भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लागू करने के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार बताया है, उनके इस बयान पर सूबे की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने शिवराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कोई अज्ञानी ही इस तरह की बात कर सकता है. जिसे इतिहास की समझ ही नहीं है. वह कितने भी बयान दें, उनके बयानों की कोई उपयोगिता ही नहीं है.
शिवराज सिंह ने कहा था कि कश्मीर पर पंडित नेहरु ने अपराध किया था. उनके इस बयान पर कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि अज्ञानता और हठधर्मिता पर टिप्पणी करने का उचित अवसर कभी नहीं रहता. अज्ञानी कुछ भी कह सकता है, जब उन्हें यही पता नहीं है कि अंग्रेजों से लड़कर 1927 और 1932 में राजा हरि सिंह ने धारा 370 लगवाई थी क्योंकि वहां सिख जमीनें खरीद रहे थे. राणा रणजीत सिंह से राज्य जीता था. जब इनको इस बात की जानकारी नहीं है कि ये चीजें कैसे और कहां से प्रभावी हुई हैं, लेकिन उनको इस बात की जानकारी ही नहीं है.
भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि इस बात की जानकारी होना चाहिए कि जो हमारा हिन्दू राजा था, वह भारत-पाकिस्तान दोनों को लिखकर दे चुका था कि हम आपका फेडरल स्टेट बनने के लिए तैयार हैं. पाकिस्तान को भी शर्तें लिखकर दे चुके थे, यदि पाकिस्तान ने उन पर हमला नहीं किया होता तो वह हिंदुस्तान से बात भी नहीं कर रहे थे. जिन्हें इतिहास की समझ नहीं है, वह कितने भी बयान दें, उसकी उपयोगिता क्या है.
अपने बयान को दोहराते हुए शिवराज सिंह ने कहा था कि मैं देश के सभी महापुरुषों का सम्मान करता हूं, लेकिन हमारे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. राष्ट्र के साथ जो अपराध करता है, वह सबसे बड़ा अपराध है. वे तथ्यों के साथ बात करते हैं.