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भोपाल में नहीं थम रहा कोरोना से मौतों का सिलसिला, सरकारी आंकड़ों से दो गुना ज्यादा हुई मौतें

भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं हैं, हालांकि राज्य सरकार 31 मई को भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा जीरो मान चुकी है, लेकिन राजधानी के विश्रामघाटों पर अभी भी कोरोना से मरने वालों के शव पहुंच रहे हैं.

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Published : Jun 14, 2021, 10:58 PM IST

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भोपाल में नहीं थम रहा कोरोना से मौतों का सिलसिला

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम हो गए हों, लेकिन ऐसा लगता है कि कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं हैं, हालांकि राज्य सरकार 31 मई को भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा जीरो मान चुकी है, लेकिन राजधानी के विश्रामघाटों पर अभी भी कोरोना से मरने वालों के शव पहुंच रहे हैं जिनका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत ही किया जा रहा है.

भोपाल में नहीं थम रहा कोरोना से मौतों का सिलसिला

जून में अबतक हो चुकी हैं 30 मौतें

आंकड़े कहते हैं कि कोरोना से हो रही मौतों का सिलसिला अभी भी जारी है. शायद प्रदेश को अनलॉक करने की जल्दबाजी में सरकार ने बीते 31 मई को राजधानी में कोरोना से मौतों का आंकड़ा जीरो बता दिया गया था. इसके कुछ दिन बाद ही कोराना कर्फ्यू हटा दिया,बाजार खोल दिए गए लेकिन हकीकत यह है कि भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला आज भी नहीं थमा है.राजधानी भोपाल के विश्रामघाटों में अभी भी कोरोना से मरने वाले लोगों के शव पहुंच रहे हैं.

हकीकत बताते विश्रामघाट के आंकड़े
31 मई को भले ही भोपाल में कोरोना से मौतें जीरो हो गई थीं, लेकिन इसके बाद एक जून से लेकर 13 जून तक हर रोज कोरोना से मौतें होती रही हैं. हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक जून महीने में अब तक करीब 30 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. वहीं विश्रामघाटों के आंकड़ों के मुताबिक भोपाल में जून महीने में अब तक 60 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.अकेले भदभदा विश्रामघाट पर ही 50 से अधिक मृत देहों का कोविड गाइड लाइन से अंतिम संस्कार किया गया है. यानि जून माह में जारी सरकारी आंकड़ों से दोगुना अधिक मौतें कोरोना से हुई हैं.

मंत्री जी को तीसरी लहर का डर जबकि दूसरी अभी गई नहीं

इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग कहते हैं कि प्रदेश में कई जिले ऐसे हैं जहां कोरोना पॉजिटिव का एक भी केस नहीं है. प्रदेश का रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रहा है. सांरग ने बताया कि क्राइसिस मैनेजमेंट की मीटिंग में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी न बढ़े. कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार होने पर वे कहते हैं कि, कोरोना की तीसरी लहर न आए इसके लिए कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखना जरूरी है.

दावे से उलट हैं हालात

  • भोपाल के विश्रामघाटों के मुताबिक सबसे अधिक 16 मौतें 2 जून को हुई थीं.
  • जिनमें भदभदा में 5, सुभाषनगर में 3, बैरागढ़ में 6 और झदा कब्रिस्तान में 2 मृतक देहों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल से हुआ.
  • 1जून को 14, 4 जून व 6 जून को 11, और 10 जून को 08, 11 और 13 जून को 5-5 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल से किया गया.

क्या कहता है हेल्थ बुलेटिन

हैल्थ बुलेटिन के अनुसार
- भोपाल में अब तक कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या - 122695
-कोरोना से अब तक मरने वालों की संख्या- 966
- भोपाल में बचे एक्टिव केस - 1291

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम हो गए हों, लेकिन ऐसा लगता है कि कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला अभी थमा नहीं हैं, हालांकि राज्य सरकार 31 मई को भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा जीरो मान चुकी है, लेकिन राजधानी के विश्रामघाटों पर अभी भी कोरोना से मरने वालों के शव पहुंच रहे हैं जिनका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के तहत ही किया जा रहा है.

भोपाल में नहीं थम रहा कोरोना से मौतों का सिलसिला

जून में अबतक हो चुकी हैं 30 मौतें

आंकड़े कहते हैं कि कोरोना से हो रही मौतों का सिलसिला अभी भी जारी है. शायद प्रदेश को अनलॉक करने की जल्दबाजी में सरकार ने बीते 31 मई को राजधानी में कोरोना से मौतों का आंकड़ा जीरो बता दिया गया था. इसके कुछ दिन बाद ही कोराना कर्फ्यू हटा दिया,बाजार खोल दिए गए लेकिन हकीकत यह है कि भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला आज भी नहीं थमा है.राजधानी भोपाल के विश्रामघाटों में अभी भी कोरोना से मरने वाले लोगों के शव पहुंच रहे हैं.

हकीकत बताते विश्रामघाट के आंकड़े
31 मई को भले ही भोपाल में कोरोना से मौतें जीरो हो गई थीं, लेकिन इसके बाद एक जून से लेकर 13 जून तक हर रोज कोरोना से मौतें होती रही हैं. हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक जून महीने में अब तक करीब 30 लोगों की मौत कोरोना से हुई है. वहीं विश्रामघाटों के आंकड़ों के मुताबिक भोपाल में जून महीने में अब तक 60 से अधिक मौतें हो चुकी हैं.अकेले भदभदा विश्रामघाट पर ही 50 से अधिक मृत देहों का कोविड गाइड लाइन से अंतिम संस्कार किया गया है. यानि जून माह में जारी सरकारी आंकड़ों से दोगुना अधिक मौतें कोरोना से हुई हैं.

मंत्री जी को तीसरी लहर का डर जबकि दूसरी अभी गई नहीं

इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग कहते हैं कि प्रदेश में कई जिले ऐसे हैं जहां कोरोना पॉजिटिव का एक भी केस नहीं है. प्रदेश का रिकवरी रेट भी लगातार बढ़ रहा है. सांरग ने बताया कि क्राइसिस मैनेजमेंट की मीटिंग में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी न बढ़े. कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार होने पर वे कहते हैं कि, कोरोना की तीसरी लहर न आए इसके लिए कोरोना प्रोटोकॉल का ध्यान रखना जरूरी है.

दावे से उलट हैं हालात

  • भोपाल के विश्रामघाटों के मुताबिक सबसे अधिक 16 मौतें 2 जून को हुई थीं.
  • जिनमें भदभदा में 5, सुभाषनगर में 3, बैरागढ़ में 6 और झदा कब्रिस्तान में 2 मृतक देहों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल से हुआ.
  • 1जून को 14, 4 जून व 6 जून को 11, और 10 जून को 08, 11 और 13 जून को 5-5 लोगों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल से किया गया.

क्या कहता है हेल्थ बुलेटिन

हैल्थ बुलेटिन के अनुसार
- भोपाल में अब तक कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या - 122695
-कोरोना से अब तक मरने वालों की संख्या- 966
- भोपाल में बचे एक्टिव केस - 1291

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