी करने दिल्ली जाते हैं, मैं चाहती हूं कि लोग दिल्ली जाएं, लेकिन मजदूरी करने नहीं बल्कि राज करने. उमा भारती ने आगे कहा कि बुंदेलखंड में सब साधन हैं लेकिन गरीबी है, रोड से 10 किलोमीटर अंदर जाओ तो गरीब और बेरोजगारी देखने को मिलती है. बता दें पूर्व सीएम उमा भारती पृथ्वीपुर विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी शिशुपाल यादव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित कर रहीं थीं. जिस दौरान उन्होंने यह बात कही.
उमा भारती का छलका दर्द
बीजेपी प्रत्याशी शिशुपाल यादव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम उमा भारती ने दुखी होकर कहा, 'यहां बुंदेलखंड में बहुत से आय के साधन है, खनिज संपदा, जलसंपदा, वनसंपदा सब है. लेकिन अगर कुछ यहां आता है तो दबंग व्यक्तियों द्वारा लाभ ले लिया जाता है, और गरीब आदमी मजदूरी करता रह जाता है. उसे इन संपत्ति का स्वामित्व भी नहीं मिल पाता. मुझे दुख है यहां के विधायक का दुखद स्थिति में निधन हुआ और दुखद स्थिति में ही यह चुनाव हुआ. उनके पुत्र के लिए लोगों की सहानुभूति होती, लेकिन मैंने कहा कि लोग समझदार हैं लड़का भोला है, पिताजी भी भोले हुआ करते थे, लेकिन उनके पीछे जो आतंक का साया है वह आज भी मौजूद है. अभी भी और आगे भी यह ज्यादा प्रभावी हो जाएगा. यहां के लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा. बीजेपी को जिताकर लोगों के पास मौका है इससे निजात पाने का'.
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अपने संबोधन में उमा भारती ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय सुनील नायक को भी याद किया. उन्होंने कहा, 'सुनील नायक मुझे बहुत प्यारा था, सुनील नायक गरीबों का मसीहा था. गरीबों के लिए लड़ता था और जिस तरह से उसको मारा गया अगर आप उसे भूल गए तो आप इसके बहुत बड़े भागीदार माने जाओगे'.
उमा भारती ने वन, जल और खनिज संपदा के कामों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन संपदा पर दबंग लोग कब्जा करते हैं. गरीबों को सिर्फ मजदूरी मिलती है, उनको स्वामित्व नहीं मिलता. इसी तरह प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने भी बुंदेलखंड के लोगों की दयनीय स्थिति पर अफसोस जताते हुए कहा कि बुंदेलखंड के लोग मजदूरी करने के लिए बाहर जाते हैं, जिसका मुझे बहुत दुख होता है.