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Corona New Variant: सब वेरिएंट BA.2.75 का MP में भी असर! एंटीबॉडी और वैक्सीन लगने के बाद भी कर देता है पॉजिटिव, स्वास्थ्य मंत्री ने चेताया

भारत के लगभग 10 राज्यों में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के मिलने की बात सामने आई है. ओमिक्रोन का सब वेरिएंट BA.2.75 देश के 10 से ज्यादा राज्यों में अपना शुरुआती असर दिखाने लगा है, इसमें मध्यप्रदेश भी शामिल है. इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है, और मास्क लगाने के लिए कहा है. (omicron india latest news) (omicron BA.2.75 news india)(Corona New Variant in India)

Corona New Variant  in India
नए सब वेरिएंट का मध्य प्रदेश में भी असर
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Published : Jul 6, 2022, 7:50 AM IST

भोपाल। देश में एक बार फिर से कोरना महामारी का खतरा बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं, इसी बीच कोरोना के नए वेरिएंट ने एक बार फिर लोगों को दहशत में डाल दिया है, ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीए 2.75 (BA.2.75) देश के 10 से ज्यादा राज्यों में अपना शुरुआती असर दिखाने लगा है. इसमें मध्यप्रदेश भी शामिल है. राजधानी भोपाल में आइसोलेशन का स्पेशल वार्ड बनाया गया है, और इस 30 बेड वाले वार्ड की निगरानी सीसीटीवी के माध्यम से की जाएगी. (MP Corona News) (Corona New Variant in India)

नए सब वेरिएंट का मध्य प्रदेश में भी असर

संक्रमण का खतरा बढ़ा: मध्य प्रदेश कोविड सलाहकार समिति के सदस्य एसपी दुबे ने बताया कि इस वेरिएंट ने कई देशों में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे में लोगों को इससे बचने की जरूरत है. ये वेरिएंट मौजूदा वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को भी चकमा दे सकता है. दुबे ने बताया कि "जो लोग अब तक खुद को सुरक्षित समझ रहे थे, उन्हें भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. लोगों ने कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना छोड़ दिया है साथ ही मास्क भी नहीं लगाते हैं, जिसकी वजह से खतरा मंडरा रहा है." (New sub variants effect in Madhya Pradesh)

Impact of new sub variants in Madhya Pradesh
नए सब वेरिएंट का मध्य प्रदेश में भी असर

क्या है बीए 2.75 वेरिएंट: ये वेरिएंट ओमिक्रोन का सब वेरिएंट माना जा रहा है, इसमें बीए 2.75 में कई म्युटेंट शामिल हैं. इसमें दो म्युटेंट बिल्कुल अलग है, जो पेरेंट् स्ट्रेन BA.2 में नहीं मिलते. यह दोनों म्युटेंट हैं G446S और R493Q. वहीं भोपाल के जिला अस्पताल में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी गई है. भोपाल के जेपी अस्पताल में 30 बेडों का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें फिलहाल सभी बेड खाली हैं. इन वार्डों की निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जिसके माध्यम से इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. अस्पताल के अधीक्षक राजेश श्रीवास्तव के अनुसार "जेपी अस्पताल में बाहर दो ऑक्सीजन प्लांट भी हैं, ऐसे में किसी भी खतरे से लड़ने के लिए तैयारियां पूरी हैं. (omicron india latest news) (omicron ba275 news india)

2 महीने में अचानक से बड़ा पॉजिटिविटी रेट: कोरोना के प्रकरणों के साथ ही मध्यप्रदेश में इसका पॉजिटिविटी रेट भी लगातार बढ़ रहा है. दो महीने पहले 6 मई को मध्यप्रदेश में 33 पॉजिटिव मरीज थे, और पॉजिटिविटी रेट 0.4 था, जबकि 6 जून को यह पॉजिटिविटी रेट लगभग 0.7 था. लेकिन जून माह के अंतिम सप्ताह में कोविड से हुई मौतों के बाद रेट बढ़ा गया है. पॉजिटिव मरीज बढ़ने से अब प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 1.6 हो गया है, जो खतरे की ओर इशारा कर रहा है.

जांच ना होना बड़ी वजह: डॉ.एस.पी दुबे मानते हैं कि "संक्रमण का ये अनुपात और ज्यादा हो सकता है, क्योंकि अभी इलेक्शन के चलते उतनी जांचें नहीं हो रही है जितनी होनी चाहिए. एक समय था जब पीक टाइम पर प्रदेश में 70 से 80 हजार जांचे रोज होती थी, लेकिन अभी आंकड़ा 6 से 7 हजार के बीच सिमट गया है. ऐसे में अगर जांच बढ़ेगी तो निश्चित तौर पर पेशेंट भी बढ़कर सामने आएंगे. इन हालातों में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है."

एंटीबॉडी लोगों को भी इसका खतरा: एसपी दुबे के अनुसार "जिनको वैक्सिन लगी है या पहले से जो एंटीबॉडी हैं, उनको भी यह नया वेरिएंट अपनी चपेट में ले रहा है. यह कितना घातक है और इसका कितना ज्यादा असर आगे चलकर होगा, फिलहाल ये कहना अभी जल्दबाजी है. लेकिन नए वेरिएंट की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि जो लोग पिछले कोविड में ठीक हुए हैं, और उनकी एंटीबॉडी हुई है या जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाया है उसके बाद भी यह नया वेरिएंट उन लोगों को भी पॉजिटिव कर रहा है."

प्रदेश की स्थिति: अभी पूरे प्रदेश में 110 पॉजिटिव मरीज हैं. जून से अब तक 8 मौतें हो चुकी हैं. इसके पहले 30 जून को मेडिकल अस्पताल में भर्ती एक मरीज की मौत हुई थी. 26 जून को 80 साल के बुजुर्गों ने भोपाल के कस्तूरबा अस्पताल में दम तोड़ा था. जबकि 16 और 25 जून को जबलपुर में एक-एक मौत हुई थी. इसके पहले 9 जून को इंदौर में एक और भोपाल में भी एक मौत हो चुकी है. वहीं 3 जून को भी जबलपुर में एक मौत हुई थी. सोमवार 4 जुलाई को भी भोपाल में एक बुजुर्ग ने दम तोड़ा था.

Covid Booster Dose: स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, मुर्दों को लगाया बूस्टर डोज, वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी जारी किया

लोगों को सावधानी बरतने की जरुरत: जानकारी के अनुसार अभी तक भारत में कोविड के नए सब वेरिएंट के 69 केस मिले हैं, इसमें सबसे अधिक 27 के महाराष्ट्र से सामने आए हैं. इसके बाद 13 पश्चिम बंगाल, 10 कर्नाटक, 6 हरियाणा, 3 मध्य प्रदेश, 5 हिमाचल प्रदेश, 2 तेलंगाना और एक-एक दिल्ली और जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए हैं. मध्यप्रदेश में फिलहाल कौन से मरीज इस कैटेगरी में है, इसको अभी गोपनीय रखा गया है क्योंकि इससे आसपास के लोगों में भी डर और भय का वातावरण उत्पन्न होगा. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी कहते हैं कि "सरकार की तरफ से कोविड को लेकर सभी तैयारियां पहले से ही हैं, लेकिन लोगों को भी सावधान रहने की जरूरत है और मास्क लगाना जरूरी है."

भोपाल। देश में एक बार फिर से कोरना महामारी का खतरा बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं, इसी बीच कोरोना के नए वेरिएंट ने एक बार फिर लोगों को दहशत में डाल दिया है, ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीए 2.75 (BA.2.75) देश के 10 से ज्यादा राज्यों में अपना शुरुआती असर दिखाने लगा है. इसमें मध्यप्रदेश भी शामिल है. राजधानी भोपाल में आइसोलेशन का स्पेशल वार्ड बनाया गया है, और इस 30 बेड वाले वार्ड की निगरानी सीसीटीवी के माध्यम से की जाएगी. (MP Corona News) (Corona New Variant in India)

नए सब वेरिएंट का मध्य प्रदेश में भी असर

संक्रमण का खतरा बढ़ा: मध्य प्रदेश कोविड सलाहकार समिति के सदस्य एसपी दुबे ने बताया कि इस वेरिएंट ने कई देशों में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. ऐसे में लोगों को इससे बचने की जरूरत है. ये वेरिएंट मौजूदा वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को भी चकमा दे सकता है. दुबे ने बताया कि "जो लोग अब तक खुद को सुरक्षित समझ रहे थे, उन्हें भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. लोगों ने कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना छोड़ दिया है साथ ही मास्क भी नहीं लगाते हैं, जिसकी वजह से खतरा मंडरा रहा है." (New sub variants effect in Madhya Pradesh)

Impact of new sub variants in Madhya Pradesh
नए सब वेरिएंट का मध्य प्रदेश में भी असर

क्या है बीए 2.75 वेरिएंट: ये वेरिएंट ओमिक्रोन का सब वेरिएंट माना जा रहा है, इसमें बीए 2.75 में कई म्युटेंट शामिल हैं. इसमें दो म्युटेंट बिल्कुल अलग है, जो पेरेंट् स्ट्रेन BA.2 में नहीं मिलते. यह दोनों म्युटेंट हैं G446S और R493Q. वहीं भोपाल के जिला अस्पताल में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी गई है. भोपाल के जेपी अस्पताल में 30 बेडों का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें फिलहाल सभी बेड खाली हैं. इन वार्डों की निगरानी के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं, जिसके माध्यम से इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. अस्पताल के अधीक्षक राजेश श्रीवास्तव के अनुसार "जेपी अस्पताल में बाहर दो ऑक्सीजन प्लांट भी हैं, ऐसे में किसी भी खतरे से लड़ने के लिए तैयारियां पूरी हैं. (omicron india latest news) (omicron ba275 news india)

2 महीने में अचानक से बड़ा पॉजिटिविटी रेट: कोरोना के प्रकरणों के साथ ही मध्यप्रदेश में इसका पॉजिटिविटी रेट भी लगातार बढ़ रहा है. दो महीने पहले 6 मई को मध्यप्रदेश में 33 पॉजिटिव मरीज थे, और पॉजिटिविटी रेट 0.4 था, जबकि 6 जून को यह पॉजिटिविटी रेट लगभग 0.7 था. लेकिन जून माह के अंतिम सप्ताह में कोविड से हुई मौतों के बाद रेट बढ़ा गया है. पॉजिटिव मरीज बढ़ने से अब प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 1.6 हो गया है, जो खतरे की ओर इशारा कर रहा है.

जांच ना होना बड़ी वजह: डॉ.एस.पी दुबे मानते हैं कि "संक्रमण का ये अनुपात और ज्यादा हो सकता है, क्योंकि अभी इलेक्शन के चलते उतनी जांचें नहीं हो रही है जितनी होनी चाहिए. एक समय था जब पीक टाइम पर प्रदेश में 70 से 80 हजार जांचे रोज होती थी, लेकिन अभी आंकड़ा 6 से 7 हजार के बीच सिमट गया है. ऐसे में अगर जांच बढ़ेगी तो निश्चित तौर पर पेशेंट भी बढ़कर सामने आएंगे. इन हालातों में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है."

एंटीबॉडी लोगों को भी इसका खतरा: एसपी दुबे के अनुसार "जिनको वैक्सिन लगी है या पहले से जो एंटीबॉडी हैं, उनको भी यह नया वेरिएंट अपनी चपेट में ले रहा है. यह कितना घातक है और इसका कितना ज्यादा असर आगे चलकर होगा, फिलहाल ये कहना अभी जल्दबाजी है. लेकिन नए वेरिएंट की शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि जो लोग पिछले कोविड में ठीक हुए हैं, और उनकी एंटीबॉडी हुई है या जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाया है उसके बाद भी यह नया वेरिएंट उन लोगों को भी पॉजिटिव कर रहा है."

प्रदेश की स्थिति: अभी पूरे प्रदेश में 110 पॉजिटिव मरीज हैं. जून से अब तक 8 मौतें हो चुकी हैं. इसके पहले 30 जून को मेडिकल अस्पताल में भर्ती एक मरीज की मौत हुई थी. 26 जून को 80 साल के बुजुर्गों ने भोपाल के कस्तूरबा अस्पताल में दम तोड़ा था. जबकि 16 और 25 जून को जबलपुर में एक-एक मौत हुई थी. इसके पहले 9 जून को इंदौर में एक और भोपाल में भी एक मौत हो चुकी है. वहीं 3 जून को भी जबलपुर में एक मौत हुई थी. सोमवार 4 जुलाई को भी भोपाल में एक बुजुर्ग ने दम तोड़ा था.

Covid Booster Dose: स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, मुर्दों को लगाया बूस्टर डोज, वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी जारी किया

लोगों को सावधानी बरतने की जरुरत: जानकारी के अनुसार अभी तक भारत में कोविड के नए सब वेरिएंट के 69 केस मिले हैं, इसमें सबसे अधिक 27 के महाराष्ट्र से सामने आए हैं. इसके बाद 13 पश्चिम बंगाल, 10 कर्नाटक, 6 हरियाणा, 3 मध्य प्रदेश, 5 हिमाचल प्रदेश, 2 तेलंगाना और एक-एक दिल्ली और जम्मू कश्मीर और उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए हैं. मध्यप्रदेश में फिलहाल कौन से मरीज इस कैटेगरी में है, इसको अभी गोपनीय रखा गया है क्योंकि इससे आसपास के लोगों में भी डर और भय का वातावरण उत्पन्न होगा. स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी कहते हैं कि "सरकार की तरफ से कोविड को लेकर सभी तैयारियां पहले से ही हैं, लेकिन लोगों को भी सावधान रहने की जरूरत है और मास्क लगाना जरूरी है."

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