भोपाल। संजीवनी क्लीनिक में औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने क्लीनिक में भर्ती मरीजों से भी बात की और व्यवस्थाओं का हालचाल जाना. रोशनपुरा, गिन्नौरी और बरखेड़ी स्थित ई-संजीवनी क्लीनिक में उपचार कराने आईं महिलाओं से भी स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बात की, उन्होनें क्लीनिक स्टाफ को समझाते हुए कहा कि आधी बीमारी तो डॉक्टर और सिस्टर के अच्छा बोलने से ही ठीक हो जाती हैं. स्टाफ अच्छा व्यवहार करता है, तो अच्छा लगता है.
मंत्री ने क्लीनिक में मौजूद लोगों से जाना हाल: स्वास्थ मंत्री प्रभु राम चौधरी ने बुधवार को ई-संजीवनी क्लीनिक की व्यवस्थाओं का औचक अवलोकन किया. उन्होंने क्लीनिक पर उपस्थित नागरिकों से क्लीनिक में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी भी प्राप्त की. उपचार कराने आये यास्मीन, आरजू बैगम और आमना ने बताया कि क्लीनिक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुली रहता है. क्लीनिक में उन्हें इलाज कराने में बहुत आसानी होती है, क्योंकि घर के पास है. उन्होनें बताया कि पिछले दो माह से वे लोग क्लीनिक आ रहे हैं. उन्हें शुरू में सिर में दर्द होने की शिकायत थी.
व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के दिए निर्देश: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने निरीक्षण के दौरान वार्ड क्रमांक-22, गिन्नौरी स्थित ई-संजीवनी क्लीनिक में मेडिसिन के संधारण और वितरण व्यवस्था का निरीक्षण किया. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने क्लीनिक को प्राप्त कुल मेडिसिन के रिकॉर्ड और मरीजों को वितरित की गई मेडिसिन रिकॉर्ड का रजिस्टर से मिलान करवाया. उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखें, कि क्लीनिक पर सभी 120 प्रकार की दवाएँ उपलब्ध रहें. नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होना चाहिये.
मंंत्री ने ली जाँचों और दवाओं से संबंधी जानकारी: से स्वास्थ्य मंत्री ने बरखेड़ी स्थित संजीवनी क्लीनिक की व्यवस्थाओं के निरीक्षण के दौरान कहा कि, क्लीनिक में उपलब्ध दवाओं और 34 जाँचों की जानकारी क्लीनिक के बाहर प्रदर्शित करें. जिससे क्लीनिक आने वाले नागरिकों को यह जानकारी मिल सके. क्लीनिक में बोर्ड ऐसी जगह लगे हैं, जहाँ चिकित्सा अधिकारी और स्टॉफ मौजूद रहता है. जबकि बोर्ड वहाँ लगायें, जहाँ आम नागरिकों का प्रतीक्षा-कक्ष है.