भोपाल/रीवा। बीजेपी के निशाने पर एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हैं. दरअसल, मंगलवार को दिग्विजय सिंह ने सुबह एक आपत्तिजनक फोटो ट्वीट कर उसे खरगोन की सांप्रदायिक हिंसा से जोड़ दिया. ट्वीट किए गया फोटो बिहार का बताया जा रहा है जिसमें उपद्रवी मस्जिद पर झंडा फहराते दिखाई दे रहे हैं. अब मामले में बीजेपी ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ क्राइम ब्रांच भोपाल में शिकायत दर्ज कराई है. पूरे प्रदेश भर में दिग्विजय सिंह के खिलाफ भाजपा ने मोर्चा खोल दिया है, हालांकि इस ट्वीट को बाद में डिलीट कर दिया गया. (BJP lodged complaint against Digvijay Singh) (Digvijay Singh tweet on Khargone Violence)
दिग्विजय के ट्वीट पर सियासत तेज: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के द्वारा आज एक ट्वीट किया गया था, हालांकि बाद में यह ट्वीट डिलीट भी कर दिया गया लेकिन दिग्विजय के इस ट्वीट को लेकर सियासत तेज हो गई है. दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा था कि 'तलवार लाठी लेकर धार्मिक स्थल पर झंडा लगाना उचित है, क्या खरगोन प्रशासन ने हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाजत दी थी' दिग्विजय सिंह ने लिखा कि 'जिसने भी पत्थर फेंके क्या सभी पर बुलडोजर चलेगा? शिवराज मत भूूलिए कि आपने निष्पक्ष होकर सरकार चलाने की शपथ ली है'
क्राइम ब्रांच पहुंची बीजेपी: इधर भोपाल जिला भाजपा अध्यक्ष सुमित पचौरी अपने समर्थकों के साथ क्राइम ब्रांच थाना पहुंचे, जहां उन्होंने आवेदन पत्र दिया और पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदेश का सौहार्द बिगाड़ने का आरोप भी लगाया. उन्होंने शिकायत पत्र में लिखा गया है कि 12 अप्रैल को सुबह दिग्विजय सिंह ने फेब्रीकेटेड फोटो के साथ ट्वीट किया गया है. बीजेपी का कहना है कि जो दिग्विजय सिंह ने फोटो डाला है वो पुराना है और खरगोन की घटना से इसका कोई लेना देना नहीं है. बीजेपी ने शिकायत में लिखा कि इस तरह दिग्विजय सिंह धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है. एमपी नगर क्राइम ब्रांच में आवेदन करते हुए बीजेपी ने दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई की मांग की है.
इन धाराओं में मामला दर्ज: मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 अ धारा 295 अ धारा 465 धारा 505 2 के तहत मामला दर्ज किया गया है. आज सुबह ही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले में कहा था कि विधि विशेषज्ञों से राय के बाद इस मामले में कोई निर्णय लिया जाएगा.
रीवा से भी उठी कार्रवाई की मांग: खरगोन हिंसा पर रीवा में भी आज भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव तिवारी के द्वारा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर कार्रवाई की मांग करते हुए एसपी को शिकायती पत्र सौंपा गया. पत्र में उन्होंने कांग्रेस नेता पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. बीजेपी नेता गौरव तिवारी का कहना है कि ट्वीट कर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के द्वारा हिंसा भड़काने की कोशिश की गई है. इसके साथ ही रीवा एसपी नवनीत भसीन ने भी उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिलाया है.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दिग्विजय सिंह पर निशाना : वहीं, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के संकेत दिए हैं. गृह मंत्री ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने भ्रम फैलाया है. इसके बाद फिर ट्वीट को डिलीट कर दिया. सवाल यह है कि वे इस तरह के भ्रम फैलाते रहते हैं मध्य प्रदेश को बदनाम करने के लिए. दिग्विजय सिंह पहले भी ऐसा करते रहे हैं. पहले पाकिस्तान के ब्रिज को भोपाल के ब्रिज से जोड़ दिया था और अब ये बाहर की मस्जिद को मध्यप्रदेश से जोड़कर ट्वीट कर दिया है. उनका ट्वीट लगातार वायरल हो रहा है. इस पर वह विधि विशेषज्ञों से राय लेकर आगे का कदम उठाएंगे. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आतंकवादी भोपाल में भी पकड़े गए थे. तीन आतंकवादी रतलाम में पकड़े गए थे. तीन आतंकी राजस्थान में पकड़े गए थे. एनआईए जांच कर रही है इस मामले की. ये सिरफिरे लोग हैं. टुकड़े टुकड़े गैंग के स्लीपर सेल के रूप में काम करते है. उनकी पीड़ा यही है कि वे फन नहीं उठा पा रहे हैं. हम मध्यप्रदेश को कोई फन उठने नहीं देंगे, कुचल देंगे.
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प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके @digvijaya_28 जी का जेल के अंदर की तस्वीर वायरल करना बताता है कि कानूनी नियम-प्रक्रियाओं के प्रति उनकी क्या धारणा है?
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 12, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
इस मामले में #Gwalior जेल के सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/pAEK6YUkHB
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— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 12, 2022
इस मामले में #Gwalior जेल के सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/pAEK6YUkHBप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके @digvijaya_28 जी का जेल के अंदर की तस्वीर वायरल करना बताता है कि कानूनी नियम-प्रक्रियाओं के प्रति उनकी क्या धारणा है?
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) April 12, 2022
इस मामले में #Gwalior जेल के सुपरिटेंडेंट मनोज कुमार साहू को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। pic.twitter.com/pAEK6YUkHB