भोपाल। राजधानी के इंदिरा गांधी मानव संग्रहालय में इन दिनों 'करो और सीखो' कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जहां विशेषज्ञों से कई तरह की कलाओं और विधाओं के बारे में लोग सीख रहे हैं. वहीं अब मणिपुर की प्रसिद्ध क्ले मॉडलिंग और ड्राई फ्लावर आर्ट भी सिखाया जा रहा है.
क्ले मॉडलिंग के बारे में मणिपुर से आये कलाकार जोतिन कुमार ने बताया कि इसके लिए मिट्टी के प्रकार का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाता है कि इस तरह की मिट्टी से कौन सी मूर्ति बनेगी. इन सभी चीजों को यहां पर सिखाया जा रहा है. वहीं ड्राई फ्लावर एक नई खोज है जिसमें भुट्टे के ऊपरी झिलकों से कपड़े, रेशों से बाल और दानों से शरीर के अन्य भाग बनाएं जाते है.
इस बारे में जानकारी देते हुए संग्रहालय के जनसंपर्क अधिकारी अशोक शर्मा ने बताया कि मणिपुर की 'क्ले मॉडलिंग' और 'ड्राई फ्लावर' के बारे में दो कार्यशाला चल रही है. क्ले मॉडलिंग वर्कशॉप में 64 प्रतिभागियों और ड्राई फ्लावर आर्ट में 20 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है. इस वर्कशॉप में शहर के गृहणी, बच्चें अन्य शामिल हो कर इस कला को सीख रहे हैं.