ETV Bharat / city

ETV भारत से बोले अर्थशास्त्री शरद कोहली, लॉकडाउन बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था के बदलेंगे हालात

कोरोना वायरस के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. देश में लॉकडाउन भी आगे बढ़ गया है. आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि लॉकडाउन के चलते उद्योग, धंधों पर और असर पड़ेगा. यानि परेशानियां आगे भी बढ़ेगी.

sharad kohli economist
शरद कोहली, अर्थशास्त्री
author img

By

Published : Apr 14, 2020, 8:10 PM IST

भोपाल। कोरोना के चलते देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन की वजह से कोरोना के बढ़ते संक्रमण को कंट्रोल करने में मदद मिली है, लेकिन इस वजह से अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंची है. यानि लॉकडाउन बढ़ने से अभी 19 दिन और देश बंद रहेगा. यानि आगे परेशानियां भी बढ़ सकती हैं.

लॉकडाउन बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था के बदलेंगे हालात

बढ़ाए गए लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, इन्हीं सब मुद्दों पर ईटीवी भारत ने आर्थिक मामलों के जानकार शरद कोहली से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बढ़ने से कोरोना को रोकने में मदद मिलेगी. लेकिन ये अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का बिषय है.

मजदूरों की बढ़ेंगीं परेशानियां

आर्थिक मामलों के जानकार शरद कोहली ने बताया कि लॉकडाउन बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों की बढ़ने वाली है. क्योंकि लॉकडाउन के चलते मजदूरों के सभी काम बंद है और अधिकतर मजदूर अपने घरों का रुख कर चुके हैं. जब तक स्थितियां ठीक नहीं हो जाती तब तक मजदूरों की परेशानियां बढ़ी रहेगी.

कृषि क्षेत्र में भी बढ़ेंगीं परेशानियां

शरद कोहली ने बताया कि लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर किसानों पर भी पड़ा है. कई राज्यों में फसले तैयार है लेकिन उनकी कटाई नहीं हुई है. क्योंकि न तो हारवेस्टर से लेकर सभी आवश्यक साधन आसानी से किसानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसके अलावा जहां फसल कट चुकी है उन फसलों की खरीदी शुरु नहीं हो पा रही है, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. देश की 70 प्रतिशत जनता खेती पर निर्भर है ऐसे में लॉकडाउन के चलते पूरे देश पर असर पड़ेगा.

भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा गहरा असर

21 दिन के लॉकडाउन से सब बंद था. जबकि अब लॉकडाउन 19 दिन और आगे बढ़ चुका है. ऐसे में अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना तय माना जा रहा है. क्योंकि उद्योग, फैक्ट्रियां सब बंद है. जिसका सीधा असर देश की इकॉनामी पर पड़ रहा है. ऐसे में हर वर्ग को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

बदले हालात में शेयर मार्केट पर भी पड़ेगा असर

जिस तरह से लॉकडाउन बढ़ा है उससे शेयर मार्केट पर भी असर पड़ना तय माना जा रहा है. हालांकि शेयर के भाव किस तरह से बढ़ेंगे और गिरेंगे यह देखने वाली बात होगी. लेकिन एक बात तय है कि इस वक्त शेयर में दावा लगाने से पहले सभी को एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से देश के हालात पूरी तरह से बदल गए हैं.

शरद कोहली के अनुसार देश के हर क्षेत्र में लॉकडाउन से प्रभावित होगा. लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था पर तेजी से असर पड़ेगा, आर्थिक वृद्धि दर कमजोर होने के साथ लोगों के रोजगार पर खतरा बढेगा. जिससे देश का हर वर्ग प्रभावित होगा. मतलब आने वाला वक्त और भी चुनौतियों भरा साबित होने वाला है, क्योंकि हालात सामान्य होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या होगी, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता.

भोपाल। कोरोना के चलते देशभर में लॉकडाउन को 3 मई तक आगे बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन की वजह से कोरोना के बढ़ते संक्रमण को कंट्रोल करने में मदद मिली है, लेकिन इस वजह से अर्थव्यवस्था को गहरी चोट पहुंची है. यानि लॉकडाउन बढ़ने से अभी 19 दिन और देश बंद रहेगा. यानि आगे परेशानियां भी बढ़ सकती हैं.

लॉकडाउन बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था के बदलेंगे हालात

बढ़ाए गए लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा, इन्हीं सब मुद्दों पर ईटीवी भारत ने आर्थिक मामलों के जानकार शरद कोहली से बात की. जिसमें उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के बढ़ने से कोरोना को रोकने में मदद मिलेगी. लेकिन ये अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का बिषय है.

मजदूरों की बढ़ेंगीं परेशानियां

आर्थिक मामलों के जानकार शरद कोहली ने बताया कि लॉकडाउन बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी मजदूरों की बढ़ने वाली है. क्योंकि लॉकडाउन के चलते मजदूरों के सभी काम बंद है और अधिकतर मजदूर अपने घरों का रुख कर चुके हैं. जब तक स्थितियां ठीक नहीं हो जाती तब तक मजदूरों की परेशानियां बढ़ी रहेगी.

कृषि क्षेत्र में भी बढ़ेंगीं परेशानियां

शरद कोहली ने बताया कि लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर किसानों पर भी पड़ा है. कई राज्यों में फसले तैयार है लेकिन उनकी कटाई नहीं हुई है. क्योंकि न तो हारवेस्टर से लेकर सभी आवश्यक साधन आसानी से किसानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसके अलावा जहां फसल कट चुकी है उन फसलों की खरीदी शुरु नहीं हो पा रही है, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. देश की 70 प्रतिशत जनता खेती पर निर्भर है ऐसे में लॉकडाउन के चलते पूरे देश पर असर पड़ेगा.

भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा गहरा असर

21 दिन के लॉकडाउन से सब बंद था. जबकि अब लॉकडाउन 19 दिन और आगे बढ़ चुका है. ऐसे में अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना तय माना जा रहा है. क्योंकि उद्योग, फैक्ट्रियां सब बंद है. जिसका सीधा असर देश की इकॉनामी पर पड़ रहा है. ऐसे में हर वर्ग को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

बदले हालात में शेयर मार्केट पर भी पड़ेगा असर

जिस तरह से लॉकडाउन बढ़ा है उससे शेयर मार्केट पर भी असर पड़ना तय माना जा रहा है. हालांकि शेयर के भाव किस तरह से बढ़ेंगे और गिरेंगे यह देखने वाली बात होगी. लेकिन एक बात तय है कि इस वक्त शेयर में दावा लगाने से पहले सभी को एक्सपर्ट से बात करनी चाहिए. क्योंकि लॉकडाउन की वजह से देश के हालात पूरी तरह से बदल गए हैं.

शरद कोहली के अनुसार देश के हर क्षेत्र में लॉकडाउन से प्रभावित होगा. लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था पर तेजी से असर पड़ेगा, आर्थिक वृद्धि दर कमजोर होने के साथ लोगों के रोजगार पर खतरा बढेगा. जिससे देश का हर वर्ग प्रभावित होगा. मतलब आने वाला वक्त और भी चुनौतियों भरा साबित होने वाला है, क्योंकि हालात सामान्य होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या होगी, इस पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.