भोपाल | झाबुआ में उपचुनाव मतदान से पहले कांग्रेस ने बीजेपी पर चुनाव जीतने के लिए धनबल-बाहुबल का उपयोग करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि बीजेपी धनबल के आधार पर चुनाव जीतने के लिए हर तरह के हथकंडे अपना रही है, यही वजह है कि आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन करते हुए बीजेपी के विधायक रमेश मेंदोला को पकड़ा गया है, उन्होंने मांग की है कि निर्वाचन आयोग को बीजेपी विधायक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आज जारी अपने बयान में कहा कि झाबुआ उपचुनाव में इंदौर के बीजेपी विधायक और भानु भूरिया के चुनाव संचालक रमेश मेंदोला सहित अन्य बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी के बाद ये स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी ने आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन किया है, जिस तरह से धनबल और बाहुबल का प्रयोग किया जा रहा है, पैसे और शराब का प्रलोभन दिया जा रहा है, उससे साफ है कि बीजेपी अपनी हार को भांप कर साम-दाम-दंड-भेद के माध्यम से कैसे भी इस चुनाव को जीतने की नाकाम कोशिशें कर रही है.
शोभा ओझा ने कहा कि विधायक रमेश मेंदोला के साथ ही बीजेपी नेता गौरव रणदिवे और मनोहर सेठिया की गिरफ्तारी ये सिद्ध करती है कि बीजेपी के पास उपलब्धियों के नाम पर बताने को कुछ नहीं है और वह कांग्रेस सरकार के द्वारा पिछले नौ माग में किए गए कार्यों के विरुद्ध जनता के बीच कोई ठोस दुष्प्रचार नहीं कर पा रही है, इसलिए वह इस चुनाव में पिछले 15 वर्षों में कमाए गए भ्रष्टाचार के धन से जनता को प्रलोभन देने का हर संभव प्रयास कर रही है.
कांग्रेस मीडिया प्रभारी शोभा ओझा ने कहा कि बीजेपी के द्वारा दिए जा रहे इन तमाम प्रलोभनों के बाद भी झाबुआ की जनता अपने पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार बीजेपी को किसी भी हाल में इस चुनाव में बख्शने के मूड में नहीं है और वह कांग्रेस की विजय के लिए कांतिलाल भूरिया को अपना अपार समर्थन देने का फैसला ले चुकी है और यह भी अच्छा ही हुआ कि बीजेपी ने अपने इन कुत्सित प्रयासों के जरिये आचार संहिता का घोर उल्लंघन करके चुनाव के ठीक पहले जनता के सामने एक बार फिर अपना असली चेहरा दिखा दिया है.
उन्होंने निर्वाचन आयोग से मांग की है कि बीजेपी के नेताओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि, इन्होंने चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है.