भोपाल। मध्यप्रदेश में खाद की कमी को लेकर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा कि प्रदेश में खाद की उपलब्धता इस वर्ष भी कम है. डीएपी और यूरिया की किल्लत बढ़ती जा रही है. खाद की एक-एक बोरी के लिए किसान दिनभर लाइन में लगे हुए हैं. बड़ी परेशानी यह है कि रबी की बोवनी सिर पर है, सरकारी लापरवाही के चलते अन्नदाता खाद के लिए परेशान हो रहे हैं. यदि जमीनी हकीकत की बात करें तो सोसायटियों पर किसानों को 1 एकड़ पर 1 बोरी यूरिया और 3 एकड़ पर दो बोरी डीएपी (Diammonium Phosphate) ही दिया जा रहा है.
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#मध्यप्रदेश के #किसान फिर #खाद की कमी से बेहाल हैं! मांग/पूर्ति के अंतर ने लूट, जमाखोरी, कालाबाजारी फिर बढ़ा दी है!@ChouhanShivraj जी,
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 7, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आय दोगुना नहीं हुई, संकट जरूर चार गुना बढ़ गए! पिछले #विधानसभा_चुनाव की हार का बदला #किसानों से कब तक लेंगे?@PMOIndia | #अंधेरनगरी_मामाराजा pic.twitter.com/6qc5Z5usph
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— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 7, 2022
आय दोगुना नहीं हुई, संकट जरूर चार गुना बढ़ गए! पिछले #विधानसभा_चुनाव की हार का बदला #किसानों से कब तक लेंगे?@PMOIndia | #अंधेरनगरी_मामाराजा pic.twitter.com/6qc5Z5usph#मध्यप्रदेश के #किसान फिर #खाद की कमी से बेहाल हैं! मांग/पूर्ति के अंतर ने लूट, जमाखोरी, कालाबाजारी फिर बढ़ा दी है!@ChouhanShivraj जी,
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आय दोगुना नहीं हुई, संकट जरूर चार गुना बढ़ गए! पिछले #विधानसभा_चुनाव की हार का बदला #किसानों से कब तक लेंगे?@PMOIndia | #अंधेरनगरी_मामाराजा pic.twitter.com/6qc5Z5usph
किसान को एक बोरी पर 50 रुपए की चपत लग रही: जीतू पटवारी ने आगे लिखा कि खुले बाजार और सोसायटी के खाद के दाम में भी भारी अंतर है. हो सकता है आपका (शिवराज सिंह चौहान) तंत्र आप ही से सच छुपा रहा हो. लेकिन सच्चाई यह है कि सोसायटी पर 267 रुपए में मिलने वाले यूरिया की 50 किलो की बोरी बाजार में 320 तक बिक रही है. वहीं सोसायटी में डीएपी की बोरी 1350 रुपए और बाजार में 1400 रुपए की मिल रही है. सीधा सा गणित है मजबूर किसान को कम से कम 50 रुपए की चपत लग रही है.
खाद की मार झेल रहे गरीब और छोटे किसान: जीतू पटवारी ने पत्र में लिखा कि आपकी सरकार (शिवराज सरकार) को तत्काल इस बात की चिंता करनी चाहिए कि खाद की आपूर्ति शीघ्र ही बहाल नहीं हुई तो बोवनी में देरी से पैदावार में भी भारी कमी हो जाएगी. बड़े और संपन्न किसान भाजपा सरकार के कुप्रबंधन से परिचित हैं, इसलिए पहले से ही भंडारण कर लेते हैं. लेकिन खाद की किल्लत की ज्यादा मार गरीब और छोटे किसानों को झेलनी पड़ रही है.
खाद का इंतजाम करे शिवराज सरकार: जीतू पटवारी ने लिखा-शिवराज सिंह चौहान को याद होना चाहिए कि प्रदेश में खाद की समस्या नई नहीं है. लापरवाही और अराजकता का यह दौर रबी और खरीफ के दोनों सीजन में हर साल रहता है. किसानों की आय दोगुना करने का सार्वजनिक झूठ बार-बार बोलने वाली आपकी सरकार को सबसे पहले खाद का इंतजाम करना चाहिए. उम्मीद है आप इस स्थायी समस्या का, स्थायी समाधान जल्दी ही खोजेंगे और मध्यप्रदेश के किसान भाइयों को राहत देंगे.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने साधा कांग्रेस पर निशाना: वहीं सरकार ने जीतू पटवारी के पत्र को झूठा बताया है. कृषि मंत्री कमल पटेल का कहना है कि ''मैं जीतू पटवारी से कहता हूं बेहतर होता कि आप किसानों के बीच जाते और उनकी हकीकत जानते. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने हमेशा से किसानों की चिंता की है''. कृषि मंत्री कमल पटेल का दावा है कि ''प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है और आने वाली रबी की फसल में किसानों को न यूरिया की दिक्कत होगी और न ही खाद की. हमारे पास पर्याप्त भंडारण है, और केंद्र सरकार से हमने अभी खाद की डिमांड कर दी है''.
(Fertilizer Shortage In MP) (Jitu Patwari Wrote Letter to CM Shivraj) (BJP Targets Congress)