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1.35 लाख फर्जी आयुष्मान कार्ड निरस्त, कोरोना मरीजों से ज्यादा पैसा वसूलने वालों पर होगा एक्शन

मध्यप्रदेश में ढाई करोड़ आयुष्मान कार्डों में से 1 लाख 35 हजार कार्ड फर्जी (Fake Ayushmaan Card) हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने (Health Minister Prabhuram Choudhary) बताया कि इन फर्जी कार्डों को निरस्त किया जा चुका है . 4 करोड़ 70 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड से जोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है.

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स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी से खास बातचीत
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Published : Sep 23, 2021, 4:20 PM IST

Updated : Sep 23, 2021, 8:17 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में 3 साल में ढाई करोड़ लोगों के आयुष्मान कार्ड(Fake Ayushmaan Card) बने हैं. उसमें से 1 लाख 35 हजार फर्जी हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी (Health Minister Prabhuram Choudhary)ने खुद ये बताया है. कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड के जरिए कोरोना का इलाज नहीं किया था. उन अस्पतालों के खिलाफ भी चौधरी ने कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कोरोना पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है.

स्वास्थ्य मंत्री से खास बातचीत: 1.35 लाख फर्जी आयुष्मान कार्ड निरस्त

ढाई करोड़ में से 1.35 लाख कार्ड फर्जी

प्रदेश में पिछले तीन सालों में 1 लाख 35 हजार फर्जी आयुष्मान कार्ड (Fake Ayushmaan Card) बने हैं. काफी समय से इनमें फर्जीवाड़े की शिकायतें मिल रही थीं. लेकिन सरकार और प्रशासन उस वक्त ये मान नहीं रहे थे. अब खुद स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी (Health Minister Prabhuram Choudhary) ने इस बात को कबूल किया है. उन्होंने बताया कि जांच में ये बात साबित हो गई है कि 3 सालों में 1 लाख 35 हजार कार्ड फर्जी बने हैं. तीन साल पहले ही राज्य में आयुष्मान योजना शुरु हुई थी.

4.70 करोड़ लोगों को योजना से जोड़ने की तैयारी

23 सितंबर 2018 को इस योजना की शुरुआत मध्यप्रदेश में हुई थी. 20 सितंबर 2021 तक मध्य प्रदेश में 2 करोड़ 54 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं. मध्यप्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत प्रदेश में चार करोड़ 70 लाख लोगों को योजना में शामिल करने का लक्ष्य है. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने (Health Minister Prabhuram Choudhary) बताया कि आने वाले सालों में यह टारगेट भी पूरा कर लिया जाएगा. जिन 1लाख 35 हजार लोगों के फर्जी कार्ड बने हैं उन्हें निरस्त किया जा रहा है.

ज्यादा पैसा वसूलने वाले अस्पतालों पर होगी कार्रवाई

कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड के जरिए कोरोना का इलाज नहीं किया था. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे अस्पतालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. जिन लोगों से अस्पतालों ने ज्यादा पैसा वसूला है, उन लोगों को पैसा वापस दिलवाया है.

फिलहाल दो डोज लगाना है लक्ष्य

ये भी चर्चा है कि प्रदेश में कोरोना से लड़ने के लिए बूस्टर डोज यानि तीसरी डोज(Booster Dose For Corona) लगाने की तैयारी भी चल रही है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल स्वास्थ्य विभाग का टारगेट लोगों को दूसरा टीका लगवाने का है. अगर तीसरे टीके की जरूरत पड़ी तो उसे भी लगाया जाएगा. प्रदेश करोना सलाहकार समिति के सदस्य एसपी दुबे ने आने वाले दिनों में तीसरे टीके की जरूरत की बात कही थी.
Welcome Corona: तीसरी लहर को निमंत्रण, Scindia के स्वागत में उड़ी कोरोना guidelines की धज्जियां, सोती रही 'सरकार'
केंद्र सरकार ने करोना के कारण मारे गए लोगों के आश्रितों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 50 हजार की जगह चार लाख रुपए दिए जाने चाहिए. इस पर प्रभु राम चौधरी ने कहा, कि केंद्र सरकार सही समय पर सही फैसले लेती है. उसकी ओर से जो भी निर्देश मिलेगा, उसका पालन किया जाएगा.

भोपाल। मध्य प्रदेश में 3 साल में ढाई करोड़ लोगों के आयुष्मान कार्ड(Fake Ayushmaan Card) बने हैं. उसमें से 1 लाख 35 हजार फर्जी हैं. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी (Health Minister Prabhuram Choudhary)ने खुद ये बताया है. कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड के जरिए कोरोना का इलाज नहीं किया था. उन अस्पतालों के खिलाफ भी चौधरी ने कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कोरोना पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है.

स्वास्थ्य मंत्री से खास बातचीत: 1.35 लाख फर्जी आयुष्मान कार्ड निरस्त

ढाई करोड़ में से 1.35 लाख कार्ड फर्जी

प्रदेश में पिछले तीन सालों में 1 लाख 35 हजार फर्जी आयुष्मान कार्ड (Fake Ayushmaan Card) बने हैं. काफी समय से इनमें फर्जीवाड़े की शिकायतें मिल रही थीं. लेकिन सरकार और प्रशासन उस वक्त ये मान नहीं रहे थे. अब खुद स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी (Health Minister Prabhuram Choudhary) ने इस बात को कबूल किया है. उन्होंने बताया कि जांच में ये बात साबित हो गई है कि 3 सालों में 1 लाख 35 हजार कार्ड फर्जी बने हैं. तीन साल पहले ही राज्य में आयुष्मान योजना शुरु हुई थी.

4.70 करोड़ लोगों को योजना से जोड़ने की तैयारी

23 सितंबर 2018 को इस योजना की शुरुआत मध्यप्रदेश में हुई थी. 20 सितंबर 2021 तक मध्य प्रदेश में 2 करोड़ 54 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं. मध्यप्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत प्रदेश में चार करोड़ 70 लाख लोगों को योजना में शामिल करने का लक्ष्य है. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने (Health Minister Prabhuram Choudhary) बताया कि आने वाले सालों में यह टारगेट भी पूरा कर लिया जाएगा. जिन 1लाख 35 हजार लोगों के फर्जी कार्ड बने हैं उन्हें निरस्त किया जा रहा है.

ज्यादा पैसा वसूलने वाले अस्पतालों पर होगी कार्रवाई

कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड के जरिए कोरोना का इलाज नहीं किया था. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐसे अस्पतालों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. जिन लोगों से अस्पतालों ने ज्यादा पैसा वसूला है, उन लोगों को पैसा वापस दिलवाया है.

फिलहाल दो डोज लगाना है लक्ष्य

ये भी चर्चा है कि प्रदेश में कोरोना से लड़ने के लिए बूस्टर डोज यानि तीसरी डोज(Booster Dose For Corona) लगाने की तैयारी भी चल रही है. इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल स्वास्थ्य विभाग का टारगेट लोगों को दूसरा टीका लगवाने का है. अगर तीसरे टीके की जरूरत पड़ी तो उसे भी लगाया जाएगा. प्रदेश करोना सलाहकार समिति के सदस्य एसपी दुबे ने आने वाले दिनों में तीसरे टीके की जरूरत की बात कही थी.
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केंद्र सरकार ने करोना के कारण मारे गए लोगों के आश्रितों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मृतकों के परिजनों को 50 हजार की जगह चार लाख रुपए दिए जाने चाहिए. इस पर प्रभु राम चौधरी ने कहा, कि केंद्र सरकार सही समय पर सही फैसले लेती है. उसकी ओर से जो भी निर्देश मिलेगा, उसका पालन किया जाएगा.

Last Updated : Sep 23, 2021, 8:17 PM IST
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