भोपाल। मध्य प्रदेश के चुनावी समर में बीजेपी-कांग्रेस और बसपा तीनों दल जीत के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. लिहाजा इस बार भी ऐसे प्रत्याशियों को मौका दिया गया है जिन पर आपराधिक मामले दर्ज है. तो मध्य प्रदेश में पहले से भी ऐसे कई विधायक और सांसद हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. चुनाव आयोग के आंकड़े बता रहे हैं कि दागी नेता सभी दलों में हैं. मध्य प्रदेश की वर्तमान विधानसभा में 41 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज है.
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर विधायकों और सांसदों पर लंबित आपराधिक मामलों को लेकर हाई कोर्ट से डेटा मांगा गया था. चुनाव आयोग की रिपोर्ट में प्रदेश के 41 प्रतिशत विधायक दागी पाए गए. मध्य प्रदेश में फिलहाल बीजेपी-कांग्रेस, बसपा, सपा और निर्दलीय विधायक है. जिनमें कई विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
नेताओं पर आपराधिक दर्ज मामलों के आंकड़े
विधायकी से इस्तीफा देने वाले नेताओं पर भी दर्ज हैं मामले
वही मध्य प्रदेश में कांग्रेस से जिन 27 विधायकों ने इस्तीफा दिया है. उनमें भी 10 नेताओं पर आराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, तुलसीराम सिलावट, ऐदल सिंह कंसाना, गिर्राज डण्डौतिया, रणवीर जाटव, मुन्नालाल गोयल, सुरेश धाकड़, जजपाल सिंह जज्जी, रघुराज सिंह कंसाना शामिल हैं.
उपचुनाव लड़ रहे मंत्री भी हैं दागी
खास बात यह है इन नेताओं में इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, ऐंदल सिंह कंसाना, गिर्राज डण्डौतिया, सुरेश धाकड़ प्रदेश की बीजेपी सरकार में मंत्री भी हैं. जिन पर क्रिमिनल केस दर्ज है.
9 सांसदों पर भी दर्ज हैं आपराधिक मामले
बीजेपी के इन बड़े नेताओं पर दर्ज है क्रिमिनल केस
गौरीशंकर बिषेन, मोहन यादव(मंत्री) कमल पटेल (मंत्री) ओमप्रकाश सखलेचा(मंत्री) पारस जैन, राजेंद्र शुक्ल, रामेश्वर शर्मा(प्रोटेम स्पीकर) संजय पाठक, सुरेंद्र पटवा, ऊषा ठाकुर(मंत्री) ये बीजेपी के वो नेता है जो लगातार विधायक चुनकर आ रहे हैं. जबकि पहली बार बीजेपी से चुनाव जीते अन्य कई विधायकों पर भी आपराधिक मामले दर्ज है.
कांग्रेस ने इन नेताओं पर दर्ज है आपराधिक मामले
जीतू पटवारी, बाला बच्चन, जयवर्धन सिंह, कमलेश्वर पटेल, कुणाल चौधरी, लाखन सिंह यादव, नर्मदा प्रसाद प्रजापति, पीसी शर्मा, सुखदेव पांसे, विक्रम सिंह नातीराजा पर भी आपराधिक मामले दर्ज है. ये वो नाम है जो लगातार विधायक बनते आ रहे हैं. जबकि पहली बार कांग्रेस के विधायक बने नेताओं पर भी आपराधिक मामले दर्ज है.
इसके अलावा मध्य प्रदेश के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और धर्मेंद्र प्रधान पर भी आपराधिक मामले दर्ज है. मतलब मध्य प्रदेश में बीजेपी हो चाहे कांग्रेस या फिर अन्य कोई दल. सभी के किसी न किसी नेता के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज जरुर है.