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पैसे बांटकर बीजेपी ने जीता उपचुनाव, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का आरोप, 2023 के चुनाव में 150+ सीटें जीतने का दावा

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Published : Nov 6, 2021, 6:08 AM IST

Updated : Nov 6, 2021, 6:56 AM IST

हाल ही में हुए उपचुनाव बीजेपी ने 10-10 हजार रुपए बांटकर जीते हैं. ये कहना है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, भोपाल विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का. शर्मा ने दावा किया कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 150 प्लस सीटें जीतेगी.

interview with pc sharma
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा से खास बातचीत

भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस इन चुनावों में 150 प्लस सीटें जीतकर सत्ता मे वापसी करेगी. पूर्व मंत्री, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और भोपाल के विधायक पीसी शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में ये दावा किया है. शर्मा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा और लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 10-10 हजार रुपए बांटकर भाजपा ने ये चुनाव जीते हैं. पीसी शर्मा ने दावा कि अगले दो-तीन सालों में भाजपा का देश से सफाया हो जाएगा. पीसी शर्मा से ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ विनोद तिवारी ने खास बातचीत की.

सवाल- उपचुनाव में कांग्रेस को केवल एक सीट मिली है, किस तरह से उबरेंगे मौजूदा स्थिति से.

जवाब- ये चुनाव जो हुआ है उसमें कांग्रेस कहीं से भी कमजोर नहीं रही है. अगर देखा जाए तो भाजपा का कार्यकर्ता केवल चुनाव लड़ा है तो केवल रैगांव में. जो 12 हजार से हार गए, 31 साल में पहली बार कांग्रेस वहां जीती है. वहां पर हमारी मंडलम और सेक्टर की तैयारी तगड़ी थी. अगर हम बात करें जोबट की, तो आयातित केंडिडेट कांग्रेस की रही ,विधायक और मंत्री रहीं,उनको लेकर गए तब ये चुनाव लड़ पाए . इनका कार्यकर्ता नहीं लड़ पाया वहां. अगर बात करें पृथ्वीपुर की तो तीसरे नंबर पर रही थी बीजेपी और यहां पर भी फिर आातित केंडिडेट लेकर आए जो सपा से था डॉ शिशुपाल यादव, जिसने गुंडागर्दी की,उप्र से लोग ले आए,बूथ कैप्चरिंग सब कर ली. खंडवा की बात करें तो 3 लाख वोटों से ज्यादा से हारे थे.इस चुनाव में कांग्रेस के वोट साढे़ पांच प्रतिशत बढे हैं. बीजेपी के वोट कम हुए है. उसमें भी कब हुआ मामला जब इन्होंने फिर खरीद-फरोख्त कर बड़वाह के सचिन बिरला को अपनी तरफ किया. ये जोड़-तोड़,गुंडागर्दी,पैसा,पहलवानी और पावर से चुनाव जीते हैं. इनका कोई कार्यकर्ता नहीं है जो चुनाव लड़ पाया है. ये बाई इलेक्शन में झाबुआ सीट पर हम कमलनाथ की सरकार के समय 28 हजार वोट से जीते थे. ये पूरा दम लगाकर,20 बूथ पर मंत्री लगाकर केवल 6 हजार वोट से जोबट जीते. ये रिजल्ट हैं और रिजल्ट तो वे होते हैं जो हिमाचल और पश्चिम बंगाल का है. जहां 75 पर्सेंट वोट ले गए. इतना जनदर्शन ,इतनी घोषणाएं,इतनी फर्जी बातें और माहौल में जीत गए तो बड़ी बात नहीं है.

पैसे बांटकर बीजेपी ने जीता उपचुनाव, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का आरोप

सवाल- बीजेपी का कहना है कि 17 साल बनाम 17 महीने. बीजेपी की 17 साल की सरकार का प्रदर्शन औऱ कमलनाथ की 17 महीने की सरकार के प्रदर्शन पर आपका क्या कहना है.
जवाब- 17 साल में रैगांव को नहीं बचा पाए.17 साल में जो 30 साल से रैगांव सीट बीजेपी की थी.कांग्रेस की सरकारें रहीं तब हम नहीं जीत पाए, लेकिन विपक्ष में रहते हुए हमने वो सीट जीती.उसके बारे में बात क्यों नहीं करती बीजेपी. पृथ्वीपुर में बीजेपी का एजेंडा था,जिस तरह से उसने बूथ कैप्चरिंग की,कांग्रेस कार्यकर्ताओं को थाने में बैठा दिया.उनको वोट नहीं डालने दिया.उनको ये मालूम था कि यदि बृजेंद्र सिंह राठौर का लड़का जीत गया तो जैसे बृजेंद्र सिंह विधायक रहे तो ये भी परमानेंट सीट हो जाएगी. लेकिन जनरल इलेक्शन में 20 से 25 हजार से कांग्रेस वो सीट जीतेगी यह देख लेना आप.जनता साथ है,वोट नहीं डालने दिया. एडमिनिस्ट्रेशन ने और बूथ कैप्चरिंग कर ली,यही वजह है.


सवाल- जीत का प्रमाणपत्र कुछ भी कहो, बीजेपी आपने साथ ले गई.
जवाब-ये प्रमाण पत्र है टेम्परेरी,परमानेंट प्रमाण पत्र कांग्रेस लेकर आएगी.

सवाल-2023 की तैयारी है आपकी इस तरह की.
जवाब- 2023 की तैयारी कांग्रेस की पूरी है. अब 10-10 हजार रुपए बांट रहे हैं, पांच सौ के नोट के वीडियो आए हैं. आदमी ने सोचा की 10-15 हजार मिल गए हैं,पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ गए हैं तो क्या हुआ 2023 तक काम आ जाएगा फिर देखेगें बाद में. लोगों ने 2023 तक की व्यवस्था कर ली है. मध्य प्रदेश की जनता इतनी बेईमान नहीं है कि पैसे ले ले और वोट न डाले, पैसे बांटे इन्होंने पानी की तरह,उसका असर हो गया.

सवाल-चुनाव में लेकिन महंगाई कोई मुद्दा नहीं रहा.
जवाब-महंगाई मुद्दा तो है लोग परेशान हैं. जिस तरह से डीजल पेट्रोल और रसोई गैस ,बिजली और खाद नहीं मिल रही किसानों को. बेरोजगार हो गए लोग, 35लाख लोग बेरोजगार हैं. ये मुख्यमंत्री ने जब स्थापना दिवस के कार्यक्रम में कहा कि बिजली कम जलाओ बिजली का संकट है. बिजली का बिल कम आए जिससे हम बदनाम न हो. उसको अलावा बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना चुनौती है. हम जो बोल रहे हैं वो मुद्दे हैं लेकिन आज दो साल बचे हैं. लोगों को लगा कि दो साल तो ये सिर पर मूंग दलेंगे ही.

सवाल- बीजेपी कह रही है कि ये लिटमस टेस्ट है 2023 का.
जवाब- 2023 में तो इनके पते नहीं लगेंगे. हिंदुस्तान में 2022,23,24 में बीजेपी साफ हो जाएगी. अभी 29 जगह बाई इलेक्शन हुए हैं. इनके कुल 7 सीटें आई हैं पूरे देश में. कांग्रेस की 8 आई हैं. लोकसभा में एक जगह कांग्रेस,एक जगह शिवसेना और एक पर बीजेपी आई है,ये तो धीरे-धीरे साफ हो रहे हैं.

सवाल- लेकिन चुनाव एनालिस्ट प्रशांत किशोर का कहना है कि बीजेपी मजबूत रहेगी भले ही मोदी पीएम न रहें.
जवाब- प्रशांत किशोर तो वैसी ढपली बजाता है जैसा पीछे वाला उसको इशारा करता है. उसकी बातों पर हर चीज पर भरोसा नहीं होगा.

सवाल-एक बडा इश्यू ये रहा कि पहले भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि हम 27 फीसदी आरक्षण देंगे पिछड़ों को. अब इन इलेक्शन में सामान्य सीटों पर दो उम्मीदवार उतारे पिछड़ी जाति के,खंडवा से ज्ञानेश्वर पाटिल और पृथ्वीपुर से शिशुपाल यादव को टिकट दिया. ये पिछ़ड़ी का खेल क्या है बीजेपी का.
जवाब- ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण की बात तो कमलनाथ सरकार ने की थी. ये तो फटे में पैर उलझा रहे हैं,दिल्ली में भी इनकी सरकार थी और यहां पर इनकी सरकार है. प्रस्ताव पहले पास करा लेते इनका वकील तो कोर्ट में कह रहा है 14 प्रतिशत में ही हमे अलाउ कर दो. ये इनको दोहरे चेहरें हैं,इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. कांग्रेस ने ओबीसी,एससी,एसटी की लड़ाई लड़ी है इनका यह टेम्परेरी फेज है.

सवाल- एसटी की सीट पर जोबट में बीजेपी का जीतना अपने आप में आश्चर्य की बात है जो कि परंपरागत से कांग्रेस की रही और भूरिया जैसे नेताओं का प्रभाव रहा.
जवाब-निश्चित तौर पर मैंने कहा न कि वहां पर कौन जीता है. सुलोचना रावत कौन थी,25-30 सालों से कांग्रेस में थी,कई बार एमएलए और मंत्री थी ,पुट तो कांग्रेसी ही है.सुलोचना रावत का जीतना कोई बीजेपी का जीतना नहीं है.

सवाल- बीजेपी के पास कार्यकर्ता नहीं हैं ऐसा आपका कहना है.
जवाब- कार्यकर्ता होता तो टिकिट देते न. पृथ्वीपुर में तीसरे नंबर पर रहे बीजेपी के केंडिडेट को टिकट क्यों नहीं दी,जोबट में दूसरे नंबर पर रहे भाजपा कार्यकर्ता को टिकट क्यों नहीं दी. इनके पास कुछ नहीं है,ये इधर-उधर से उधारी के केंडिडेट लेकर सरकार बचाते हैं. आज इनके केबिनेट में आधे से ज्यादा तो वो लोग हैं जो टूटकर गए. इनके तो राजेंद्र शुक्ला जी क्वारंटीन हैं,संजय पाठक क्वारंटीन हैं,रामपाल सिंह को घर बैठा दिया है. ये तो उधारी के माल पर चल रहे हैं.

सवाल-भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आपको और दिग्विजय सिंह को राक्षस कहा,क्या इस तरह की टिप्पणी राजनीति को शोभा देती है.
जवाब-ये तो क्या है कि इन्होंने ये कहा कि मां नर्मदा जो स्नान करेगा को पापी है. ये नर्मदा परिक्रमावासियों का अपमान है,हमको कहा ये ब्राम्हणों का अपमान है. उनको कहा ये ठाकुरों का अपमान है. इन्होंने रावण सिंधी समाज को कहा,इन्होंने तो शहीद हेमंत करकरे को पापी औऱ देशद्रोही कहा. ये तो महात्मा गांधी की विरोधी हैं और नाथूराम गोडसे के प्रशंसक हैं. हम तो कह रहे हैं कि जितना हो सकता है उनका भला हो. कम से कम जो पोशाक उन्होंने पहनी है,उसकी मर्यादा तो रखें.

सवाल-गांधी जी को बीजेपी ने हाईजेक कर लिया है और कांग्रेस कुछ नहीं कर पाई. कांग्रेस के पास केवल नाम रह गया गांधी,राहुल गांधी,सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी लेकिन असली गांधी को बीजेपी ने हाईजेक कर लिया है,इस बात को मानते हैं आप.
जवाब- न गांधी हाईजेक हो पाएंगे न सरदार पटेल हाईजेक हो पाएंगे. ये वो लोग हैं जिन्होंने देश को आजादी दिलवाई है. बीजेपी वाले तो हिटलरवादी हैं. जिस तरह से हिटलर प्रोपेगेंडा और लोगों का दमन करके शासन चलाता था वो लोग हैं.

सवाल- मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन कमजोर दिखता है,कई जगह जिला अध्यक्ष नहीं हैं और है तो लेकिन कार्यकारिणी नहीं है. कई जगह निष्क्रिय हैं,क्या कांग्रेस संगठन में आमूल चूल परिवर्तन की जरूरत लगती है.
जवाब- हां कुछ निष्क्रिय हो सकते हैं लेकिन मध्य प्रदेश और हिंदुस्तान के हर गांव और मोहल्ले में एक मंदिर मिलेगा और साथ में एक कांग्रेस का कार्यकर्ता मिलेगा. कांग्रेस कोई आज का संगठन नहीं है. आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी, पंडित नेहरू,बाबा अंबेडकर,मौलाना आजाद 15-15 साल तक जेल में रहे. कांग्रेस का इतिहास ये है कि उनके नेता 15 साल तक जेल में रहे. ये तो जब इमरजेंसी लगी तो भाग गए और अंडरग्राउंड हो गए. कांग्रेस में वो नेता हैं जो अंग्रेजों का सामना करते थे,इनमें सामना करने की न कूवत है औऱ न ही ताकत है.

सवाल- बीजेपी के लीडर्स का कहना है कि कमलनाथ की 17 महीने की सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ,बल्लभ भवन दलाली का अड्डा रहा. बीजेपी ने ये बात हर मौके पर कही और अभी भी कह रहे हैं.
जवाब- इनकी सरकार है दिल्ली में और यहां भी. दलाली के अड्डे में जिनके ही हाथ काले हैं उनको पकड़कर बंद क्यों नहीं करते और जेल में क्यों नहीं भेजते. 17 महीने की सरकार में 27 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ ये विधानसभा में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा. 300 रुपए से 600 रुपए पेंशन की वृद्धों और विकलांगों की. बच्चियों की शादी के 51 हजार रुपए किए. मेट्रो की तो ये बातें ही करते थे,मेट्रो का काम हमने शुरु किया. मैं धर्मस्व मंत्री था तो हमने 350 करोड़ रुपए महाकालेश्वर के लिए, 150 करोड़ रुपए ओंकारेश्वर के लिए,नर्मदा जी परिक्रमा के लिए यात्री निवास बनाए,ओरछा में बनाए, ये तो केवल बात करते हैं. मप्र के 22 लाख पुजारियों को तीन गुना मानदेय किया ,ये काम कमलनाथ की सरकार ने किया,एक हजार गौशालाएं बनवाईं. 20 रुपए प्रति गाय चारे के लिए किया था, इन्होंने आकर इसको 1रुपए 90 पैसे कर दिया.स्वर्गीय बृजेंद्र सिंह राठौर के सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा था कि हमने 15 साल में एक भी गौशाला नहीं बनवाई. ये बच्चियों के दुष्कर्म और किसानों की आत्महत्या के मामले में हिंदुस्तान में नंबर एक पर है. ये क्या बात करेंगे.

सवाल-बीजेपी से निपटने का क्या रोडमैप रहेगा, क्योंकि अब चुनाव मोड में 2023 की तैयारी में आ गए हैं.कांग्रेस इनसे कैसे निपटेगी.
जवाब- कमलनाथ जी जो सेटअप बनाया है,मंडलम,सेक्टर और बूथ तक और पन्ना प्रभारी. ये सब काम कांग्रेस का चल रहा है.एनपी प्रजापति जी इन सबके इंचार्ज हैं जो लगातार सब जगह नजर रखे हुएं हैं. हम लोग भी अपने-अपने क्षेत्र में तैयारी किए हैं ,घर-घर तक जाएंगे,जन-जन तक जाएंगे और ये मानकर चलिए कि कांग्रेस की 150 प्लस सीटें आएंगी 2023 के इलेक्शन में और बीजेपी साफ हो जाएगी।

सवाल- अभी भी इस उपचुनाव में रिपोर्ट ये थी कि कई जगहों पर कांग्रेस का एजेंट ही नहीं था.
जवाब-अब जब एजेंट नहीं बैठा था तो क्या साढ़े पांच लाख वोट ऐसे ही मिल गए. ये तो बीजेपी का भ्रम है. बीजेपी का काम शोषण करना और लोगों का दमन करना है. लेकिन जब जनरल इलेक्शन होता है न तो न पांच मंत्री पहुंच पाएंगे जोबट में और न 10 मंत्री पृथ्वीपुर में पहुंच पाएंगे और इनका सफाया हो जाएगा.

सवाल- कमलनाथ जी ने कहा था कि शिवराज जी एक्टर हैं और मोदी डायरेक्टर. इनकी फिल्म तो कामयाब हो गई.
जवाब- कहां कामयाब हो गई. हिंदुस्तान में 3 लोकसभा सीट में एक जीते हैं तो कहां से कामयाब हो गई.वहीं 29 विधानसभा सीट में से 7-8 जीते हैं बाकी दूसरे जीते हैं. तो कहां से सफल हो गई बीजेपी. ये फेल है.

सवाल- कुल मिलाकर सीट जरूर आपके हाथ में नहीं आई लेकिन आपका कहना है कि आप मजबूत हुए हैं.
जवाब- सीट कैसे नहीं आई,रैगांव 31 साल बाद जीते. विंध्य जहां पिछले चुनाव में हमारे पास सीटें नहीं आई थी, वहां हमारा खाता खुल गया है. ये कहना गलत है. ये मानकर चलिए कि अगला 2023 का चुनाव जनता खुद लड़ेगी.

सवाल- लेकिन रैगांव के बारे में तो ये कहा जा रहा है कि यह अजय सिंह राहुल की व्यक्तिगत मेहनत है क्योंकि उनको फ्री हैंड दिया गया था. तो उन्होंने ये कमाल दिखाया
जवाब- फ्रीहैंड तो कांग्रेस में सबको है. चुनाव जिताओ फ्रीहैंड.


सवाल- तो फिर चुनाव परिणाम जोबट और खंडवा में क्यों नहीं आ पाए.
जवाब-इनका कंसंट्रेशन अलग था. खंडवा में ये किस तरह सीट बचा पाए हैं. ये सचिन बिरला को ले गए. जोबट में तो इन्होंने ये बताया कि हम हितैषी हैं आदिवासियों के ,पर ये सीट उनकी नहीं है. पृथ्वीपुर सीट में तो इन्होंने उत्तरप्रदेश के गुंडे,बदमाश लाकर,बूथ कैप्चरिंग कर,एडमिनिस्ट्रेशन के जरिए,कांग्रेसियों को बंद कराकर जीती है,जनरल इलेक्शन में ये नहीं होता है.

भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. कांग्रेस इन चुनावों में 150 प्लस सीटें जीतकर सत्ता मे वापसी करेगी. पूर्व मंत्री, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और भोपाल के विधायक पीसी शर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में ये दावा किया है. शर्मा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा और लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में 10-10 हजार रुपए बांटकर भाजपा ने ये चुनाव जीते हैं. पीसी शर्मा ने दावा कि अगले दो-तीन सालों में भाजपा का देश से सफाया हो जाएगा. पीसी शर्मा से ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ विनोद तिवारी ने खास बातचीत की.

सवाल- उपचुनाव में कांग्रेस को केवल एक सीट मिली है, किस तरह से उबरेंगे मौजूदा स्थिति से.

जवाब- ये चुनाव जो हुआ है उसमें कांग्रेस कहीं से भी कमजोर नहीं रही है. अगर देखा जाए तो भाजपा का कार्यकर्ता केवल चुनाव लड़ा है तो केवल रैगांव में. जो 12 हजार से हार गए, 31 साल में पहली बार कांग्रेस वहां जीती है. वहां पर हमारी मंडलम और सेक्टर की तैयारी तगड़ी थी. अगर हम बात करें जोबट की, तो आयातित केंडिडेट कांग्रेस की रही ,विधायक और मंत्री रहीं,उनको लेकर गए तब ये चुनाव लड़ पाए . इनका कार्यकर्ता नहीं लड़ पाया वहां. अगर बात करें पृथ्वीपुर की तो तीसरे नंबर पर रही थी बीजेपी और यहां पर भी फिर आातित केंडिडेट लेकर आए जो सपा से था डॉ शिशुपाल यादव, जिसने गुंडागर्दी की,उप्र से लोग ले आए,बूथ कैप्चरिंग सब कर ली. खंडवा की बात करें तो 3 लाख वोटों से ज्यादा से हारे थे.इस चुनाव में कांग्रेस के वोट साढे़ पांच प्रतिशत बढे हैं. बीजेपी के वोट कम हुए है. उसमें भी कब हुआ मामला जब इन्होंने फिर खरीद-फरोख्त कर बड़वाह के सचिन बिरला को अपनी तरफ किया. ये जोड़-तोड़,गुंडागर्दी,पैसा,पहलवानी और पावर से चुनाव जीते हैं. इनका कोई कार्यकर्ता नहीं है जो चुनाव लड़ पाया है. ये बाई इलेक्शन में झाबुआ सीट पर हम कमलनाथ की सरकार के समय 28 हजार वोट से जीते थे. ये पूरा दम लगाकर,20 बूथ पर मंत्री लगाकर केवल 6 हजार वोट से जोबट जीते. ये रिजल्ट हैं और रिजल्ट तो वे होते हैं जो हिमाचल और पश्चिम बंगाल का है. जहां 75 पर्सेंट वोट ले गए. इतना जनदर्शन ,इतनी घोषणाएं,इतनी फर्जी बातें और माहौल में जीत गए तो बड़ी बात नहीं है.

पैसे बांटकर बीजेपी ने जीता उपचुनाव, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का आरोप

सवाल- बीजेपी का कहना है कि 17 साल बनाम 17 महीने. बीजेपी की 17 साल की सरकार का प्रदर्शन औऱ कमलनाथ की 17 महीने की सरकार के प्रदर्शन पर आपका क्या कहना है.
जवाब- 17 साल में रैगांव को नहीं बचा पाए.17 साल में जो 30 साल से रैगांव सीट बीजेपी की थी.कांग्रेस की सरकारें रहीं तब हम नहीं जीत पाए, लेकिन विपक्ष में रहते हुए हमने वो सीट जीती.उसके बारे में बात क्यों नहीं करती बीजेपी. पृथ्वीपुर में बीजेपी का एजेंडा था,जिस तरह से उसने बूथ कैप्चरिंग की,कांग्रेस कार्यकर्ताओं को थाने में बैठा दिया.उनको वोट नहीं डालने दिया.उनको ये मालूम था कि यदि बृजेंद्र सिंह राठौर का लड़का जीत गया तो जैसे बृजेंद्र सिंह विधायक रहे तो ये भी परमानेंट सीट हो जाएगी. लेकिन जनरल इलेक्शन में 20 से 25 हजार से कांग्रेस वो सीट जीतेगी यह देख लेना आप.जनता साथ है,वोट नहीं डालने दिया. एडमिनिस्ट्रेशन ने और बूथ कैप्चरिंग कर ली,यही वजह है.


सवाल- जीत का प्रमाणपत्र कुछ भी कहो, बीजेपी आपने साथ ले गई.
जवाब-ये प्रमाण पत्र है टेम्परेरी,परमानेंट प्रमाण पत्र कांग्रेस लेकर आएगी.

सवाल-2023 की तैयारी है आपकी इस तरह की.
जवाब- 2023 की तैयारी कांग्रेस की पूरी है. अब 10-10 हजार रुपए बांट रहे हैं, पांच सौ के नोट के वीडियो आए हैं. आदमी ने सोचा की 10-15 हजार मिल गए हैं,पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ गए हैं तो क्या हुआ 2023 तक काम आ जाएगा फिर देखेगें बाद में. लोगों ने 2023 तक की व्यवस्था कर ली है. मध्य प्रदेश की जनता इतनी बेईमान नहीं है कि पैसे ले ले और वोट न डाले, पैसे बांटे इन्होंने पानी की तरह,उसका असर हो गया.

सवाल-चुनाव में लेकिन महंगाई कोई मुद्दा नहीं रहा.
जवाब-महंगाई मुद्दा तो है लोग परेशान हैं. जिस तरह से डीजल पेट्रोल और रसोई गैस ,बिजली और खाद नहीं मिल रही किसानों को. बेरोजगार हो गए लोग, 35लाख लोग बेरोजगार हैं. ये मुख्यमंत्री ने जब स्थापना दिवस के कार्यक्रम में कहा कि बिजली कम जलाओ बिजली का संकट है. बिजली का बिल कम आए जिससे हम बदनाम न हो. उसको अलावा बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना चुनौती है. हम जो बोल रहे हैं वो मुद्दे हैं लेकिन आज दो साल बचे हैं. लोगों को लगा कि दो साल तो ये सिर पर मूंग दलेंगे ही.

सवाल- बीजेपी कह रही है कि ये लिटमस टेस्ट है 2023 का.
जवाब- 2023 में तो इनके पते नहीं लगेंगे. हिंदुस्तान में 2022,23,24 में बीजेपी साफ हो जाएगी. अभी 29 जगह बाई इलेक्शन हुए हैं. इनके कुल 7 सीटें आई हैं पूरे देश में. कांग्रेस की 8 आई हैं. लोकसभा में एक जगह कांग्रेस,एक जगह शिवसेना और एक पर बीजेपी आई है,ये तो धीरे-धीरे साफ हो रहे हैं.

सवाल- लेकिन चुनाव एनालिस्ट प्रशांत किशोर का कहना है कि बीजेपी मजबूत रहेगी भले ही मोदी पीएम न रहें.
जवाब- प्रशांत किशोर तो वैसी ढपली बजाता है जैसा पीछे वाला उसको इशारा करता है. उसकी बातों पर हर चीज पर भरोसा नहीं होगा.

सवाल-एक बडा इश्यू ये रहा कि पहले भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि हम 27 फीसदी आरक्षण देंगे पिछड़ों को. अब इन इलेक्शन में सामान्य सीटों पर दो उम्मीदवार उतारे पिछड़ी जाति के,खंडवा से ज्ञानेश्वर पाटिल और पृथ्वीपुर से शिशुपाल यादव को टिकट दिया. ये पिछ़ड़ी का खेल क्या है बीजेपी का.
जवाब- ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण की बात तो कमलनाथ सरकार ने की थी. ये तो फटे में पैर उलझा रहे हैं,दिल्ली में भी इनकी सरकार थी और यहां पर इनकी सरकार है. प्रस्ताव पहले पास करा लेते इनका वकील तो कोर्ट में कह रहा है 14 प्रतिशत में ही हमे अलाउ कर दो. ये इनको दोहरे चेहरें हैं,इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. कांग्रेस ने ओबीसी,एससी,एसटी की लड़ाई लड़ी है इनका यह टेम्परेरी फेज है.

सवाल- एसटी की सीट पर जोबट में बीजेपी का जीतना अपने आप में आश्चर्य की बात है जो कि परंपरागत से कांग्रेस की रही और भूरिया जैसे नेताओं का प्रभाव रहा.
जवाब-निश्चित तौर पर मैंने कहा न कि वहां पर कौन जीता है. सुलोचना रावत कौन थी,25-30 सालों से कांग्रेस में थी,कई बार एमएलए और मंत्री थी ,पुट तो कांग्रेसी ही है.सुलोचना रावत का जीतना कोई बीजेपी का जीतना नहीं है.

सवाल- बीजेपी के पास कार्यकर्ता नहीं हैं ऐसा आपका कहना है.
जवाब- कार्यकर्ता होता तो टिकिट देते न. पृथ्वीपुर में तीसरे नंबर पर रहे बीजेपी के केंडिडेट को टिकट क्यों नहीं दी,जोबट में दूसरे नंबर पर रहे भाजपा कार्यकर्ता को टिकट क्यों नहीं दी. इनके पास कुछ नहीं है,ये इधर-उधर से उधारी के केंडिडेट लेकर सरकार बचाते हैं. आज इनके केबिनेट में आधे से ज्यादा तो वो लोग हैं जो टूटकर गए. इनके तो राजेंद्र शुक्ला जी क्वारंटीन हैं,संजय पाठक क्वारंटीन हैं,रामपाल सिंह को घर बैठा दिया है. ये तो उधारी के माल पर चल रहे हैं.

सवाल-भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने आपको और दिग्विजय सिंह को राक्षस कहा,क्या इस तरह की टिप्पणी राजनीति को शोभा देती है.
जवाब-ये तो क्या है कि इन्होंने ये कहा कि मां नर्मदा जो स्नान करेगा को पापी है. ये नर्मदा परिक्रमावासियों का अपमान है,हमको कहा ये ब्राम्हणों का अपमान है. उनको कहा ये ठाकुरों का अपमान है. इन्होंने रावण सिंधी समाज को कहा,इन्होंने तो शहीद हेमंत करकरे को पापी औऱ देशद्रोही कहा. ये तो महात्मा गांधी की विरोधी हैं और नाथूराम गोडसे के प्रशंसक हैं. हम तो कह रहे हैं कि जितना हो सकता है उनका भला हो. कम से कम जो पोशाक उन्होंने पहनी है,उसकी मर्यादा तो रखें.

सवाल-गांधी जी को बीजेपी ने हाईजेक कर लिया है और कांग्रेस कुछ नहीं कर पाई. कांग्रेस के पास केवल नाम रह गया गांधी,राहुल गांधी,सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी लेकिन असली गांधी को बीजेपी ने हाईजेक कर लिया है,इस बात को मानते हैं आप.
जवाब- न गांधी हाईजेक हो पाएंगे न सरदार पटेल हाईजेक हो पाएंगे. ये वो लोग हैं जिन्होंने देश को आजादी दिलवाई है. बीजेपी वाले तो हिटलरवादी हैं. जिस तरह से हिटलर प्रोपेगेंडा और लोगों का दमन करके शासन चलाता था वो लोग हैं.

सवाल- मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन कमजोर दिखता है,कई जगह जिला अध्यक्ष नहीं हैं और है तो लेकिन कार्यकारिणी नहीं है. कई जगह निष्क्रिय हैं,क्या कांग्रेस संगठन में आमूल चूल परिवर्तन की जरूरत लगती है.
जवाब- हां कुछ निष्क्रिय हो सकते हैं लेकिन मध्य प्रदेश और हिंदुस्तान के हर गांव और मोहल्ले में एक मंदिर मिलेगा और साथ में एक कांग्रेस का कार्यकर्ता मिलेगा. कांग्रेस कोई आज का संगठन नहीं है. आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी, पंडित नेहरू,बाबा अंबेडकर,मौलाना आजाद 15-15 साल तक जेल में रहे. कांग्रेस का इतिहास ये है कि उनके नेता 15 साल तक जेल में रहे. ये तो जब इमरजेंसी लगी तो भाग गए और अंडरग्राउंड हो गए. कांग्रेस में वो नेता हैं जो अंग्रेजों का सामना करते थे,इनमें सामना करने की न कूवत है औऱ न ही ताकत है.

सवाल- बीजेपी के लीडर्स का कहना है कि कमलनाथ की 17 महीने की सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ,बल्लभ भवन दलाली का अड्डा रहा. बीजेपी ने ये बात हर मौके पर कही और अभी भी कह रहे हैं.
जवाब- इनकी सरकार है दिल्ली में और यहां भी. दलाली के अड्डे में जिनके ही हाथ काले हैं उनको पकड़कर बंद क्यों नहीं करते और जेल में क्यों नहीं भेजते. 17 महीने की सरकार में 27 लाख किसानों का कर्जा माफ हुआ ये विधानसभा में कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा. 300 रुपए से 600 रुपए पेंशन की वृद्धों और विकलांगों की. बच्चियों की शादी के 51 हजार रुपए किए. मेट्रो की तो ये बातें ही करते थे,मेट्रो का काम हमने शुरु किया. मैं धर्मस्व मंत्री था तो हमने 350 करोड़ रुपए महाकालेश्वर के लिए, 150 करोड़ रुपए ओंकारेश्वर के लिए,नर्मदा जी परिक्रमा के लिए यात्री निवास बनाए,ओरछा में बनाए, ये तो केवल बात करते हैं. मप्र के 22 लाख पुजारियों को तीन गुना मानदेय किया ,ये काम कमलनाथ की सरकार ने किया,एक हजार गौशालाएं बनवाईं. 20 रुपए प्रति गाय चारे के लिए किया था, इन्होंने आकर इसको 1रुपए 90 पैसे कर दिया.स्वर्गीय बृजेंद्र सिंह राठौर के सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा था कि हमने 15 साल में एक भी गौशाला नहीं बनवाई. ये बच्चियों के दुष्कर्म और किसानों की आत्महत्या के मामले में हिंदुस्तान में नंबर एक पर है. ये क्या बात करेंगे.

सवाल-बीजेपी से निपटने का क्या रोडमैप रहेगा, क्योंकि अब चुनाव मोड में 2023 की तैयारी में आ गए हैं.कांग्रेस इनसे कैसे निपटेगी.
जवाब- कमलनाथ जी जो सेटअप बनाया है,मंडलम,सेक्टर और बूथ तक और पन्ना प्रभारी. ये सब काम कांग्रेस का चल रहा है.एनपी प्रजापति जी इन सबके इंचार्ज हैं जो लगातार सब जगह नजर रखे हुएं हैं. हम लोग भी अपने-अपने क्षेत्र में तैयारी किए हैं ,घर-घर तक जाएंगे,जन-जन तक जाएंगे और ये मानकर चलिए कि कांग्रेस की 150 प्लस सीटें आएंगी 2023 के इलेक्शन में और बीजेपी साफ हो जाएगी।

सवाल- अभी भी इस उपचुनाव में रिपोर्ट ये थी कि कई जगहों पर कांग्रेस का एजेंट ही नहीं था.
जवाब-अब जब एजेंट नहीं बैठा था तो क्या साढ़े पांच लाख वोट ऐसे ही मिल गए. ये तो बीजेपी का भ्रम है. बीजेपी का काम शोषण करना और लोगों का दमन करना है. लेकिन जब जनरल इलेक्शन होता है न तो न पांच मंत्री पहुंच पाएंगे जोबट में और न 10 मंत्री पृथ्वीपुर में पहुंच पाएंगे और इनका सफाया हो जाएगा.

सवाल- कमलनाथ जी ने कहा था कि शिवराज जी एक्टर हैं और मोदी डायरेक्टर. इनकी फिल्म तो कामयाब हो गई.
जवाब- कहां कामयाब हो गई. हिंदुस्तान में 3 लोकसभा सीट में एक जीते हैं तो कहां से कामयाब हो गई.वहीं 29 विधानसभा सीट में से 7-8 जीते हैं बाकी दूसरे जीते हैं. तो कहां से सफल हो गई बीजेपी. ये फेल है.

सवाल- कुल मिलाकर सीट जरूर आपके हाथ में नहीं आई लेकिन आपका कहना है कि आप मजबूत हुए हैं.
जवाब- सीट कैसे नहीं आई,रैगांव 31 साल बाद जीते. विंध्य जहां पिछले चुनाव में हमारे पास सीटें नहीं आई थी, वहां हमारा खाता खुल गया है. ये कहना गलत है. ये मानकर चलिए कि अगला 2023 का चुनाव जनता खुद लड़ेगी.

सवाल- लेकिन रैगांव के बारे में तो ये कहा जा रहा है कि यह अजय सिंह राहुल की व्यक्तिगत मेहनत है क्योंकि उनको फ्री हैंड दिया गया था. तो उन्होंने ये कमाल दिखाया
जवाब- फ्रीहैंड तो कांग्रेस में सबको है. चुनाव जिताओ फ्रीहैंड.


सवाल- तो फिर चुनाव परिणाम जोबट और खंडवा में क्यों नहीं आ पाए.
जवाब-इनका कंसंट्रेशन अलग था. खंडवा में ये किस तरह सीट बचा पाए हैं. ये सचिन बिरला को ले गए. जोबट में तो इन्होंने ये बताया कि हम हितैषी हैं आदिवासियों के ,पर ये सीट उनकी नहीं है. पृथ्वीपुर सीट में तो इन्होंने उत्तरप्रदेश के गुंडे,बदमाश लाकर,बूथ कैप्चरिंग कर,एडमिनिस्ट्रेशन के जरिए,कांग्रेसियों को बंद कराकर जीती है,जनरल इलेक्शन में ये नहीं होता है.

Last Updated : Nov 6, 2021, 6:56 AM IST
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