भोपाल। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है. वीडियो में बीजेपी के कई नेता दिग्विजय सिंह का नाम लेकर बयान दे रहे हैं. एडिट किए गए इस वीडियो में पूरे बयान के स्थान पर सिर्फ दिग्विजय सिंह का नाम सुनाई दे रहा है. इस वीडियो के साथ उन्होंने ट्वीट में कहा कि मध्यप्रदेश में भाजपा के नेता राम नाम जपने के बजाय मेरा नाम जपते हैं. फिर यह भी कहते हैं कि दिग्विजय का नाम लेने के बाद नहाना पड़ता है. इस ट्वीट के बाद बीजेपी के नेताओं ने भी पलटवार किया है. (Digvijay target bjp leaders)
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मप्र में भाजपा के नेता राम नाम जपने के बजाय “दिग्विजय” नाम जपते हैं!!
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 30, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
फिर यह भी कहते हैं कि “दिग्विजय” का नाम लेने के बाद नहाना पड़ता है!!
जो “सम्मान” मुझे भाजपा नेताओं से मिलता है मैं उनका आभारी हूँ।
@BJP4MP
@INCMP pic.twitter.com/BUNF8Lv9df
">मप्र में भाजपा के नेता राम नाम जपने के बजाय “दिग्विजय” नाम जपते हैं!!
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 30, 2022
फिर यह भी कहते हैं कि “दिग्विजय” का नाम लेने के बाद नहाना पड़ता है!!
जो “सम्मान” मुझे भाजपा नेताओं से मिलता है मैं उनका आभारी हूँ।
@BJP4MP
@INCMP pic.twitter.com/BUNF8Lv9dfमप्र में भाजपा के नेता राम नाम जपने के बजाय “दिग्विजय” नाम जपते हैं!!
— digvijaya singh (@digvijaya_28) April 30, 2022
फिर यह भी कहते हैं कि “दिग्विजय” का नाम लेने के बाद नहाना पड़ता है!!
जो “सम्मान” मुझे भाजपा नेताओं से मिलता है मैं उनका आभारी हूँ।
@BJP4MP
@INCMP pic.twitter.com/BUNF8Lv9df
वीडियो में हैं 5 नेता: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और बीजेपी नेताओं के बीच अब नए स्तर की लड़ाई शुरू हो गई है. इस बार दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित 5 नेताओं का एक वीडियो शेयर किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता राम नाम जपने के बजाय सिर्फ दिग्विजय नाम जपते हैं. जो सम्मान मुझे भाजपा नेताओं से मिलता है, मैं उनका आभारी हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि धन्यवाद प्रभु. मेरा नाम जपने के बजाय यह फर्जी राम भक्त भगवान राम का नाम क्यों नहीं जपते? इस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री और विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी पलटवार किया है. (digvijay singh edited video)
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श्रीराम के गुणगान में राम विरोधी का नाम न आए ऐसा सम्भव नही.
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) April 30, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
श्रीराम नवमी मनाने की चिट्टी लिखने पर कमलनाथ जी को "नेता प्रतिपक्ष" का पद गँवाना पड़ गया हो, वो पार्टी श्रीराम में कितना भरोसा करती है हम जानते है.
हम राम नाम के सहारे थे, है, और रहेंगे…
जय श्रीराम🚩@digvijaya_28 https://t.co/bH378Ir7La
">श्रीराम के गुणगान में राम विरोधी का नाम न आए ऐसा सम्भव नही.
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) April 30, 2022
श्रीराम नवमी मनाने की चिट्टी लिखने पर कमलनाथ जी को "नेता प्रतिपक्ष" का पद गँवाना पड़ गया हो, वो पार्टी श्रीराम में कितना भरोसा करती है हम जानते है.
हम राम नाम के सहारे थे, है, और रहेंगे…
जय श्रीराम🚩@digvijaya_28 https://t.co/bH378Ir7Laश्रीराम के गुणगान में राम विरोधी का नाम न आए ऐसा सम्भव नही.
— Rameshwar Sharma (@rameshwar4111) April 30, 2022
श्रीराम नवमी मनाने की चिट्टी लिखने पर कमलनाथ जी को "नेता प्रतिपक्ष" का पद गँवाना पड़ गया हो, वो पार्टी श्रीराम में कितना भरोसा करती है हम जानते है.
हम राम नाम के सहारे थे, है, और रहेंगे…
जय श्रीराम🚩@digvijaya_28 https://t.co/bH378Ir7La
विश्वास सारंग ने किया पलटवार: चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार किया. विश्वास सारंग ने लिखा रामायण में रावण का नाम 113 बार लिया गया है. इसका यह मतलब नहीं कि रावण पूजनीय हो गया. अगर आप मुगालते में हैं कि आपका नाम बार-बार लिया जा रहा है, तो याद रखिए रावण तो राक्षस ही था. और सनातन धर्म में हर दुष्ट का अंत निश्चित तौर पर हुआ है. (vishwas sarang statement on digvijay singh)
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रामायण में रावण का नाम 113 बार लिया गया है, इसका यह मतलब नहीं कि रावण पूजनीय हो गया। अगर आप मुगालते में है कि आपका नाम बार-बार लिया जा रहा है तो याद रखिए रावण तो राक्षस ही था।
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) April 30, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
और सनातन धर्म में हर दुष्ट का अंत निश्चिततौर पर हुआ है। https://t.co/Lm5woHTmgs
">रामायण में रावण का नाम 113 बार लिया गया है, इसका यह मतलब नहीं कि रावण पूजनीय हो गया। अगर आप मुगालते में है कि आपका नाम बार-बार लिया जा रहा है तो याद रखिए रावण तो राक्षस ही था।
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) April 30, 2022
और सनातन धर्म में हर दुष्ट का अंत निश्चिततौर पर हुआ है। https://t.co/Lm5woHTmgsरामायण में रावण का नाम 113 बार लिया गया है, इसका यह मतलब नहीं कि रावण पूजनीय हो गया। अगर आप मुगालते में है कि आपका नाम बार-बार लिया जा रहा है तो याद रखिए रावण तो राक्षस ही था।
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) April 30, 2022
और सनातन धर्म में हर दुष्ट का अंत निश्चिततौर पर हुआ है। https://t.co/Lm5woHTmgs
रामेश्वर शर्मा ने किया पलटवार: भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपने ट्वीट पर लिखा कि- श्रीराम के गुणगान में राम विरोधी का नाम न आए ऐसा संभव नहीं. राम नवमी मनाने की चिट्ठी लिखने पर कमलनाथ को नेता प्रतिपक्ष का पद गंवाना पड़ गया. हम राम नाम के सहारे थे, हैं, और रहेंगे.