भोपाल। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने बीजेपी नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से मध्यप्रदेश में चारा घोटाला का आरोप लगाया है. उन्होने आरोप लगाया कि शिवराज सरकार की शह पर पंचायत विभाग के अफसर और रसूखदार भाजपा नेताओं की मिलीभगत से घोटाले का न्यूनतम साझा कार्यक्रम चल रहा है. गोशालाओं के लिए चारे के नाम पर मोटी रकम डकारी जा रही है. अजय सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले की यदि गहराई से जांच की जाए तो पूरे प्रदेश में करोड़ो का फर्जीवाड़ा सामने आयेगा. सिंह ने आरोप प्रदेश में करोड़ों रूपये खर्च कर गोशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है जो अभी तक अधूरी पड़ी हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि गौशालाएं अधूरी पड़ी हैं और गायों के भूसे के लिए हर महीने राशि निकाली जा रही है.
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गायों के नाम पर करोडों का गोलमाल: कांग्रेस नेता अजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार गायों के रहने और खाने के लिए करोड़ों फूंक चुकी है. सब कुछ कागजों में हो रहा है. गोवंश की उपस्थिति दर्ज कराकर करोड़ों रूपये निकाले जा रहे हैं. गोशाला संचालन समिति के सदस्य न तो बैठक करते हैं न ही निरीक्षण. अजयसिंह ने सीधी जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि जिले में 13 गोशालाएं शासकीय और तीन एनजीओ के माध्यम से संचालित की जा रही हैं, लेकिन यहां देखरेख के अभाव में दो वर्ष के भीकर 416 गायों ने दम तोड़ दिया। अभी तक गोशाला समिति की एक भी बैठक अधिकारियों द्वारा नहीं बुलाई गई. वे भूसे के नाम पर सिर्फ बजट निकालने तक सीमित रहे और गायें मरती गईं. सभी 16 गोशालाओं में 128 मवेशी दर्ज हैं. अजय सिंह ने आरोप लगाए कि यदि मुख्यमंत्री इसकी जांच कराते हैं तो गायों का भूसा खाने वालों की सारी हकीकत सामने आ जायेगी.
70 लाख रुपए का हो चुका है भुगतान: अजय सिंह ने आरोप लगाया कि अभी तक गौशालाओं में चारे के नाम पर 70 लाख रूपयों का भुगतान हो चुका है. अकौरी गाँव में बड़ी गोशाला का निर्माण तीन साल से चल रहा है . यहां अधूरे काम को पूरा बता कर मूल्यांकन भी किया जा चुका है और 35 लाख रूपये की राशि निकाल ली गई है. मजदूरों को भुगतान नहीं किया गया है. उन्होने आरोप लगाया कि पहले मध्यान्ह भोजन में करोड़ों का घपला हुआ अब गाय का चारा खाया जा रहा है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में सीएम शिवराज सिंह पूरे प्रदेश में चल रहे चारा घोटाला की तत्काल जांच कराने और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है.