भोपाल। प्रदेश की कमलनाथ सरकार की संजीवनी क्लीनिक योजना की शुरुआत सात दिसंबर से शुरु होने जा रही है. जिसके तहत राजधानी भोपाल सहित इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में एक साथ संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ होगा. संजीवनी क्लीनिक की शुरुआत हो जाने से अस्पतालों में लोगों को कतार में नहीं लगना पड़ेगा.
इंदौर के नेवरिया में संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा देर शाम की किया जाएगा. जिसमें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट. नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह और इंदौर की महापौर मालिनी गौड़ उपस्थित रहेंगी. वही भोपाल में संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ देर शाम विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति और प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा और मुख्य सचिव एसआर मोहंती के द्वारा किया जाएगा.
जबलपुर में लेमा गार्डन क्षेत्र में सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया तथा ग्वालियर में आदर्श मिल रोड क्षेत्र में खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के द्वारा भी संजीवनी क्लीनिक का शुभारंभ करेंगे.
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के विस्तार के लिए राज्य सरकार द्वारा संजीवनी क्लीनिक शुरू किए जा रहे हैं. यह क्लीनिक स्वास्थ्य संस्थाओं से दूर स्थित घनी बस्तियों और छोटी बस्तियों में रहने वाले नागरिकों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य खोले जा रहे हैं. संजीवनी क्लीनिक के प्रथम चरण में इंदौर में करीब 29, भोपाल में करीब 28 ,जबलपुर में 10, ग्वालियर तथा उज्जैन में 6-6, सागर में 5 और रीवा में 4 क्लीनिक खोले जाएंगे. अभी शुरुआत में प्रदेश के 4 बड़े शहरों में 4 संजीवनी क्लीनिक खोले जा रहे हैं लेकिन धीरे-धीरे सभी जिलों में इन संजीवनी क्लीनिक को का विस्तार किया जाएगा. ताकि छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज इन संजीवनी क्लीनिक पर ही उपलब्ध हो सके .