भोपाल। मध्य प्रदेश में अधूरी कर्जमाफी और मुआवजा न मिलने से जब किसान परेशान था. तो ईटीवी भारत किसानों की आवाज बना और अन्नादाता की मुश्किल को खत्म करने की मुहिम छेड़ी. आसमान से बरसी आफत ने चंबल से लेकर बुंदेलखंड, विंध्य से महाकौशल और मालवा-निमाड़ के किसानों की कमर तोड़ दी. मुआवजा न मिलने से परेशान किसान दाने-दाने के लिए मुहताज होने लगा. ऐसे में ईटीवी भारत ने 'मिट्टी का लाल' एजेंडा के तहत किसान की आवाज प्रशासन से लेकर सरकार तक पहुंचाई.
अन्नदाता की समस्या बड़ी थी तो असर भी बड़ा हुआ. मिट्टी के लाल की परेशानी को खत्म करने का आश्वासन खुद प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने ईटीवी भारत को दिया. मंत्री सचिन यादव ने किसानों की समस्याओं को उठाने के लिए ईटीवी भारत की मुहिम 'मिट्टी का लाल' की सराहना भी की. और जनहित के मुद्दों पर शासन और प्रशासन का ध्यान खीचने के लिए हमे धन्यवाद दिया.
'मिट्टी का लाल' मुहिम रंग लाई और किसानों को उनका हक मिलने का रास्ता साफ हुआ. भले ही प्रशासन और सरकार ने किसानों को उनका हक देने का वादा किया हो. लेकिन जब तक यह वादा हकीकत में नहीं बदल जाता है. तब तक ईटीवी भारत किसानों का मुद्दा उठाता रहेगा.